उधार का पैसा वसूलने का कानूनी नियम | उधार दिया हुआ पैसा वापस लेने का तरीका

Udhar ka paisa kaise nikale, पैसा ही दुनिया की सबसे बड़ी चीज़ हैं लेकिन जैसे ही किसी व्यक्ति के पास पैसा आता हैं तो उससे उधार मांगने वालों की लंबी लाइन लग जाती हैं। यह उधार मांगने वाले कोई और नही बल्कि अपने ही लोग होते हैं। आप उधार को लोन समझने की भूल ना करें। लोन वह होता हैं जो हम किसी को ब्याज के आधार पर देते हैं जबकि उधार हम किसी अपने को यूँ ही सहायता करने के उद्देश्य (Udhar ka paisa kaise mile) से दे देते हैं।

ऐसे में यदि अपने भी किसी अपने को उधार दिया हुआ हैं और उसको उधार दिए हुए बहुत समय हो चुका हैं और बार बार याद दिलाने के पश्चात भी वह आपका पैसा नही लौटा रहा हैं तो ऐसे में आपके लिए यह सरदर्दी ही बन गयी होगी। ऐसे में आपको यह समझ नही आ (Udhar diye paise wapas kaise laye) रहा होगा कि इसके विरुद्ध आप क्या कुछ कर सकते हैं। तो यदि आपका मित्र या जानने वाला आपका पैसा नही लौटा रहा हैं तो आप उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हम आपको उधार का पैसा वापस पाने का कानूनी नियम बताएँगे और इसके साथ ही आप और क्या कुछ कर सकते हैं, इसके बारे में भी सूचित करेंगे। इससे आपको अपना उधार का पैसा वापस पाने में बहुत सहायता मिलेगी। आइए जाने आप अपने उधार का पैसा वापस पाने के लिए क्या कुछ (Udhar paise wapas kaise laye) कर सकते हैं और संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध किस तरह की कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।

उधार का पैसा क्या होता है?

उधार का पैसा होता क्या है, यदि आप इसके बारे में ही नही जानेंगे तो फिर आप कैसे ही उसके लिए कानूनी कार्यवाही कर पाएंगे। तो पहले आप यह जान ले कि उधार का पैसा आखिरकार होता क्या हैं और इसके लिए क्या नियम होते हैं। तो उधार का पैसा सामान्य तौर पर अपने किसी जानने वाले को जैसे कि मित्र, रिश्तेदार, परिवार में कोई या कार्यस्थल, विद्यालय, कॉलेज इत्यादि में कोई जानने वाले को दिया जा सकता हैं।

इसमें आप संबंधित व्यक्ति की जरुरत के अनुसार उसे कुछ पैसे कुछ समय के लिए उधार देते हैं और वो भी बिना किसी ब्याज के। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपना लाभ ना देखते हुए सामने वाले व्यक्ति की स्थिति को समझते हुए उसे कुछ समय के लिए वह पैसा दे देते हैं। इसके बाद वह व्यक्ति निर्धारित समय पर या उससे पहले ही आपका वह पैसा लौटा देता हैं। इसमें वह आपको किसी तरह का ब्याज नही देता हैं और ना ही आप उससे किसी तरह का ब्याज मांग सकते हैं।

उधार का पैसा वसूलने का कानूनी नियम | उधार दिया हुआ पैसा वापस लेने का तरीका

उधार व ऋण में अंतर

बहुत से लोग उधार के पैसों को ऋण समझने की भूल कर बैठते हैं जैसा होता नही हैं। उधार के पैसों और ऋण में बहुत बड़ा अंतर होता हैं। ऋण में तो आप प्रॉपर शर्तों के आधार पर सामने वाले व्यक्ति को पैसा उपलब्ध करवाते हैं। ऋण देने का काम तो व्यक्ति अपने निजी लाभ और व्यापार करने के उद्देश्य से करता हैं। आम भाषा में इसे फाइनेंस पर रुपए चढ़ाना कहा जाता हैं। इसमें आप सामने वाले व्यक्ति को ऋण देने से पहले उसे ऋण की शर्ते जैसे कि चुकाई जाने वाली किश्तें, उनकी समय अवधि, ब्याज, शुल्क इत्यादि बता देते है।

किंतु उधार के साथ ऐसा कुछ नही होता हैं। उसमे किसी तरह की कागजी कार्यवाही नही होती हैं और ना ही कोई शर्त होती हैं और ना ही किसी तरह का ब्याज लिया जाता हैं। यह पूर्ण रूप से भरोसे पर दिया जाने वाला पैसा होता हैं और वो भी स्वयं के निजी हित के लिए नही बल्कि सामने वाले की स्थिति को देखकर दिया जाने वाला पैसा होता हैं। किंतु बहुत से लोग जो उधार लेते हैं वे बाद में पूरे पैसे देने या कुछ पैसे देने से मना कर देते हैं और अपनी छवि को धूमिल कर लेते हैं।

पैसा उधार देने समझौता प्रारूप [money lending agreement format in hindi]

यदि आप किसी व्यक्ति को उधार पैसे देने जा रहे हैं तो आप उस व्यक्ति को पैसे उधार देने से पहले एक एग्रीमेंट बनवा लें । ताकि भविष्य में आपको किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े । पैसे उधार देने के लिए इकरारनामा प्रारूप आप की सुविधा के लिए नीचे दिया गया है आप नीचे दिया गया पैसा उधार देने समझौता प्रारूप का उपयोग कर सकते हैं ।

पैसा उधार देने समझौता प्रारूप in hindi

उधार का पैसा ना मिले तो क्या करे? (Udhar ka paisa kaise nikale)

अब यदि आपने किसी व्यक्ति को उधार पर कुछ पैसे दिए ही हैं और बहुत समय बीत जाने के बाद भी वह आपका पैसा नही लौटा रहा हैं तो आप उस पर सीधे कानूनी कार्यवाही करने की बजाए कुछ अन्य चीज़े पहले करें। यदि वह चीज़े करने के बाद भी वह उधार का पैसा नही लौटा रहा हैं तो फिर आप उस पर कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं। तो आइए जाने उसके लिए आप क्या कुछ कर सकते हैं जिससे कि उस पर कानूनी कार्यवाही करने से बच सके और मामला भी निपट जाए।

  • इसके लिए संबंधित व्यक्ति से निजी तौर पर बातचीत करें और अपने दिमाग को ठंडा रखे। उसकी समस्या को जाने और स्वयं भी उसे अपनी समस्या बताये। यदि आपको लगता हैं कि उसकी समस्या जायज हैं तो उससे पूछे कि वह कब तक आपका पैसा वापस लौटा देगा और तब तक प्रतीक्षा करें। यदि वह तब तक भी पैसा नही लौटाता हैं तो आप उस पर कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।
  • जिस व्यक्ति को आपने पैसा दिया हैं और वह अब पैसा लौटाने से मुकर जाता हैं तो आप उसके घरवालों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें सब स्थिति के बारे में बता सकते हैं। आप उसके घरवालों को समझाए कि आपने उसे इतने पैसे उधार दिए थे और अब वह उसे वापस करने से मना कर रहा हैं। ऐसा करने से बात वही सुलझ जाने की बहुत संभावना हैं।
  • आप अपने घरवालों से भी बात कर सकते हैं ताकि वे इस स्थिति में कुछ सहायता कर सके। यदि आपके घरवाले भी उस व्यक्ति से या उसके घरवालों से बात करेंगे तो अवश्य ही बात सुलझ जाने की स्थिति बन जाएगी और आपको अपना पैसा भी वापस मिल जाएगा।
  • यदि व्यक्ति पैसे लौटाने की स्थिति में नही हैं या उसको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा हैं तो आप उसके सामने किश्तों के रूप में पैसे चुकाने का प्रस्ताव रखें। उदाहरण के तौर पर यदि आपसे किसी ने 10 हज़ार रुपए का उधार ले रखा हैं तो आप उसे हर महीने एक हज़ार रुपए जमा करवाने का प्रस्ताव रखें। यदि वह मान जाता हैं तो वह सच में आपका उधार चुकाने को गंभीर हैं अन्यथा वह आपको पैसा लौटाना ही नही चाहते हैं और आप इसके लिए कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।
  • सब कुछ करने के बाद भी यदि वह व्यक्ति नही मानता हैं तो आप उसे कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दे। हालाँकि आप कानूनी कार्यवाही करे नही लेकिन बस उसकी चेतावनी दे। कानून का नाम सुनकर भी बहुत से लोग उधार का पैसा वापस लौटा देते हैं। किंतु वह फिर भी नही मानता हैं तो आप उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने को स्वतंत्र हैं।

उधार का पैसा वसूलने का कानूनी नियम (Udhar diye paise wapas kaise laye)

अब बात करते हैं उधार का पैसा वापस पाने के लिए कानून क्या कहता हैं और आप उसके लिए क्या कुछ कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं। तो हम आपको पहले ही स्पष्ट कर दे कि कानून में सब काम सबूत और साक्ष्यों के आधार पर ही चलता हैं। यदि आपके पास उधार दिए जाने का किसी भी तरह का सबूत नही हैं तो आपके सामने हुए अपराध को सिद्ध करने के लिए बहुत मुश्किलें आएगी। हालाँकि फिर भी आप कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं लेकिन आपको यह सिद्ध करना पड़ेगा कि आपने उस व्यक्ति को उधार का पैसा दिया था और अब वह उसे लौटा नही रहा हैं।

तो इसके लिए आप पुलिस थाने में जाकर IPC की धारा 420 के तहत केस दर्ज करवा सकते हैं। IPC की यह धारा धोखाधड़ी व जालसाजी से जुड़ी हुई होती हैं। उधार का पैसा वापस नही लौटाने को आपके साथ हुई धोखाधड़ी ही समझा जाएगा। इसलिए आप उस व्यक्ति के विरुद्ध इसी धारा के तहत केस दर्ज करवा लेंगे तो बेहतर रहेगा। इसके बाद पुलिस इस पर उचित कार्यवाही करेगी और आपको न्याय दिलवाएगी।

अब यदि वह व्यक्ति आपको उधार का पैसा वापस देने के लिए चेक देता हैं और आप उस चेक को बैंक में लगाते हैं लेकिन वह चेक बाउंस हो जाता हैं तो आप इसके विरुद्ध भी केस कर सकते हैं। चेक बाउंस होने का अर्थ हुआ सामने वाले व्यक्ति के खाते में पैसे ही नही थे और फिर भी उसने आपको चेक बनाकर दिया। तो इस स्थिति में आप उसके विरुद्ध एनआई अधिनियम की धारा 138 के अंतर्गत केस दायर कर सकते हैं।

अब यदि आप इस धारा के अंतर्गत केस फाइल कर देते हैं तो उस व्यक्ति को 30 दिनों के अंदर अंदर आपका उधार का पैसा चुकाना होगा। यदि वह ऐसा नही कर पाता हैं तो फिर उस पर कानूनी कार्यवाही हो सकती हैं। 30 दिनों के बाद पुलिस को उस पर आपराधिक और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने की स्वतंत्रता होती हैं। तो कुछ इस तरह से आप अपने उधार का पैसा कानूनी नियम के तहत वापस पा सकते हैं।

पैसा उधार देते समय इन बातों का रखे ध्यान (Udhar ka paisa kab dena chahiye)

अब यदि आप उधार पर किसी को पैसा देने ही जा रहे हैं तो आप पहले से ही इसको लेकर सतर्क हो जाएंगे तो अवश्य ही आपको आगे चलकर किसी तरह की समस्या का सामना नही करना पड़ेगा। किसी भी चीज़ को करने से पहले यदि उसके गलत हो जाने पर क्या किया जाए, यह पहले से ही सोच लिया जाए तो आगे चलकर समस्या नही आती हैं। ऐसे में यदि आप अपने किसी बी जान पहचान वाले व्यक्ति को उधार देने जा रहे हैं तो उससे पहले इन बातों का अवश्य ध्यान रखें:

  • आप जिसे भी उधार सड़ने जा रहे हैं और वह चाहे आपके कितना ही करीबी मित्र या जानने वाला क्यों ना हो, आप उससे लिखित में ले ले कि आप उसे इतना पैसा उधार दे रहे हैं और वह उन पैसों को कितने समय में वापस कर देगा। इसके बाद उस कागज पर दोनों ही अपने हस्ताक्षर कर ले। इससे आपके पास एक पक्का सबूत हो जाएगा कि आपने उस व्यक्ति को उधारी पर पैसे दिए हैं।
  • अब यदि वह व्यक्ति आपसे दूर रहता हैं और आप उसे ऑनलाइन रूप से उधार देने जा रहे हैं तो इससे आपके पास इसका ऑनलाइन विवरण तो आ ही गया लेकिन फिर भी आप उसे अपनी एक विडियो बनाने को कहे जिसमें वह कह रहा होगा कि वह आपसे किस तिथि को और कितना पैसा उधार ले रहा हैं और वह उसे कितने समय में वापस लौटा देगा। इसके बाद आप उस विडियो को अपने पास सेव करके रख ले।
  • आपकी यदि किसी व्यक्ति से कुछ दिन पहले ही जान पहचान हुई हैं और उसके बाद वह आपसे उधार मांगने लग जाए तो ऐसे किसी भी व्यक्ति को उधारी बिल्कुल भी ना दे, फिर चाहे वह आपसे कितनी ही अच्छी तरह से व्यवहार क्यों ना करता हो। दरअसल बहुत से लोग आजकल लोगों को इसी तरह धोखे में फंसा लेते हैं और उनसे उधारी पर रुपए ऐंठ लेते हैं।
  • यदि आपकी जान पहचान में कोई ऐसा व्यक्ति हैं जिससे आपकी कभी कभार बातचीत होती हैं या आपके उससे इतने घनिष्ठ संबंध नही हैं और फिर भी वह व्यक्ति अपने पास के संपर्कों से उधार ना मांगकर आपसे उधार मांगे तो समझ जाइये कि दाल में अवश्य ही कुछ काला हैं। उधार हमेशा अपने नजदीकी लोगों से माँगा जाता हैं ना कि पराये लोगों से। इसलिए इस स्थिति में भी आप बिल्कुल मना कर दे।
  • अब मान लीजिए, आपका पहले किसी से घनिष्ट संबंध रहा था जैसे कि कोई स्कूल या कॉलेज या कार्यस्थल का दोस्त या सहपाठी या सहकर्मी, किंतु समय के साथ साथ आपकी उससे बातचीत कम होती चली गयी। किंतु अचानक से वह आपसे उधार मांगने लग जाए तो भी आप उसे उधार देने से साफ मना कर दे।

उधार का पैसा वसूलने का कानूनी नियम – Related FAQs

प्रश्न: पैसे न देने पर कौन सी धारा लगती है?

उत्तर: पैसे न देने पर धारा 420 लगती है।

प्रश्न: उधार दिए हुए पैसे वापस कैसे लें?

उत्तर: उधार दिए हुए पैसे वापस लेने के लिए आप हमारे द्वारा बताये गए दिशा निर्देशों का पालन करें।

प्रश्न: अगर कोई आपके पैसे न दे तो क्या करे?

उत्तर: अगर कोई आपके पैसे न दे तो आप उस पर पुलिस थाने में धारा 420 के तहत केस फाइल कर सकते हैं।

प्रश्न: किसी को पैसा कब देना चाहिए?

उत्तर: किसी को पैसा तभी देना चाहिए जब आपका उस पर पूर्ण विश्वास हो और आप उसके परिवार के भी संपर्क में हो।

तो इस तरह की छोटी छोटी बातों को ध्यान में रखकर आप धोखाधड़ी से बचे रह पाएंगे। इसके अलावा भी बहुत सारी बाते होती हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए। कुल मिलाकर उधर किसे देना हैं और किसे नही, उधार कितना देना हैं और कितना नही, यह सब निर्णय आपको अपने विवेक के आधार पर ही करने होंगे।

प्रवेश कुमारी

मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

Comments (6)

  1. चेक द्वारा उधार दिए 3 साल से ऊपर हो गया हैं
    मगर पैसे वापिस नही मिल रहे हैं तो क्या कर सकते हैं ?

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  2. Hmse kisi ne 6 lakh liye ha but uska number bnd ha na wo ghr per ha or paise dete time humne koi check ya aggreement nhi kraye na bank me paise diye to kha hum koi case kr skte ha uspe

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