स्टॉक मार्किट क्या होता है? स्टॉक मार्किट में निवेश कैसे करें?

Stock market kya hota hai, स्टॉक मार्किट क्या होता है और इसमें क्या किया जाता है। क्या यही प्रश्न आपके दिमाग में घूम रहा है। एक समय था जब इसके बारे में चर्चा समाज के एक वर्ग के लोग ही किया करते थे और उन्हें स्टॉक मार्किट में पैसा लगाने वाला (Stock market kya hai) या धनी लोग समझा जाता था। स्टॉक मार्किट में पैसे लगाना एक समय में जहाँ बहुत ही अलग और स्टेटस वाली बात हुआ करती (Share market kya hota hai) थी वही आज के समय में एक आम बात बनकर रह गयी है।

जी हां, सही सुना आपने। जिस प्रकार मोबाइल एक आलिशान चीज़ से बदलकर आम जरुरत की चीज़ बन गया है। ठीक उसी प्रकार स्टॉक मार्किट में पैसा लगाना भी आम बात हो गयी है।

इसलिए यदि आप भी (What is stock market in Hindi) स्टॉक मार्किट के बारे में अच्छे से जानकर उसमे निवेश करने का सोच रहे हैं तो आज के इस लेख में आपको शेयर मार्किट के बारे में हर एक जानकारी विस्तार से मिलेगी।

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स्टॉक मार्किट क्या होता है? (Stock market kya hota hai)

यदि एक पंक्ति में इसको बताया जाए तो इसका अर्थ हुआ एक ऐसा बाजार जहाँ पर कई सार्वजनिक कंपनियों के शेयर ख़रीदे व बेचे जाते हैं। शायद आप इसे एक पंक्ति में समझ नही पाए होंगे। चिंता मत कीजिए क्योंकि आज के इस लेख में आपको स्टॉक मार्किट के बारे में हर एक जानकारी विस्तार से जानने (Stock market kya hai Hindi mein bataen) को मिलेगी। इसके लिए आपको यह लेख अंत तक पढ़ना पड़ेगा। फिर आपका स्टॉक मार्किट के ऊपर कोई भी प्रश्न शेष नही रह जाएगा।

स्टॉक मार्किट क्या होता है? स्टॉक मार्किट में निवेश कैसे करें?

स्टॉक मार्किट का मतलब (What is stock market in Hindi)

दरअसल स्टॉक मार्किट का मतलब समझना सरल हैं लेकिन उसको गहराई से और पूर्ण तरीके से समझना जरा कठिन हैं। इसलिए आज हम आपको विभिन्न तरह के उदाहरण देकर स्टॉक मार्किट का मतलब सरल शब्दों में समझाने का प्रयास करेंगे। आशा हैं कि इससे आपको पूर्ण रूप से स्टॉक मार्किट का अर्थ समझ (Share market kya hai) में आ सके।

सबसे पहले तो आप यह समझिये कि हम बात बात पर कहते हैं कि हम उस ब्रांड के कपड़े पहने हैं या उस ब्रांड का टीवी या मोबाइल खरीदा हैं। तो वह ब्रांड क्या होता है? वह ब्रांड एक कंपनी ही होती (Stock market kya hai Hindi mai) हैं। उदाहरण के तौर पर आपने टाटा ब्रांड की कार खरीदी तो वह टाटा एक कंपनी हैं। आपने सैमसंग का मोबाइल लिया तो सैमसंग एक ब्रांड होने के साथ साथ एक कंपनी भी हैं।

इस तरह हम अपने दैनिक जीवन में चाहे किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करते हो, फिर चाहे वह आटे की थैली हो या कूलर या मोबाइल या एसी या कोई भी अन्य चीज़, उस चीज़ का निर्माण एक कंपनी के अंतर्गत हुआ हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर एक चीज़ का निर्माण एक कंपनी के अंतर्गत हो रहा हैं बस कुछ चीज़ों को छोड़कर जैसे कि खुली दाल या होली का खुला रंग इत्यादि।

अब ऐसे में जब किसी भी क्षेत्र की कंपनी को अपनी कंपनी को आगे बढ़ाना होता हैं या उसमे निवेश लाना होता हैं या एक बड़ी कंपनी बनना होता हैं या फिर किसी बड़ी कंपनी को अपनी हिस्सेदारी बेचनी होती हैं तो वह कंपनी अपने मूल्य को टुकड़ों में बेचकर उसकी हिस्सेदारी बेच देती हैं। ऐसी स्थिति में उस कंपनी को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी नाम (Stock market ka matlab kya hai) दे दिया जाता हैं और उसकी हिस्सेदारी शेयर बाजार के जरिये आम लोग खरीद लेते हैं।

इस तरह स्टॉक मार्किट में शेयर ख़रीदे व बेचे जाते हैं।यही कारण है कि स्टॉक मार्किट को शेयर मार्किट भी कह दिया जाता है। वैसे ही आम लोग इसे शेयर मार्किट के नाम से ही जानते हैं व सबस एप्रच्लित नाम यही होता है। आइए जाने शेयर कैसे बनते हैं और इनके बनने का क्या कारण होता हैं।

शेयर बाजार क्या है? (Share market kya hota hai)

अभी तक आपने टोकक मार्किट के बारे में समझ लिया और साथ ही इसमें शेयर होते है यह भी जान लिया लेकिन आखिरकार यह शेयर असलियत में होते क्या हैं। इसे समझने के लिए भी हम ऊपर दिया गया उदाहरण ही आगे बढ़ाएंगे ताकि आपको समझने में कोई समस्या ना हो।

मान लीजिए एक सीमेंट बनाने वाली कंपनी जिसका नाम अ हैं। वह बाजार में अच्छा काम कर रही हैं। अब उसकी कीमत करीब एक लाख करोड़ पहुँच चुकी हैं। अब उस कंपनी में जिन लोगों ने भी निवेश किया हुआ हैं फिर चाहे वह एक लोग हो या 10 लोग, वे उस कंपनी (What is share market in Hindi) के निवेश कहलायेंगे। लेकिन अब उस कंपनी के निवेशकों के पास इतना पैसा नही हैं कि और और पैसा निवेश कर सके।

ऐसी स्थिति में वे या तो अपनी कंपनी को किसी और को बेच देंगे या कुछ गिरवी रखेंगे या फिर उसका कुछ हिस्सा किसे तीसरे व्यक्ति को बेचकर उसकी भी बात सुनेंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि वे उस कंपनी की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी किसी व्यक्ति को बेचेंगे तो कंपनी के निर्णयों में उस व्यक्ति की भी भूमिका हो जाएगी।

इसलिए ऐसी स्थिति से बचने के लिए और कंपनी में निवेश को लाने के लिए वे उस कंपनी को प्राइवेट से पब्लिक बना देते हैं। जब कोई कंपनी प्राइवेट से पब्लिक बनती हैं तभी वह स्टॉक मार्किट में रजिस्टर कर सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार का मतलब ही पब्लिश हैं जहाँ हर चीज़ बिकती हैं और खरीदी जा सकती हैं।

अब कंपनी के पब्लिक होते ही और उसके शेयर बाजार में आते ही उसके शेयर आ जाते हैं। यह एक तरह से उस 20 प्रतिशत के हिस्से को एक भाग में ना देकर बल्कि उसे हजारों करोड़ों टुकड़ो में बांटकर और उनका कंपनी की कीमत के हिसाब से मूल्य बनाकर बेच दिया जाता हैं।

इसी कंपनी के इन टुकड़ों को जो कंपनी की कीमत बताते हैं वे शेयर कहलाते हैं। अब उन शेयर को बाजार में लोग खरीदते हैं। एक तरह से बाजार में बैठे करोड़ो लोगों में से कुछ लोग उस कंपनी के भविष्य पर अपना दांव लगाते हैं। इस तरह से यह शेयर मार्किट कहलाती हैं।

स्टॉक मार्किट कैसे काम करता है (Stock market kaise kam karta hai)

अब तक आपने जाना कि एक स्टॉक मार्किट क्या होता है, उसमे कोई कंपनी कैसे बनती हैं, उसमे कौन कौन पैसे लगा सकता हैं व क्या खरीद सकता हैं। अब हम जानेंगे कि स्टॉक मार्किट काम कैसे करती हैं और आप या हम जैसे लोग उसमे कैसे पैसे निवेश कर सकते हैं। साथ ही स्टॉक मार्किट से पैसे कैसे कम सकते हैं।

आपको यह तो पता ही चल गया होगा कि किसी कंपनी के शेयर मार्किट में रजिस्टर होते ही (Stock market kaise sikhe) उस कंपनी के शेयर आम लोगों के लिए पब्लिक हो जाते हैं। अब इन शेयर को कोई भी खरीद सकता हैं अर्थात कोई भी। एक तरह से आप और हम भी। लेकिन इन्हें खरीदने के लिए भी एक प्रक्रिया का पालन करना होता हैं। आइए उसी प्रक्रिया के बारे में जाने।

सबसे पहले बनाना होता हैं अपना Demat या ट्रेडिंग अकाउंट (Demat account kya hota hai)

अब कंपनी तो अपने शेयर को मार्किट में लांच कर देगी और लोगों को खरीदने के लिए कहेगी लेकिन आप उसे खरीदेंगे कैसे यह महत्वपूर्ण होता है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यह कोई बाजार में मिलने वाला सामान तो हैं नही जिसे आपने दुकानदार को पैसे दिए और उसे खरीद लिया। इसलिए इसे खरीदने का भी एक प्रोसेस होता हैं।

इसे भी हम एक उदाहरण के जरिये समझेंगे। आपने आज तक ऑनलाइन शॉपिंग तो की ही होगी। अब ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए आप कई तरह की वेबसाइट का इस्तेमाल करते होंगे। इसमें अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मीशो, myntra जैसी (Demat account kya hai) कुछ वेबसाइट प्रसिद्ध हैं। अब यदि आप इन वेबसाइट पर किसी उत्पाद को ख्गारिदना चाहे तो उसे कैसे खरीदेंगे?

आपका उत्तर होगा कि सबसे पहले आपको इन वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा अर्थात अपना अकाउंट बनाना होगा। इसके बाद आप वहां उपलब्ध किसी भी उत्पाद को उसका मूल्य चुका कर उसे खरीद (Stock market kaise khele) सकते हैं। एक तरह से आपको जो भी उत्पाद सही लगा आपने उसे खरीद लिया।

इसी तरह आपको शेयर मार्किट में किसी भी शेयर को खरीदने के लिए पहले अपना एक demat या ट्रेडिंग अकाउंट बनाना होता हैं। इसी अकाउंट के जरिये ही आप किसी भी शेयर को खरीद या बेच सकते हैं। अब आप पूछेंगे कि आप यह demat अकाउंट कहां और कैसे बनाए। तो आइए जाने।

डीमैट अकाउंट कहां बनाए (Demat account kaise khole)

Demat अकाउंट बनाने के लिए कई तरह की वेबसाइट व ऐप हैं जिन पर आप रजिस्टर करके अपना अकाउंट बनवा सकते हैं। यह बहुत हद्द तक किसी बैंक में अपना खाता खुलवाने से संबंधित हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले किसी demat खाता बनाए वाली वेबसाइट या ऐप पर खुद को रजिस्टर करना होगा। इन वेबसाइट या ऐप के कुछ नाम हैं:

  • Zerodha
  • Upstox
  • 5paisa
  • IIFAL Demat account
  • Angel Broking
  • Motilal Oswal Demat Account
  • HDFC Bank
  • SBICAP Securities
  • Axis bank
  • Kotak Securities
  • ICICI Direct

इसके अलावा भी कई तरह की ऐप्स व वेबसाइट हैं जिन पर आप अपना Demat खाता या ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। इसके लिए आप इनमे से किसी भी ऐप या वेबसाइट पर जाए और वहां पर रजिस्टर करे। रजिस्टर पर क्लिक करते ही वहां आपसे कई तरह की जानकारी मांगी जाएगी।

इसमें आपको अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जन्म तिथि, लिंग, पहचान पत्र, दस्तावेज, बैंक की जानकारी इत्यादि सब देनी होगी। ध्यान रखें इसके लिए आपको अपने पहचना पत्र के रूप में पैन कार्ड, आधार कार्ड, आवास प्रमाण पत्र देने होंगे।

इसी के साथ आपको अपने बैंक की संपूर्ण जानकारी देनी होगी। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपका किसी बैंक में खाता नही हैं तो पहले आपको एक बैंक में खाता खुलवाना होगा। इसके बाद ही आप इन ऐप्स ,में demat अकाउंट बनवाने के लिए आगे (Demat account kaise kholte hain) बढ़ें। ऐसा इसलिए क्योंकि आप जो भी पैसा शेयर बाजार में लगाएंगे या कमाएंगे वह सब आपके बैंक के द्वारा ही किया जाएगा।

एक तरह से यह आपका वॉलेट बन जाएगा। जिस प्रकार हमारा पेटीएम, अमेज़न इत्यादि के वॉलेट होते हैं और हम उनमे कुछ पैसा रखते हैं। ठीक उसी तरह आपके demat अकाउंट में भी कुछ पैसा रिज़र्व रखा जाएगा। ऐसा वह सिक्यूरिटी पर्पस के लिए करते हैं। यदि किसी जगह आपको घाटा होता हैं तो वह उससे भरपाई की जा सकती हैं।

स्टॉक मार्किट में पैसे कैसे निवेश करें (Stock market me paisa kaise lagaye)

अब जब आपने अपना बैंक खाता बनवा लिया हैं और demat अकाउंट भी खोल लिया हैं तो दोनों को आपस में लिंक करें। इसके लिए आपको उस ऐप में जाकर वहां से अपने बैंक खाते को लिंक करना होगा ताकि आप सीधे अपने बैंक से उसमे पैसे भेज सके या पा सके।

अब जब आप बैंक खाते को demat अकाउंट से लिंक कर देंगे तो आपको वहां शेयर मार्किट में उपलब्ध सभी तरह के शेयर दिख जाएंगे। आपको उस शेयर की उस समय की कीमत, उसके मूल्य में हुई वृद्धि या कमी के बारे में भी पता चलेगा जो कि प्रतिशत (Stock market me paise kaise lagate hai) में लिखा होगा। आप यह सब चीज़ टीवी पर बिज़नेस वाले चैनल पर भी देख सकते हैं और उस ऐप पर भी।

अब आपको बस शॉपिंग के जैसे शेयर की शॉपिंग करनी हैं। समझ लीजिए वह एक बाजार हैं जिसमें विभिन्न कंपनियों के कई तरह के शेयर हैं। अंतर केवल इतना हैं कि आप भी उसी बाजार का ही एक हिस्सा हैं। अर्थात आप केवल ग्राहक नही हैं बल्कि दुकानदार (Stock market me paise kaise lagaye) भी हैं। ग्राहक आप उन सभी शेयर के हैं जिन्हें आपने अभी तक नही ख़रीदा हैं और दुकानदार उन शेयर के जो आपने ख़रीदे हुए हैं।

इसके साथ ही इसमें एक और अंतर हैं और वह यह हैं कि आपको कोई भी दुकानदार सामन देने से माना नही कर सकता हैं और ना ही आपको अपने सामान को बेचने में कोई मोलभाव करना पड़ेगा। अब जब चाहे कोई भी शेयर खरीद सकते हैं और जब चाहे अपने पड़े शेयर को बेच सकते हैं।

शेयर बाजार की टाइमिंग क्या है (Share market ki timing)

अब शेयर बाजार में पैसे निवेश करने हैं और उसमे खरीदारी व बिक्री करनी है तो बाजार कब खुलता है और कब बंद होता है, इसके बारे में भी पता होना चाहिए। अब जब बाज़ार ही बंद होगा तो आप किससे शेयर खरीद पाएंगे और किसे अपना शेयर बेच पाएंगे।

तो जान लीजिए कि शेयर बाजार के खुलने का समय सुबह 9 बजकर 15 मिनट का (Stock market kab khulta hai) होता है। साथ ही शेयर बाजार के बंद होने का समय दोपहर को 3 बजकर 30 मिनट का (Stock market kab band hota hai) होता है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आप सुबह 9:15 से पहले और दोपहर में 3:30 के बाद ना तो कोई शेयर खरीद सकते हैं और ना ही बेच सकते हैं। इसके साथ ही इस समय सभी तरह के शेयर के मूल्य भी स्थिर हो जाते हैं और इनकी कीमत में किसी भी तरह का उतार या चढ़ाव नही आता हैं।

इसी के साथ शेयर बाजार सप्ताह में (Share market ka time kya hai) केवल 5 दिन खुलता हैं और सप्ताहांत में बंद रहता हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि शेयर बाजार सप्ताह में सोमवार से लेकर शुक्रवार तक खुला रहता हैं और फिर शनिवार व शुक्रवार को बंद रहता हैं। इसके साथ शेयर बाजार वर्ष की कुछ छुट्टियों में भी बंद रहता हैं जैसे कि होली, दीपावली इत्यादि।

शेयर बाजार में निवेश कैसे किया जाता है (Share market me paise kaise lagaye)

अब आपको यह जनन होगा कि आखिरकार शेयर बाजार में निवेश करने का क्या तरीका होता है या फिर शेयर बाजार में किस तरह से निवेश किया जा सकता है। दरअसल शेयर बाजार में निवेश करने को दो तरीको में बनता जा सकता है। इसमें पहले तरीके को ट्रेडिंग कहते है जबकि दूसरे तरीके को इन्वेस्टमेंट कहते है।

ट्रेडिंग में आपको किसी शेयर को जल्दी बेचना होता है जबकि इन्वेस्टमेंट में उसे लंबे समय के लिए खरीदना होता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं। दरअसल शेयर बाजार में दो तरह के लोग होते हैं, एक तो वे जो हर दिन की शेयर खरीदते हैं तो कुछ को बेच देते हैं।

इसी के साथ वे उन शेयर को एक दिन में ही नही बल्कि कुछ दिनों के अंतराल में कुछ समय के बाद बेच देते हैं। इन सभी को ट्रेडिंग में जाना जाता हैं। शेयर मार्किट में ट्रेडिंग का मतलब किसी शेयर को खरीद कर उसे कुछ ही देर में उसी दिन में बेच देना, या अगले दिन बेच देना या कुछ दिनों के बाद बेच देना इत्यादि सम्मिलित होते हैं।

ट्रेडिंग के समय की बात की जाए तो यह कुछ घंटो से लेकर कुछमहीने तक की हो सकती हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपने किसी शेयर को (Share bazar me kaise invest kare) सुबह 11 बजे ख़रीदा और उसे दोपहर को 12 बजे बेच दिया तो वह ट्रेडिंग कहलायेगा। इसी तरह आपने एक शेयर को जुलाई के माह में ख़रीदा और उसे अगले ही महीने अर्थात अगस्त में बेच दिया तो वह भी ट्रेडिंग के अंतर्गत ही आएगा।

इन्वेस्टमेंट इससे कुछ अलग होती हैं। इन्वेस्टमेंट में आप किसी कंपनी के शेयर में लंबे समय के लिए निवेश करते हैं और इसी कारण इसे इन्वेस्टमेंट कहा जाता हैं। अर्थात आप उस कंपनी में विश्वास कर उसमे अपना पैसा लंबे समय के लिए लगा रहे (Share market me invest kaise kare) हैं। उस कंपनी के शेयर लेकर आप उसके बारे में कुछ महीनो तक तो क्या कुछ वर्ष तक भी नही पता करेंगे।

एक तरह से आपने बाजार से थोक में कोई चीज़ खरीद ली या सोना खरीद लिया ठीक उसी तरह आपने शेयर बाजार से किसी कंपनी के शेयर खरीद लिए और उस कंपनी में अपनी कुछ प्रतिशत भागीदारी फिक्स कर ली। अब जब भी आप उस कंपनी के सहरे बेचेंगे तो उसका लाभ भी आपको मिलेगा। यहाँ तक कि बहुत सी कंपनी अपने इन्वेस्टर्स को पुरस्कार इत्यादि भी देती रहती हैं।

इसलिए यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता हैं कि आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करना (Share market me kam kaise kare) चाहते हैं या इन्वेस्ट। आप चाहे तो यह दोनों काम भी कर सकते हैं और किसी शेयर के लिए ट्रेडर बन सकते हैं तो किसी के लिए इन्वेस्टर। इस तरह से आप शेयर मार्किट से पैसे कमाना शुरू कर सकते हैं।

ट्रेडिंग के प्रकार (Trading ke prakar)

ट्रेडिंग के बारे में तो आपने जान लिया लेकिन ट्रेडिंग भी कई तरह की होती हैं। यह इसमें लगने वाले समय के अनुसार अलग अलग होती हैं। आपने यह तो जान लिया कि यदि आपने किसी शेयर को खरेद कर उसे कुछ ही समय में या कुछ महीनो में बेच दिया तो उसे ट्रेडिंग कहा जाएगा। अब हम इसी में ट्रेडिंग के प्रकार को जानेंगे।

#1. स्कैल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading In Hindi)

जब आप किसी शेयर को मार्किट खुलने के बाद किसी भी समय ले लेते हैं और उसे खरीदने के कुछ ही समय में उसे बेच देते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आपने किसी कंपनी के शेयर को सुबह 10 बजे ख़रीदा और उसे 5 मिनट बाद ही कुछ मूल्य बढ़ जाने पर बेच दिया तो यह स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के अंतर्गत आएगा।

यह समय कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट का भी हो सकता हैं और ज्यादा से ज्यादा दो घंटे का समय इसमें आएगा। मतलब आप यदि किसी शेयर को कुछ ही सेकंड में या अगले ही पल या कुछ मिनट में या कुछ ही घंटे में बेच देंगे तो उसे स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कहा जाएगा।

#2. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading In Hindi)

इसमें शेयर को खरीदने और बेचने का समय कुछ मिनट या घंटे से बढ़कर एक दिन का हो जाता हैं लेकिन एक दिन का अर्थ 24 घंटे नही हुआ। इंट्रा डे ट्रेडिंग में एक दिन का समय का अर्त्ढ़ हुआ बाजार के खुलने का समय से लेकर बाजार के बंद होने का समय। अर्थात आपने जिस भी कंपनी के शेयर को जिस भी दिन खरीदा, आपको वह उसी दिन ही बेचना होगा।

जैसे कि आपने सुबह बाजार खुलते समय किसी कंपनी के शेयर को खरीद लिया और बाजार के बंद होने से पहले उसे बेच दिया तो वह इंट्रा डे ट्रेडिंग के अंतर्गत आएगा। अब चाहे आप वह शेयर सुबह 10 बजे ख़रीदे या दोपहर को 3 बजे लेकिन आपको वह शेयर उसी दिन 3:30 से पहले पहले ही बेचना होगा तभी वह इंट्रा डे ट्रेडिंग के अंतर्गत आएगा।

#3. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading In Hindi)

अब स्विंग ट्रेडिंग में आपके शेयर खरीदने व बेचने के समय को और बढ़ा दिया जाता हैं। पहले जो आप आप शेयर कुछ ही घंटों में या उसी दिन बेच देते थे अब उसी शेयर को खरीद कर कुछ दिन के लिए अपने पास रखेंगे। यह समय कुछ दिनों से लेकर एक सप्ताह तक का हो सकता हैं।

उदाहरण के तौर पर आपने किसी कंपनी के शेयर को आज ख़रीदा और फिर उसे 3 दिन बाद बेच दिया तो वह स्विंग ट्रेडिंग के अंतर्गत आएगा। एक तरह से स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी कंपनी के शेयर को कुछ दिन के लिए अपने पास रखते हैं और फिर उसे बेच देते हैं।

#4. पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading In Hindi)

अभी तक आपने ट्रेडिंग के अंतर जाना कि आप किसी शेयर को खरीद कर कुछ घंटों, कुछ दिनों या सप्ताह के अंदर अंदर बेच दिया करते थे लेकिन पोजीशनल ट्रेडिंग के अंतर्गत यह समय बढ़कर दिनों या सप्ताह से बढ़कर एक महीने या कुछ महीने का हो जाता हैं।

कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आप किसी कंपनी के शेयर को लेकर उसे अपने पास कुछ दिनों या सप्ताह भर के लिए ना रखकर कुछ महीने या एक महीने के लिए रखते हैं और फिर उसे बेचते हैं तो इसे पोजीशनल ट्रेडिंग के अंतर्गत माना जाएगा।

स्टॉक मार्किट में पैसे कैसे कमाए? (Stock market me paise kaise kamaye)

अब आपके मन में यह जिज्ञासा उठने लगी होगी कि आप स्टॉक मार्किट में पैसा तो लगा लेंगे लेकिन उससे पैसे कमाने का तरीका क्या है। दरअसल शेयर मार्किट में पैसे कमाने के एक नही बल्क्की कई तरीके हैं और यह हमेशा चलता रहता हैं। अर्थात शेयर बाजार खुलने के बाद इसमें किसी भी कंपनी के शेयर स्थिर नही रहते हैं।

आप कभी भी टीवी पर किसी भी कंपनी के शेयर देख लीजिए या ऐप में देख लीजिए, आपके सामने हर पल हर सेकंड कंपनी के शेयर बाजार में कुछ उछाल या कमी आती देखने को मिल जाएगी। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि 5 मिनट पहले किसी कंपनी का शेयर 110.25 रुपए का था तो अब भी उसी कीमत का हो यह जरुरी नही। उसकी कीमत 110.25 से बढ़कर 110.75 भी हो सकती हैं और उससे कम होकर 109.75 भी।

ऐसे में शेयर मार्किट का बाजार हमेशा गतिमान रहता हैं जब तक इसके बंद होने (Share market me paise kamane ka tarika) का समय ना हो जाए। इसलिए आपको हमेशा चौकन्ना रहना पड़ेगा, शेयर मार्किट के बारे में अच्छे से रिसर्च करनी होगी, सब कंपनी के शेयर जानने होंगे, भूतकाल में उनका इतिहास कैसा रहा हैं यह सब जानना पड़ेगा।

एक तरह से यदि आप शेयर बाजार में पैसा निवेश करने का सोच रहे हैं और उससे लाभ कमाना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में अच्छी तरह से जानना होगा। यदि आप कम जानकारी या अधूरे ज्ञान के साथ शेयर मार्किट में उतरेंगे तो आपका अवश्य ही नुकसान का मुख देखना पड़ेगा। इसलिए आप जिस भी शेयर में अपना पैसा लगाए उसके बारे में पहले से अच्छे से रिसर्च अवश्य कर ले।

स्टॉक मार्किट क्या है – Related FAQs

प्रश्न: स्टॉक मार्केट कैसे काम करती है?

उत्तर: स्टॉक मार्किट में कई तरह की कंपनी के शेयर होते हैं और उसे लोगों के द्वारा ख़रीदा व बेचा जाता हैं।

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प्रश्न: शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें?

उत्तर: शेयर मार्किट में शुरुआत करने के लिए सबसे पहले अपना demat अकाउंट बनाए और उसके जरिये शेयर खरीदना व बेचना शुरू करें।

प्रश्न: शेयर मार्केट में कितनी कंपनियां हैं?

उत्तर: शेयर मार्किट में हजारों कंपनियां हैं व इनकी अनुमानित संख्या पांच हज़ार के आसपास हैं।

प्रश्न: शेयर के भाव कैसे बढ़ते हैं?

उत्तर: जब किसी कंपनी को कोई लाभ होता हैं या उसको कोई डील मिलती हैं तो उसके शेयर के भाव भी बढ़ जाते हैं।

प्रश्न: शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है?

उत्तर: यदि आप बिना जानकारी के या बिना ध्यान दिए शेयर मार्किट में पैसा लगाएंगे तो अवश्य ही इससे आपको नुकसान हो सकता हैं।

प्रश्न: शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं?

उत्तर: शेयर को खरीदने व बेचने के लिए एक demat या ट्रेडिंग अकाउंट का बनाया जाना आवश्यक होता हैं और उसके जरिये ही इनकी खरीदी व बिक्री की जाती हैं।

तो यह था स्टॉक मार्किट का बाजार जिसके बारे में आपने अभी जाना। दरअसल स्टॉक मार्किट (Share market me paise kamane ke tarike) एक बहुत बड़ा बाजार हैं जहाँ पर हर कोई आमंत्रित हैं लेकिन यहाँ पर आपको इस बाजार की अच्छे से जानकारी होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आप सही से खरीदारी व बिक्री नही करेंगे तो आप कंगाल हो जाएंगे और आपने सही से काम कर लिया तो करोड़पति बनते भी देर नहीं लगेगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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