गुप्त शिकायत कैसे करते हैं? गुप्त शिकायत करने का तरीका

कई बार हमारी आंखों के आगे बहुत कुछ ऐसा आपराधिक घटता है, जिसकी हम शिकायत (complaint) करना चाहते हैं, लेकिन अपना नाम आने के डर से नहीं कर पाते। हमें डर रहता है कि आपराधिक कृत्य करने वाले कहीं हमें अथवा हमारे किसी प्रिय अथवा परिजन को नुकसान न पहुंचा दें।

ऐसे में हमारे पास एक ही रास्ता होता है कि हम गुप्त शिकायत (secret complaint) करें, ताकि हमारा नाम अथवा पहचान (name or identity) उजागर न हो। क्या आप जानते हैं कि गुप्त शिकायत करने का तरीका क्या है? यदि नहीं जानते तो भी चिंतित न हों, हम आपको बताएंगे कि आप गुप्त शिकायत कैसे कर सकते हैं। आइए, शुरू करते हैं-

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गुप्त शिकायत क्या होती है? (What is secret complaint?)

मित्रों, इससे पूर्व कि हम यह जानें कि गुप्त शिकायत कैसे करते हैं, आपको सबसे पहले बता देते हैं कि गुप्त शिकायत क्या होती है? (What is secret complaint?) जिस शिकायत में व्यक्ति का नाम अथवा पहचान (name/identity) उजागर नहीं होती, उसे गुप्त शिकायत कहा जाता है। इस प्रकार की शिकायतें पुलिस को बड़ी मात्रा में प्राप्त होती हैं।

गुप्त शिकायत कैसे करते हैं? गुप्त शिकायत करने का तरीका

लोग गुप्त शिकायत क्यों करते हैं? (What the people do secret complaint?)

साथियों, आपको बता दें कि कोई भी व्यक्ति गुप्त शिकायत तब करता है, जब उसे, जिसके खिलाफ वह शिकायत कर रहा है, उससे किसी प्रकार का खतरा (danger) महसूस होता है। उसे डर होता है कि संबंधित व्यक्ति कहीं उसे अथवा उसके प्रिय/परिजनों को कोई नुकसान न पहुंचा दे।

शिकायत यदि प्रभावी अथवा रसूखदार व्यक्ति के खिलाफ की जाती है तो उसके मन में यह डर होना स्वाभाविक भी है। ऐसे में शिकायत में उसका यानी शिकायतकर्ता का नाम/पहचान (name/identity) उजागर न होने से उसका भय समाप्त हो जाता है।

गुप्त शिकायत करने से क्या लाभ होता है? (What is the advantage of making secret complaint?)

दोस्तों, यह तो हमने आपको बताया कि गुप्त शिकायत करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपकी अथवा शिकायत करने वाले की पहचान कहीं भी उजागर नहीं की जाती। खास बात यह है कि कई बार एफआईआर (FIR) तक में भी आपकी पहचान को उजागर नहीं किया जाता।

ऐसा होने से व्यक्ति बेखौफ (fearless) होकर अपने क्षेत्र में हो रही आपराधिक गतिविधियों (criminal activities) की जानकारी पुलिस तक पहुंचा सकता है। दूसरा बड़ा लाभ यह है कि पुलिस को भी सभी क्षेत्रों में निगाह रखने की सहूलियत होती है। ऐसे में वे संबंधित व्यक्ति की उसके क्षेत्र से मिलने वाली शिकायत को गंभीरता से लेती है।

ऑनलाइन गुप्त शिकायत कैसे करें? (How to do secret complaint online?

अब हम आपको जानकारी देंगे कि आप ऑनलाइन गुप्त शिकायत (online secret complaint) कैसे कर सकते हैं। दोस्तों, यह बेहद ही सरल प्रक्रिया है। आपको केवल इतना करना है-

Total Time: 30 minutes

App Download करें –

आप जिस राज्य के निवासी हैं, आपको वहां के पुलिस सेवा एप (police sewa app) को डाउनलोड (download) करना है। यदि आप एंड्रायड यूजर (android user) हैं तो इस एप को आसानी से गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से डाउनलोड (download) कर सकते हैं।

शेयर इंफारमेशन पर क्लिक करें –

एप डाउनलोड (app download) होने के बाद इस एप को ओपन (open) कर लें। यहां आपको शेयर इंफारमेशन (share information) का ऑप्शन दिखेगा। आपको इस आप्शन पर क्लिक (click) करना होगा।

सेलेक्ट टाइप ऑफ इंफारमेशन चुनें –

अब आपके सामने नया पेज (new page) खुल जाएगा।
इसमें सेलेक्ट टाइप ऑफ इंफारमेशन (select type of information) में से जिस संबंध में शिकायत हैं, उस ऑप्शन को चुनें।

yes या No पर क्लिक करें –

इसके बाद आपके सामने डू यू वांट टू शेयर पर्सनल इंफारमेशन (do you want to share personal information) का ऑप्शन आएगा। यदि आप अपनी शिकायत गुप्त रखना चाहते हैं तो यहां नो (no) को सेलेक्ट करें।

शिकायत का ब्यौरा लिखे –

अब आपके सामने शिकायत का ब्योरा (details of complaint) लिखने का ऑप्शन आएगा। आप सिलसिलेवार शिकायत लिख दें।

डॉक्युमेंट्स अपलोड करें –

इसके बाद आपके सामने शिकायत से जुड़ा प्रूफ (proof) मसलन फोटो/दस्तावेज (photo) documents) आदि अपलोड (upload) करने का ऑप्शन आएगा। इस पर क्लिक करके संबंधित दस्तावेज (related documents) अपलोड (upload) कर दें।

सबमिट बटन पर क्लिक करें –

इस प्रकार आपकी गुप्त शिकायत (secret information) सबमिट (submit) हो जाएगी।

ट्रैकिंग नंबर नोट करें –

इसके पश्चात आपको एक ट्रैकिंग नंबर (tracking number) मिलेगा, जिसके जरिए आप अपनी शिकायत का स्टेटस (status of complaint) जान सकते हैं।

क्या गुप्त शिकायत डाक के जरिए की जा सकती है? (Can secret complaint be sent by post?)

लोगों के मन में अक्सर यह सवाल रहता है कि क्या वे गुप्त शिकायत डाक से भेज सकते हैं? क्या पुलिस शिकायत प्राप्त करने के पश्चात इस पर कार्रवाई करेगी? (Will police take any action on it?) तो दोस्तों, आपके इन सवालों का जवाब यह है कि जी हां, आप बेखटके अपनी शिकायत संबंधित थाना अधिकारी तक पहुंचा सकते हैं।

आपको इसके लिए एक सादे कागज पर अपनी पूरी शिकायत लिखनी होगी। केवल इतना करना है कि प्रार्थी की जगह खाली छोड़ देनी है। यहां किसी का नाम,पता, मोबाइल नंबर आदि नहीं लिखना है। इसे एक लिफाफे में रखकर डाक के माध्यम से (by post) संबंधित थाना कार्यालय के पते पर प्रेषित कर दें।

यदि चाहें तो लिफाफे के ऊपर ‘केवल थाना अधिकारी’ को मिले, अथवा ‘गोपनीय डाक’ लिखकर भी भेज सकते हैं। पुलिस अधिकारी अपने स्तर से आपकी शिकायत पर पुलिस कर्मियों को भेजकर जांच (investigation) कराएंगे। यदि मामला सही पाया गया तो संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कार्रवाई (action) भी की जाएगी।

विजिलेंस को गुप्त शिकायत कैसे की जा सकती है? (How secret complaint can be made to vigilance?)

मित्रों, यदि आपको भ्रष्टाचार (corruption) संबंधी किसी मामले की शिकायत करनी है, अथवा आपसे किसी ने किसी सेवा के लिए पैसे की मांग की है यानी रिश्वत/घूस मांगी है तो आप बगैर पहचान उजागर किए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आराम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए विजिलेंस ने टोल फ्री नंबर (toll free number) 18001806666 जारी किया है।

टोल फ्री का अर्थ तो आपको पता ही है कि इस नंबर पर कॉल करने के आपसे कोई पैसे चार्ज नहीं किए जाते। यदि आप उत्तराखंड (uttarakhand) के निवासी हैं तो व्हाट्सएप नंबरों (WhatsApp numbers) पर भी विजिलेंस (vigilance) तक अपनी गुप्त शिकायत पहुंचा सकते हैं। ये नंबर हैं-

a) देहरादून मुख्यालय (dehradun headquarter)-9456592300

b) हल्द्वानी सेक्टर (haldwani sector)-9456592297

यदि आप लैंडलाइन नंबरों (landline numbers) पर शिकायत (complaint) करना चाहते हैं तो ये नंबर इस प्रकार से हैं-

a) सतर्कता निदेशालय (vigilance directorate)-0135-2721381

b) सब सेक्टर श्रीनगर (sub sector Srinagar)-1346-244004

c) हल्द्वानी सेक्टर (haldwani sector)-05946-246372

d) अल्मोड़ा सब सेक्टर (Almora sector)-05962-233210

दोस्तों, इसी प्रकार अन्य राज्यों में वहां के विजिलेंस कार्यालयों के नंबर स्थानीय लोगों (local public) के लिए जारी किए गए हैं। ताकि वे नाम एवं पहचान उजागर हुए बगैर उन तक भ्रष्टाचार एवं सरकारी विभागों में काम के एवज में पैसे मांगे जाने के साथ ही पैसों के अवैध लेन-देन संबंधी शिकायतें पहुंचा सकें।

क्या गुप्त शिकायत पर पुलिस कार्रवाई करती है? (Does police take action on secret complaint?)

साथियों, बहुत से लोगों के मन में पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल भी उठते हैं। वह सोचते हैं कि क्या गुप्त शिकायत पर पुलिस कार्रवाई भी करती है? तो आपको बता दें कि पुलिस गुप्त शिकायत पर जांच के पश्चात उस पर नियमानुसार कार्रवाई भी करती है। विजिलेंस एवं प्रशासन भी गुप्त शिकायतों पर कदम उठाते हैं। ऐसे कई उदाहरण सामने हैं, जहां पुलिस/विजिलेंस, प्रशासन ने गुप्त शिकायत मिलने पर कार्रवाई की।

जैसे देवरिया का ही भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला लें। कुछ वर्ष पूर्व वहां के बीएसए के ऑफिस में एमआईएस इंचार्ज के पद पर कार्यरत एक कर्मी के खिलाफ सेवा प्रदाता यानी सर्विस प्रोवाइडर (service provider) के माध्यम से तैनात कर्मियों के नवीनीकरण के लिए रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की गई थी। मामले में एफआईआर दर्ज हुई। कार्रवाई भी हुई। संबंधित कर्मी की नौकरी भी गई एवं नवीनीकरण भी नहीं हो सका।

क्या सभी गुप्त शिकायतें जांच में सही पाई जाती हैं? (Are all the complaints found true in investigation?)

जी नहीं, दोस्तों सभी गुप्त शिकायतें सही नहीं पाई जातीं। दरअसल, बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जो किसी से रंजिशवश उसके खिलाफ शिकायत कर देते हैं तो वहीं बहुत से लोग केवल एंज्वायमेंट के नाम पर इस प्रकार की शिकायतें करने से नहीं चूकते। इस तरह की ही शिकायतें पहले से ही काम के बोझ में दबे पुलिसकर्मियों के लिए मुसीबत का सबब बन जाती हैं।

कई बार वे फर्जी पत्रों/शिकायतों (fraudulent complaints) की पहचान भी अपने अनुभवों के आधार पर लेते हैं। लेकिन यह भी सच है कि यदि पुलिस को 10 गुप्त शिकायतें मिलती हैं, तो इनमें से केवल करीब 2 फीसदी ही होती हैं, तो फर्जी होती हैं।

इन दिनों यद्यपि पुलिस सेवा एप के बाद से लोग ऑनलाइन शिकायत करने में अधिक दिलचस्पी दिखाने लगे हैं। जबकि किसी वक्त पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने जाने से आम आदमी हिचकिचाता था। इसकी एक वजह यह भी है कि पुलिस की इमेज आम जनता के मन में कोई बहुत अच्छी नहीं होती। इसमें बहुत हद तक भारतीय सिनेमा का भी रोल है।

महिलाएं किन मामलों में गुप्त शिकायत कर सकती हैं? (In what type of matters women can do secret complaints?

मित्रों, आपको बता दें कि महिलाओं को यौन उत्पीडन के मामले में गुप्त शिकायत कराने की सुविधा दी गई है। यानी कि उत्पीड़न की शिकार महिला वूमेन पावर हेल्पलाइन काल सेंटर में 1090 नंबर पर अपनी शिकायत बता सकती है।

उसे अपनी पहचान अथवा नाम उजागर करने की आवश्यकता नहीं। उसे न तो थाना कार्यालय ही बुलाया जा सकता है। यहां तक कि उत्पीड़न की शिकार महिला की रिश्तेदार अथवा सखी भी यदि उसके उत्पीड़न की शिकायत करती है तो उनकी पहचान भी गुप्त रखे जाने का प्रावधान किया गया है।

गुप्त शिकायत का क्या अर्थ है?

जब कोई व्यक्ति अपना नाम अथवा पहचान उजागर हुए बगैर शिकायत करता है तो उसे गुप्त शिकायत कहा जाता है।

गुप्त शिकायत का क्या लाभ है?

इससे व्यक्ति पर अपनी पहचान उजागर होने का डर नहीं रहता। वह बेखौफ अपनी बात कह सकता है।

क्या गुप्त शिकायत ऑनलाइन भी की जा सकती है?

जी हां, पुलिस सेवा एप के माध्यम से गुप्त शिकायत ऑनलाइन भी की जा सकती है।

ऑनलाइन गुप्त शिकायत करने की क्या प्रक्रिया है?

ऑनलाइन गुप्त शिकायत करने की प्रक्रिया की जानकारी हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है, आप वहां से देख सकते हैं।

क्या विजिलेंस ने भी गुप्त शिकायत की सुविधा दी है?

जी हां, विजिलेंस ने भी गुप्त शिकाय की सुविधा दी है।

विजिलेंस की ओर से गुप्त शिकायत के लिए जारी टोल फ्री नंबर क्या है?

विजिलेंस की ओर से गुप्त शिकायत करने के लिए जारी टोल फ्री नंबर 18001806666 है।

क्या पुलिस अथवा विजिलेंस गुप्त शिकायत पर कार्रवाई करती है?

जी हां, पुलिस अथवा विजिलेंस गुप्त शिकायत पर भी अन्य शिकायत की भांति जांच कराती है एवं नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करती है।

क्या जांच में पुलिस को सभी शिकायतें सही मिलती हैं?

जी नहीं, ऐसा नहीं होता। बहुत से लोग कभी रंजिशवश तो कभी एंज्वायमेंट भर के लिए इस प्रकार की शिकायतें कर देते हैं।

महिलाएं किन मामलों में गुप्त शिकायत कर सकती हैं?

महिलाएं यौन उत्पीडन से जुड़े मामलों में गुप्त शिकायत कर सकती हैं।

दोस्तों, हमने आपको गुप्त शिकायत कैसे करते हैं? गुप्त शिकायत करने का तरीका करने के संबंध में जानकारी दी। यदि आप इसी प्रकार की जानकारीप्रद पोस्ट हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं एवं सुझावों का हमेशा की भांति स्वागत है। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश कुमारी

मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

Comments (9)

  1. राशन कोटेदार के खिलाफ बहुत बड़ी गड़बड़ी या है हजारों बोरी राशन पूर्ति निरीक्षक की मिलीभगत से कर लिया है 3 साल 4 साल हो गए आइजीआरएस पोर्टल पर डालते हुए सीएम हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायत किया गया कोई कार्यवाही नहीं हुई है गांव वाले बहुत दुखी हैं राशन भी कम देता है विभिन्न स्तरों पर शिकायत किया जा चुका है तहसील दिवस पर समाधान दिवस पर जिला पूर्ति अधिकारी के यहां कोटेदार दबंग के सिम का है जोर जबरदस्ती भी करता है इसको कमेंट में बताइए किस तरह से इसका कोटा निरस्त हो जिससे नाम गोपनीय रहे कोटेदार दबंग किस्म का है

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  2. Car parking uttar pradesh me gamdhir samasya hoti ja rahi hai. Uttar pradesh ke pryagraj me allahpur pin code_211006 aisa jagah hai. Ki yaha ke log car parking ko lekar pareshaan hai. Yahan badhe_badhe gharon ke bahar makaan ke maalik dabangai se car park kartey hai. Koi bolta hai to dabangai se usko sant kr dete hai. Doctor, INJINYAR, wakill, ya koi bhi sarkari pad pe ho. To unko prasasan ke rool ya prasasan ka jara sa bhi darr ya bhay nhi hota. Unka manna hai ki unka koi bhi kuch nhi krr sakta

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  3. मेरा बलवन्तसिह सोहन सिह अणगा सा निवेदन है कि मेरी कारवाई करे दो मेरे भाई गांव मिल गये काकोसा का लङका है उसकी जमीन अलग है मेरी जमीन अलग है ।ये गांव के दस बीस ।जो गांव कङवङ रोज थौला भरकर रिश्वत लेते है रोज मार ने आते हम लोग गरीब आदमी मे घर मे बैठे छूपक कङवङ पुलिस के डर कही झूठा मूझे बलवन्तसिह को पकङ लेकर गये कोट कागज झूठ बना देते ।मै तो घङे से पानी लाता हू ।मोटीयार बच्ची मेरी लूगाई बच्चे है और सब बूरी तेवङ रखी मन्डोर शिकायत की थी आसपास सब एक इकीयासी पर एक असी पर सौ नबर सब करके सब उन्की तरफ ।।मे कोई जूलम तो किया नही मूझे पानी लाते कङवङ पुलिस रिश्वत लेकर गिरफ्तार करते कङवङ घर मे सूलाते है घर खिलाते वो तो उन्की तरफ बोली गारमेंट ।कानून कारवाई करे निवेदन है ।।प्थवि सिंह हूकम सिंह झूठी ।धर्म साला जमीन छिन कर तरमीने करते ।जब चाहे बिजली काट देते है ।पानी नही लाने देते है ।पुलिस कङवङ को सजा दो गांव पूरी जांच हो किसकी जमीन कहा किया सब चेक ।मारे मने तो ओई रे मारे ।शराब रात आधी पुलिस घर आना ।बिना पमिसण आती है ।

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  4. धनियवाद मुझे आप ने जो जकरी दी है मुझे बोहोत मदत मिली है

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  5. जब भी भ्रष्टाचार की बात आती है तो रिश्वतखोरी को ही हाईलाइट किया जाता है क्या केवल रिश्वत लेना और देना ही भ्रष्टाचार है कमीशन खोरी मिलावट मिलावट निर्माण आदि कार्यों में गुणवत्ता का ना होना और रिश्वतखोरी के अलावा बहुत सी चीजें हैं क्या भ्रष्टाचार की एक सूची तैयार नहीं हो सकती ?

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  6. Apps के माध्यम से जो गुप्त शिकायत दर्ज किया जाए गा , वो शिकायत सार्वजनिक होगा क्या ! या दूसरी बात शिकायत सीनियर अधिकारी के पास पहुंचे गा?

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  7. Sometimes it’s not possible to reach to fake one who has driven money through fake apps on the name of online gift shop n gift items.. They ask to pay ol against sending a gift someone you love and become invisible from the scene

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