सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश कैसे मिलेगा? एडमिशन प्रक्रिया, आवेदन फॉर्म

लड़कियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। सैन्य क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन बात सैनिक स्कूलों की करें तो वहां अभी तक उनके प्रवेश के दरवाजे नहीं खुले थे। केवल मिजोरम का सैनिक स्कूल इसका अपवाद था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिक स्कूलों में लड़कियों को भी प्रवेश दिए जाने का ऐलान किया है।

स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने इस संबंध में घोषणा की। आज इस पोस्ट में हम आपको प्रधानमंत्री की इस चर्चित घोषणा, देश में सैनिक स्कूलों की स्थिति, इन स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया आदि बिंदुओं पर जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश कैसे मिलेगा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन देते हुए कहा कि ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, boards के नतीजे हों या ओलपिंक, हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं। मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि वो भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं, उनके लिए भी सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोले जाएं। आज मैं एक खुशी देशवासियों से साझा कर रहा हूँ। सरकार ने तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।

छात्राओं को सैनिक स्कूल में दाखिला किस सत्र से मिलेगा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर अमल करते हुए 2023 के सत्र से छात्राओं के लिए सभी सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोल दिए जाएंगे। इस सत्र के लिए आवेदन आगामी 22 अक्टूबर, 2021 से शुरू हो जाएंगे व नवंबर तक किए जा सकेंगे। प्रवेश के लिए वही सारी शर्तें छात्राओं पर लागू होंगी, जो छात्रों के लिए तय हैं। स्कूलों में 10-10 सीटें रखी गई हैं।

सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश कैसे मिलेगा? एडमिशन प्रक्रिया, आवेदन फॉर्म

पहली बार लड़कियों की भर्ती किस सैनिक स्कूल में हुई?

दोस्तों, आपको बता दें कि आज से करीब तीन साल पहले मिजोरम के चिंगचिप सैनिक स्कूल में ट्रायल के बतौर पहली बार छात्राओं को भी प्रवेश दिया गया था। देश में नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) द्वारा पोषित यह सबसे नया स्कूल है। इसकी स्थापना 2017 में चिंगचिप में हुई थी।

इसमें 4 जून, 2018 में छह गर्ल कैडेट्स ने पहली बार प्रवेश किया। इस तरह मिजोरम का यह सैनिक स्कूल देश का पहला सैनिक स्कूल बन गया है, जिसने लड़कियों के लिए अपने दरवाजे खोले। यहां कक्षा 6 में 54 लड़कों के साथ 6 लड़कियों को प्रवेश मिला। यह ट्रायल आधार पर शुरू किया गया था। इसकी कामयाबी के बाद अब अन्य सभी स्कूलों में लड़कियों का प्रवेश संभव हो सका है।

सैनिक स्कूलों की आवश्यकता क्यों है?

साथियों, आपके मस्तिष्क में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि सैनिक स्कूलों का उद्देश्य क्या है? इनकी आवश्यकता क्यों है? आपको बता दें कि सैनिक स्कूल में छात्रों को एनडीए (NDA) के जरिये भारतीय सेना में अफसर बनने के हिसाब से तैयार किया जाता है। भारतीय सेना की ज़रूरतों के हिसाब से ही यहां दाखिला पाने वाले बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती है। उसी तरीके से पढ़ाया जाता है।

बता दें कि देश में सबसे पहला सैनिक स्कूल 1961 में महाराष्ट्र के सतारा में खोला गया था। इसके कुछ महीने बाद चार और स्कूल हरियाणा के कुंजपुरा, गुजरात के बालाछाडी, पंजाब के कपूरथला और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में खोले गए थे। देश में वर्तमान में 33 सैनिक स्कूल हैं। इन स्कूलों में सीबीएसई (CBSE) के तहत पढ़ाई होती है। इन आवासीय स्कूलों में केवल अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाया जाता है।

सबसे बड़ा सैनिक स्कूल कहाँ है?

मित्रों, आपको बता दें कि भारत में सैनिक स्कूल भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधीन सैनिक स्कूल सोसायटी (sainik school society) के द्वारा चलाए जाते हैं। झारखंड के तिलैया में सबसे बड़ा सैनिक स्कूल स्थापित है। यहां 6वीं और 8वीं कक्षा में 870 सीटें हैं।

सैनिक स्कूल में किस कक्षा में दाखिला मिलता है?

मित्रों, यह जानकारी बहुत अहम है। आपको बता दें कि सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 और कक्षा 9 में दाखिला मिलता है। सैनिक स्कूल में कक्षा 6 में दाखिले के लिए बच्चे की उम्र 10 साल से लेकर 12 साल के बीच होनी चाहिए। जबकि कक्षा नौ में दाखिले के लिए बच्चे की उम्र 13 साल से लेकर 15 साल के बीच होनी चाहिए।

प्रवेश परीक्षा कितने चरणों में होती है?

दोस्तों, सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों को तीन चरण पार करने होते हैं। पहला चरण होता है-लिखित परीक्षा। दूसरे चरण में प्रवेशार्थी का फिजिकल टेस्ट/मेडिकल टेस्ट होता है। इन चरणों को पार करने वाले अभ्यर्थियों को तीसरे और आखिरी चरण यानी कि साक्षात्कार (interview) के लिए बुलाया जाता है। जो इनमें खरे उतरते हैं, मेरिट के आधार पर उनकी सूची जारी कर प्रवेश का न्योता दिया जाता है।

प्रवेश परीक्षा का आयोजन कौन करता है?

मित्रों, आप जान लीजिए कि सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए हर साल एक प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) आल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम यानी एआईएसएसईई (AISSEE) होती है। 2023 से इसके आयोजन का जिम्मा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए (NTA) को दिया गया है। इसके लिए वेबसाइट aissee.nta.nic.in पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन फार्म भरने के बाद निर्धारित तारीख पर छात्र-छात्राओं की प्रवेश परीक्षा आयोजित कराई जाती है।

एंट्रेंस एग्जाम में किन किन विषयों की परीक्षा होती है?

कक्षा 6 के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में गणित, भाषा, सामान्य ज्ञान और इंटेलिजेंस का एग्जाम होता है। यह एग्जाम ढाई घंटे तक चलता है। जबकि कक्षा 9 के लिए अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामान्य ज्ञान और इंटेलिजेंस का एग्जाम होता है। यह परीक्षा तीन घंटे की होती है। सिलेबस सैनिक स्कूल सोसायटी निर्धारित करती है। कक्षा 6 और कक्षा 9 की परीक्षा के लिए क्रमशः सीबीएसई कक्षा 5वीं और सीबीएसई कक्षा 8वीं का पाठ्यक्रम आता है।

सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए आनलाइन आवेदन कैसे करें?

दोस्तों, सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-

Total Time: 30 minutes

ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएँ

सबसे पहले परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट aissee.nta.nic.in पर जाएं। आप यहाँ क्लीक करके डायरेक्ट भी जा सकतें हैं।सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश कैसे मिलेगा? एडमिशन प्रक्रिया, आवेदन फॉर्म

Application लिंक पर क्लिक करें –

होम पेज पर दिए गए Application के लिंक पर क्लिक करें।

दिशा- निर्देशों को पढ़ें –

फीस व जरूरी दस्तावेजों के बारे में निर्देशों के साथ एक नया पेज खुलेगा। इन निर्देशों को ध्यान से पढ़ने के बाद Proceed टैब पर क्लिक करें।

सैनिक स्कूल प्रवेश फॉर्म भरें –

अब, सैनिक स्कूल प्रवेश फॉर्म आपकी स्क्रीन पर दिखेगा। इसमें परीक्षा का माध्यम, स्कूल के लिए आवेदन, परीक्षा केंद्रों की पसंद, अभिभावक के विवरण और स्थायी पते समेत पूछी गई अन्य सारी जानकारी सही सही भरें।

यूजर आईडी और पासवर्ड जेनरेट करें –

अब यूजर आईडी और पासवर्ड जेनरेट करने के लिए Save पर क्लिक करें। इसके बाद अगला पेज खुलेगा।

डाक्यूमेंट्स अपलोड करें –

यहां पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ की स्कैन कॉपी अपलोड करें। अभ्यर्थी के हस्ताक्षर दिए गए आकार व फार्मेट (JPG) में अपलोड करें। ध्यान रखें कि फोटोग्राफ और हस्ताक्षर का साइज 1 एमबी से कम हो।

फीस पेमेंट करें –

इतना करने के बाद अभ्यर्थियों को ऑनलाइन मोड में फार्म फीस का भुगतान करना होगा। आपको बता दें कि एससी/एसटी वर्ग को फीस के 400 रुपए चुकाने पड़ते हैं। वहीं, सामान्य, ओबीसी व अन्य सभी वर्गों के लिए 550 रुपए फीस रखी गई है।

अब छात्रों को बर्थ सर्टिफिकेट, डोमिसाइल सर्टिफिकेट और जाति सर्टिफिकेट की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी। याद रखें कि इनका फार्मेट jpg, png अथवा pdf हो। साथ ही किसी भी दस्तावेज़ का साइज 2 एमबी से ज्यादा न हो। अब आपके सामने भरे हुए फार्म का preview आ जाएगा। इसे future reference के लिए डाउनलोड कर लें। इसके पश्चात submit के option पर क्लिक कर दें। इस तरह आपका फार्म जमा हो जाएगा।

देश में सैनिक स्कूलों की सूची

साथियों, अब हम आपके सामने देश में राज्यवार सैनिक स्कूलों की सूची पेश करेंगे। यह इस प्रकार से है-

  1. सैनिक स्कूल सतारा, महाराष्ट्र
  2. सैनिक स्कूल कोरुकोंडा, आंध्र प्रदेश
  3. सैनिक स्कूल काज़कुट्टम, केरल
  4. सैनिक स्कूल कपूरथला, पंजाब
  5. सैनिक स्कूल अंबिकापुर छत्तीसगढ़
  6. सैनिक स्कूल, अमरावतीनगर तमिलनाडु
  7. सैनिक स्कूल बीजापुर, कर्नाटक
  8. सैनिक स्कूल भुवनेश्वर, उड़ीसा
  9. सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़, राजस्थान
  10. सैनिक स्कूल, बालछाडी, गुजरात
  11. सैनिक स्कूल गोलापाड़ा, असम
  12. सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, नैनीताल, उत्तराखंड
  13. सैनिक स्कूल गोपालगंज, बिहार
  14. सैनिक स्कूल, कुंजपुरा, हरियाणा
  15. सैनिक स्कूल इम्फाल, मणिपुर
  16. सैनिक स्कूल नगरोटा, जम्मू-कश्मीर
  17. सैनिक स्कूल पूंगलवा नागालैंड
  18. सैनिक स्कूल सुजानपुर तीरा, हिमाचल प्रदेश
  19. सैनिक स्कूल पुरुलिया, पश्चिम बंगाल
  20. सैनिक स्कूल नालंदा, बिहार
  21. सैनिक स्कूल लखनऊ, उत्तर प्रदेश
  22. सैनिक स्कूल रेवाड़ी, हरियाणा
  23. सैनिक स्कूल तिलैया झारखंड
  24. सैनिक स्कूल रीवा, मध्य प्रदेश
  25. सैनिक स्कूल संभलपुर, उड़ीसा

जिन राज्यों में सैनिक स्कूल नहीं वहां कहां प्रवेश होगा

दोस्तों, जिन राज्यों में सैनिक स्कूल नहीं हैं, वहां के छात्रों को प्रवेश के लिए नजदीकी सैनिक स्कूलों में आवेदन की व्यवस्था की गई है, जो इस प्रकार है-

  • दिल्ली के लिए सैनिक स्कूल, कुंजपुरा
  • चंडीगढ़क्षके लिए सैनिक स्कूल, कपूरथला
  • त्रिपुरा के लिए सैनिक स्कूल, इंफाल
  • लक्षद्वीप व माहे के लिए सैनिक स्कूल, कझाकूटम
  • पुडुचेरी व कराइकल के लिए सैनिक स्कूल, अमरावतीनगर
  • गोवा के लिए सैनिक स्कूल, सतारा
  • दीव-दमन, दादर व नगर हवेली के लिए सैनिक स्कूल, बालाछाड़ी
  • मेघालय व सिक्किम के लिए सैनिक स्कूल, गोलपाड़ा
  • अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के लिए सैनिक स्कूल, पुरुलिया
  • यानम व तेलंगाना के लिए सैनिक स्कूल, कोरुकोंडा

परीक्षा आफलाइन (पेन-पेपर) मोड में होती है

साथियों, सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन बेशक आनलाइन होता है, लेकिन इसके लिए परीक्षा परीक्षा आफलाइन (पेन-पेपर) मोड में ही होती है। परीक्षार्थियों को ओएमआर (OMR) शीट भरनी होती है। लगे हाथ आपको यह भी बता दें कि 2023 का entrance exam देश के 176 शहरों में 381 केंद्रों पर हुई थी। इसके नतीजे भी घोषित किए जा चुके हैं।

सैनिक स्कूलों में सालाना फीस कितनी होती है

साथियों, कई लोगों को यह लगता है कि सैनिक स्कूलों में अधिक फीस नहीं पड़ती है। कई लोगों को यह गलतफहमी होती है कि यह स्कूल फ्री में पढ़ाई कराते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। आपको बता दें दोस्तों कि सैनिक स्कूलों की फीस लाखों में होती है। वर्तमान सत्र की बात करें तो सामान्य वर्ग के लिए सालाना फीस सामान्य व रक्षा वर्ग के लिए 1,05,698 रुपए, जबकि एससी/एसटी व अन्य वर्गों के लिए 1,04,318 रुपए थी।

प्रधानमंत्री के कदम से हजारों छात्राओं का सपना पूरा होगा

देश में बड़ी संख्या में ऐसी बालिकाएं हैं, जो सैनिक स्कूलों में पढ़ कर देश सेवा में योगदान देना चाहती हैं। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सैनिक स्कूलों में लड़कियों के एडमिशन के दरवाजे खोले जाने की घोषणा से देश की हजारों लड़कियों का सपना पूरा होगा। अभी तक उन्हें इन स्कूलों में प्रवेश से वंचित रहना पड़ता था।

सैनिक स्कूल से जुड़े सवाल जवाब –

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर बालिकाओं के लिए क्या अहम घोषणा की है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी सैनिक स्कूलों में अब लड़कियों के एडमिशन लिए जाने संबंधी घोषणा की है।

क्या किसी सैनिक स्कूल में लड़कियों का दाखिला हुआ है?

जी हां, देश में मिजोरम का सैनिक स्कूल पहला स्कूल है, जिसमें तीन साल पहले 2018 में लड़कियों को प्रवेश दिया गया।

सैनिक स्कूल में किस किस कक्षा में दाखिला होता है?

सैनिक स्कूल में दाखिला 6ठी और 9वीं कक्षा में होता है।

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क्या प्रवेश के लिए आवेदन में कोई उम्र संबंधी बाध्यता भी है?

जी हां, सैनिक स्कूल में कक्षा 6 में दाखिले के लिए बच्चे की उम्र 10 साल से लेकर 12 साल के बीच होनी चाहिए। जबकि कक्षा नौ में दाखिले के लिए बच्चे की उम्र 13 साल से लेकर 15 साल के बीच होनी चाहिए।

सैनिक स्कूलों के लिए प्रवेश परीक्षा साल में कितनी बार आयोजित की जाती है?

सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है।

इस परीक्षा का क्या नाम है?

इस परीक्षा का नाम आल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम (All India Sainik School Entrance Exam) यानी एआईएसएसईई (AISSEE) है।

सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए परीक्षा का जिम्मा किसके पास है?

सैनिक स्कूलों में एडमिशन के लिए परीक्षा का जिम्मा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National testing agency) यानी एनटीए (NTA) के पास है।

सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए आवेदन को अधिकृत वेबसाइट कौन सी है?

सैनिक स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन को अधिकृत वेबसाइट aissee.nta.nic.in है।

दोस्तों, अभी हमने आपको सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश, सैनिक स्कूलों की संख्या, इन स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया आदि के संबंध में जानकारी दी। हमें पूरी उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आप ऐसे ही किसी अन्य रोचक विषय पर हम से जानकारी चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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