सहारा के निवेशकों का भुगतान कब तक होगा? सहारा इंडिया की वर्तमान स्थिति क्या है?

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हम अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई का पैसा किसी भी कंपनी अथवा योजना में इसलिए निवेश करते हैं, ताकि वक्त जरूरत इस पैसे को निकाल सकें और काम में ले सकें। लेकिन सबके साथ यह नहीं हो पाता। सहारा के निवेशकों को इसी श्रेणी में रखा जा सकता है।

उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा सहारा में इसलिए निवेश किया था, ताकि उन्हें कुछ कमाई हो सके। इसके साथ ही उनकी बचत का पैसा इधर उधर न खर्च होकर सुरक्षित रहे। लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। जिन लोगों ने इस कंपनी में निवेश किया था, उनमें से अधिकांश खाली हाथ हैं।

मैच्योरिटी के बाद उनकी राशि उन्हें नहीं मिल सकी। दिन पर दिन बीतते जा रहे हैं, लेकिन सहारा के निवेशकों का अपनी राशि के लिए इंतजार खत्म नहीं हो पा रहा। आखिर सहारा के निवेशकों को उनकी राशि का भुगतान कब होगा? आज इस पोस्ट में हम आपको यही बताएंगे-

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कंपनी निवेशकों का भुगतान क्यों नहीं कर सकी है? (why company was not able to pay its investors)

दोस्तों, सबसे पहले जान लेते है कि वह क्या वजह है, जिसके चलते सहारा (sahara) अपने निवेशकों (investors) का भुगतान (payment) क्यों नहीं कर सकी है। दोस्तों, दरअसल इस चिट फंड कंपनी (chit fund company) का करीब 23 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक सेबी-सहारा खाते में फंसा हुआ है।

सहारा के निवेशकों का भुगतान कब तक होगा? सहारा इंडिया की वर्तमान स्थिति क्या है?

इस वजह से निवेशकों को भुगतान करना कंपनी के लिए गले की फांस बना हुआ है। अभी सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने इस कंपनी के तमाम बैंक खातों (bank accounts) के लेन-देन (transaction) पर रोक लगा रखी है, जिस कारण बहुत सा पैसा बैंक खातों में भी फंसा हुआ है।

कंपनी इस समय भीषण वित्तीय संकट (serious financial crisis) से जूझ रही है। यही वजह है कि मैच्योरिटी पीरियड (maturity period) पूरा हो जाने के बाद भी वह भुगतान नहीं कर पा रही। कंपनी संचालन (company operation) के लिए पर्याप्त मात्रा में फंड (fund) नहीं, वहीं नए निवेशक कंपनी की हालत देख उसमें राशि निवेश (investment) करने से कतरा रहे हैं। उन्हें अपना पैसा डूब जाने का भय सता रहा है।

सेबी ने बांड होल्डर्स को केवल 129 करोड़ लौटाए हैं (SEBI has returned only 129 cr to bond holders)

दोस्तों, आपको बता दें कि आज से करीब 10 वर्ष पूर्व यानी अगस्त, 2012 में सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने सहारा (Sahara) को पूरा पैसा डिपाजिट (deposit) करने का आदेश दिया था। लेकिन वह ग्रुप (group) अभी तक केवल 15 हजार करोड़ के आस पास ही जमा कर सका है।

जबकि सहारा पर निवेशकों (investors) का अभी 25,781 करोड़ रूपये का बकाया है। सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (securities exchange board of India) यानी सेबी (SEBI) की वित्तीय वर्ष (financial year) 2021 की मीडिया रिपोर्ट कहती है कि सेबी ने बांड होल्डर्स (bond holders) को केवल 129 करोड़ लौटाए हैं। आपको बता दें दोस्तों कि एस्क्रो एकाउंट (ascrow account) में भी भी 23 हजार करोड़ रूपये पड़े हैं।

वहीं, सेबी चेयरमैन (SEBI chairman) अजय त्यागी (Ajay Tyagi) के अनुसार वे केवल 2012 में दिए गए अपेक्स कोर्ट (Apex court) के आदेश का पालन कर रहे हैं। कंपनी को अभी भी कोर्ट की आदेशित राशि को जमा करना बाकी है। आपको बता दें दोस्तों कि अगस्त, 2012 के आदेश के अनुसार रिकवरी (recovery) के लिए जो भी आवश्यक राशि थी। वह अभी तक पूरी तरह नहीं भरी गई है।

सहारा के फील्ड वर्कर्स की याचिका पर कोर्ट ने केंद्र व राज्य को नोटिस भेजा है (court has issued notice to centre and state on rit of sahara field workers)

दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि जबलपुर (jabalpur) में सहारा इंडिया को आपरेटिव सोसायटी (sahara india cooperative society) द्वारा निवेशकों के पैसे न लौटाए जाने के खिलाफ सहारा कंपनी के फील्र्ड वर्करों की ओर से हाईकोर्ट (High court) में कंपनी की संपत्ति (property of company) बेचकर निवेशकों को उनके पैसे लौटाए जाने की याचिका दायर की गई है।

इसके बाद हाईकोर्ट जस्टिस (High court justice) विशाल घगट की युगलपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार समेत अन्य पक्षों को नोटिस (notice) जारी कर जवाब मांगा है। इस याचिका पर सुनवाई (hearing) होनी अभी बाकी है।

यूपी के विशेष सचिव ने भुगतान पर रिपोर्ट मांगी है (special secretary of up seeks report on payment)

उत्तर प्रदेश वित्त विभाग (finance department) के विशेष सचिव (special secretary) गोरखनाथ ने जहानाबाद के डीएम से सहारा समूह के निवेशकों (sahara group investors) से प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्रवाई एवं परिपक्वता राशि (maturity amount) के भुगतान (payment) को लेकर 15 दिन में रिपोर्ट (report) तलब की है।

यह तो आप जानते ही हैं दोस्तों कि मैच्योरिटी के बरसों पश्चात भी खाताधारकों (account holders) को उनकी राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व इस मामले में कई खाताधारकों ने सहारा इंडिया (sahara india) के कार्यालय में भी हंगामा मचाया था।

उन्होंने सहारा बैंक के कार्यालय पर ताला तक जड़ दिया था। उनका आक्रोश यह था कि उन्हें राशि के स्थान पर तारीख पर तारीख मिल रही थी। स्थानीय कार्यालयों (regional offices) के एजेंट (agent) हेड आफिस (head office) से फंड (fund) उपलब्ध न कराए जाने की बात कहकर हाथ खड़े कर दे रहे हैं। सच तो यह है कि उन्हें भी नहीं पता कि निवेशकों की राशि का भुगतान कब होगा।

सहारा में पैसा निवेश करने वालों को अपने भुगतान के लिए कब तक इंतजार करना होगा (till when sahara investors have to wait for their dues)

सहारा इंडिया में पैसा निवेश करने वाले लोग अभी तक अपने पैसे के लिए दर दर भटक रहे हैं। उन्हें नहीं पता कि कंपनी में उनकी निवेश की गई राशि उन्हें कब तक वापस मिलेगी। वे कंपनी के ऐसा न करने के कारणों को नहीं जानना चाहते, वे केवल अपना पैसा वापस चाहते हैं।

लेकिन आपको बता दें कि इसके लिए अभी उन्हें इंतजार करना होगा। यह इंतजार कितना लंबा होगा, अभी इस दिशा में कुछ भी ठीक-ठीक नहीं बताया जा सकता। केवल इतनी उम्मीद रखी जा सकती है दोस्तों कि चौतरफा दबाव के पश्चात शायद इस मामले में कोई हल निकले।

एजेंट्स की लापरवाही भी निवेशकों के लिए मुसीबत बनी

मित्रों, इस तथ्य से आप भी नावाकिफ नहीं होंगे कि सहारा ने अपने जो फील्ड एजेंट्स (field agents) तैनात किए थे, उनमें से कई की लापरवाही भी निवेशकों के लिए मुसीबत बन गई। बहुत से ऐसे भी थे, जो जमा की गई राशि दबाकर बैठ गए। अब लोग पैसे मांग रहे हैं तो वे हेड आफिस (head office) पर जिम्मेदारी की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।

लोग सहारा (sahara) एवं इसके मालिकों को कोस रहे हैं। निवेशकों की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मैच्योरिटी के बावजूद वे अपने ही पैसे के लिए तरस रहे हैं। बहुत सारे लोगों के परिजनों की मृत्यु हो जाने के पश्चात भी उन्हें बकाया राशि नहीं मिल सकी है। बहुत सारे लोग इस बीच ऐसे भी हैं, जो भुगतान को लेकर उम्मीद खो चुके हैं।

देश भर में जगह जगह लोग मारे मारे फिर रहे

साथियों, यह केवल किसी एक शहर की बात नहीं, देश भर में तमाम जगह आपको सहारा में निवेश करने वाले अपने पैसे के लिए मारे-मारे फिरते नजर आ जाएंगे। बहुत सारे लोग अपना गुस्सा कंपनी कार्यालय में तोड़-फोड़ करके निकाल रहे हैं।

लेकिन बहुत से ऐसे हैं, जो गुस्सा भीतर ही भीतर पीकर उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब उनकी राशि उनके हाथ में आएगी। वे रोज सुबह इसी आस में अखबार खोलते हैं कि शायद सहारा के पैसा वापसी संबंधी कोई न्यूज उसमें आई हो। अधिकांश बार उनके हाथ निराशा ही लगती है। कंपनी के एजेंट्स के साथ विवाद करके भी उनके हाथ कुछ नहीं लग रहा।

कई स्थानों पर हालात से तंग आकर कंपनी के एजेंट्स ही शहर छोड़कार गायब हो गए हैं। वे लोगों के गुस्से का शिकार नहीं बनना चाहते। दोस्तों, आपको बता दें कि सहारा के निवेशकों में केवल पुरूष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल थीं, जो अपनी बचत को बढ़ता देखने की इच्छुक थीं, लेकिन अब उनकी आशा है कि उनकी निवेश की गई राशि ही उन्हें वापस मिल जाए तो वे खैर मनाएं।

हर दिन पैसे से जुड़े अपडेट का इंतजार रहता है (people are eagerly waiting for any update regarding their money)

गांव हो अथवा शहर, सहारा में पैसा इन्वेस्ट करने वाले लोगों को हर दिन अपने पैसे से जुडे़ अपडेट (update) का इंतजार रहता है।

मित्रों, आपको बता दें कि हम लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि मामला एक बड़ी आबादी के उसकी मेहनत से कमाए गए पैसों के फंसा होने का है। जैसे ही सहारा के निवेशकों को पैसा लौटाने संबंधी कोई निर्णय होगा, हम आपको अपडेट करेंगे।

चाहे सेबी इस दिशा में कोई कदम बढ़ाए अथवा कोर्ट की ओर से कोई नई बात कही जाए, आपसे कुछ नहीं छूटेगा। इसके लिए आपको बस इतना करना है कि आप बस आप हमारी वेबसाइट (website) को लगातार चेक करते रहिए। आप हम तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं तो कतई झिझकें नहीं। हम आपके हर सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

सहारा इंडिया के निवेशक क्यों परेशान हैं?

इनकी परेशानी का कारण इनके निवेश का पैसा है, जो मैच्योरिटी के बाद भी इन्हें नहीं मिल सका है।

क्या अभी किसी को भी उसकी राशि का भुगतान नहीं हुआ है?

अभी तक बहुत कम लोगों को उनकी राशि का भुगतान हो सका है।

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सेबी-सहारा खाते में कितने रूपये पड़े हैं?

इस खाते में करीब 23 हजार करोड़ रूपये पड़े हैं।

सहारा पर निवेशकों का कितना पैसा बकाया है?

सहारा पर निवेशकों का 25,781 करोड़ रूपये का बकाया है।

सहारा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कदम उठाया है?

सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी के तमाम खातों के लेन-देन पर रोक लगा रखी है।

सहारा इंडिया के निवेशकों को उनकी राशि का भुगतान कब तक हो सकेगा?

इस संबंध में अभी केवल उम्मीद का ही दामन पकड़े रखना होगा। यूं लोगों की नजर इस मामले में कोर्ट पर भी लगी हैं।

दोस्तों, हमने आपको बताया कि सहारा इंडिया निवेशकों का भुगतान कब तक करेगा। यदि आपने भी इस कंपनी में निवेश किया है तो आपको अभी भी धैर्य बनाए रखना होगा। इसी प्रकार के किसी महत्वपूर्ण विषय पर जानकारी पाने के लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट कर सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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Comments (4)

  1. Modi ji sahara se paise wapas dilaiye… Is baar kya bajana hoga wo bhi bol de… Aapki government nahi chahiye aur… 10 saal aap logo ko jitna lootna tha loot liye… Congress k time par unemployment rate that lekin BJP aane par wo triple ho gaya hai.. And chit fund companies bohot jyada ho gaye hai… Aap please minister mat baniye… Aapko aur nahi dekhna as PM… We want an educated person like Kejriwal… BJP hatao… Lekin is desh k log itna nahi samajhti…

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  2. सहारा इंडिया जैसी कितनी कंपनियां हैं जो लोगों को लुटती रहे हैं इन कंपनियों को लाइसेंस कहां से मिल जाता है यह कहां का संविधान है कि लोगों का पैसा जमा कराना और उसके बाद उनकी मेच्योरिटी पूरी हो जाने के बाद भी उनको समय से पैसा ना देना यह सब स्थित जाने के बाद भी सरकार और सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट में भी तारीख पर तारीख मिलती रही हैं ऐसी कंपनियों के खिलाफ संविधान में ऐसा कानून बनना चाहिए कि भविष्य में कोई दूसरी कंपनी लोगों को धोखा ना दे सके आज से करीब 26 साल पहले एक ऐसी ही कंपनी थी जिसका नाम महाकौशल ग्रुप था जिसका केस कटनी झिंझरी कोर्ट मध्य प्रदेश में लगा हुआ है आज तक उसका फैसला नहीं हुआ ऐसी स्थिति में लोगों का गुस्सा जायज होता है आम आदमी ऐसी स्थिति में कोई गलत कदम उठा लेता है तो उसे तुरंत जेल में डाल दिया जाता है और सुब्रत राय जैसे लोगो को कोई कुछ नहीं बोलता उनके लिए ना कोई संविधान है ना कोई कानून है

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