महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना आवेदन, अनुदान, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज

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देश का कोई भी राज्य हो किसानों की हालत बहुत अच्छी नहीं। महाराष्ट्र के किसान भी इसी में शामिल हैं। उन्हें डीजल और बिजली पंपों से सिंचाई करनी पड़ रही है। बिजली का बिल बहुत आता है और डीजल के हाल किसी से छिपे नहीं हैं। कुछ दिन पहले डीजल की कीमतें पेट्रोल को पछाड़कर इससे भी ऊपर चली गई थी। किसानों के लिए चहुंओर मुश्किल है। ऐसे में किसानों की मदद के लिए वहां की सरकार महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना लेकर आई है।

माना जा रहा है कि यह योजना किसानों के लिए बहुत सहूलियत भरी होगी। आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि यह योजना क्या है? इस योजना से कितने किसान लाभान्वित होंगे? योजना के तहत कितना अनुदान प्रदान किया जाएगा? कौन कौन से किसान योजना के पात्र होंगे यानी कि योजना का लाभ उठा सकेंगे। आइए, शुरू करते हैं –

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महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना क्या है? What Is Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana?

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना आवेदन, अनुदान, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज

दोस्तों, महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना का शुभारंभ सरकार ने किसानों को आसान तरीके से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया है। इसके तहत महाराष्ट्र सरकार राज्य के कृषि करने वाले किसानों को उनके खेतों की सिंचाई करने के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराएगी। योजना के तहत कुल एक लाख सौर कृषि पंप प्रदान किए जाएंगे। योजना के लाभार्थियों को 95 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा। इसके लिए आने वाले तीन साल की अवधि निर्धारित की गई है। आसान शब्दों में यह कह सकते हैं कि योजना के तहत तीन साल में एक लाख पंप लगाए जाएंगे। यानी इस योजना से महाराष्ट्र के कुल एक लाख किसान लाभान्वित होंगे।

Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana Details In Hindi –

योजना का नाममहाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषी पंप योजना
किसके द्वारा शुरू किया गयामहाराष्ट्र सरकार
लाभार्थीराज्य के किसान
उद्देश्यकिसानो को सोलर पंप उपलब्ध कराना
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन
ऑफिसियल वेबसाइटhttps://www.mahadiscom.in/solar/index.html#
  • सबसे पहली बात यह है कि इस योजना के तहत केवल महाराष्ट्र राज्य के किसानों को लाभ मिलेगा।
  • सरकार योजना के पहले चरण में 25 हजार सोलर पंप, दूसरे चरण में 50 हजार पंप, जबकि तीसरे चरण में कुल 25 हजार सोलर पंप सरकार किसानों के बीच वितरित करेगी।
  • पांच एकड़ से कम खेत वाले किसानों को तीन एचपी डीसी और पांच एकड़ से अधिक के खेत वाले किसानों के लिए पांच एचपी डीसी पंपिंग सिस्टम लगाया जाएगा।
  • जिन किसानों के पास पहले से बिजली कनेक्शन है, उन्हें इस योजना के तहत सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप का लाभ नहीं दिया जाएगा।
  • सोलर पंप योजना की वजह से सरकार के ऊपर जो बिजली का अतिरिक्त भार है, उसके भी कम होने की उम्मीद है।
  • इस योजना के तहत पुराने डीजल पंपों को सोलर पंपों से बदले जाने की रणनीति है। इससे पर्यावरण में प्रदूषण भी कम होगा।
  • सिंचाई क्षेत्र में सरकार बिजली के लिए सब्सिडी देती है। इस योजना की वजह से सरकार पर सब्सिडी का भी बोझ कम पड़ेगा।

यदि चार वाक्य में योजना की बात करें तो इसके तहत पानी के सुनिश्ति स्रोत वाले किसान पात्र होंगे। अब हम आपको यह बताएंगे कि कौन कौन से किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। दोस्तों, आपको बता दें कि पारंपरिक बिजली कनेक्शन वाले किसानों को इस योजना से सोलर एजी पंप का लाभ नहीं मिलेगा।

क्षेत्र के किसान जो ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत का विद्युतीकरण नहीं करते, दूरस्थ और जनजातीय क्षेत्र के किसानों के साथ ही वन विभाग से एनओसी के कारण अभी तक विद्युतीकरण नहीं होने वाले गांव के किसान इसके लिए पात्र होंगे। आपको यह भी बता दें कि एजी पंप के लिए नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करने वालों की सूची बेहद लंबी और लंबित है।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के लिए जरूरी दस्तावेज – Documents required for Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana

आइए यदि आप भी महाराष्ट्र कृषि सोलर पंप योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको अन्य दूसरी तमाम सरकारी योजनाओं की तरह कुछ दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। अब हम आपको बताते हैं कि यह दस्तावेज कौन कौन से हैं। आपको योजना के लिए आवेदन करते समय इन कागजात को तैयार रखना होगा, क्योंकि इन्हें आवेदन के वक्त अपलोड करना होगा। आइए, बताते हैं कि यह दस्तावेज कौन कौन से हैं-

  • आवेदक का आधार कार्ड नंबर
  • आवेदक का मोबाइल नंबर
  • एंव आवेदक का पहचान पत्र
  • आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
  • खेत के स्वामित्व के कागजात
  • बैंक की खाता संख्या और पासबुक
  • आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो

यह भी जानें –

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के लिए कैसे आवेदन करें? How to apply for Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana?

  • महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले आवेदक को योजना की ऑफिशियल यानी आधिकारिक वेबसाइट https://www.mahadiscom.in/solar/index.html पर जाना होगा।
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के लिए कैसे आवेदन करें? How to apply for Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana?
  • यहां पहुंचने के बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
  • इस होम पेज पर आपको beneficiary services का विकल्प दिखाई देगा।
  • इस विकल्प पर click करने के बाद आपको new consumer के विकल्प पर click करना होगा।
  • यहां click करने के पश्चात आपके सामने application form खुल जाएगा।
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के लिए कैसे आवेदन करें How to apply for Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana
  • आपको इस application form में पूछी गई सारी जानकारी कदम दर कदम भरनी होगी। जैसे-आवेदक का ब्योरा और लोकेशन, भुगतान लंबित एजी कनेक्शन, नजदीकी एमएसईडीसीएल उपभोक्ता संख्या (जहां पंप लगाया जाना है) आवेदक के निवास स्थान का ब्योरा और लोकेशन।
  • इसके पश्चात आवेदक को अपने सभी दस्तावेजों को नियत स्थान पर अपलोड करना होगा।
  • सारी जानकारी भर देन और अच्छी तरह से चेक करने के बाद submit के बटन पर click कर दें।
  • इस प्रकार से आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

यह भी जानें –

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना आवेदन की स्थिति कैसे चेक करें? How to check the status of Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana application?

कई बार यह होता है कि आप किसी योजना के लिए आवेदन कर देते हैं, लेकिन इसके बाद आपको दिनों तक पता नहीं चलता कि आपके आवेदन का क्या हुआ। इसका सीधा सा उपाय है कि आप अपने आवेदन की स्थिति जांच लें। यदि आप भी महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के लिए किए गए अपने आवेदन पत्र की स्थिति, यानी कि आपका आवेदन कहां लंबित है, जानना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा। अब हम आपको इस प्रक्रिया की जानकारी देंगे।

  • सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट https://www.mahadiscom.in/solar/index.html पर जाना होगा।
  • इसके पश्चात आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
  • यहां जाने के बाद होम पेज पर आपको benficiary services का विकल्प दिखेगा।
  • इस विकल्प पर click करने के बाद आपको track application status का विकलप दिखाई देगा।
  • आपको इस विकल्प पर click करना होगा, इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
  • इस पेज पर आपको अपना application status जानने के लिए beneficiary ID डालकर search के बटन पर click करना होगा।
  • इसके पश्चात आपके सामने आपके आवेदन की स्थिति प्रकट हो जाएगी। यानी कि आपको आपका application status दिख जाएगा।

यह भी जानें –

परंपरागत खेती में लागत ज्यादा, मुनाफा कम

आप जानते ही हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन अभी भी ज्यादातर किसान परंपरागत तरीकों से खेती करते हैं। ऐसे में उनकी लागत बहुत आती है और मुनाफा कम होता है। छोटी जोत की खेती में मुनाफे की बहुत गुंजाइश भी नहीं होती। ऐसे में देश का किसान तंगहाली में अपना जीवन व्यतीत होता है। गांवों में अभी भी कृषि मानसून पर आधारित है, ऐसे में यदि बारिश अच्छी नहीं हुई या समय पर नहीं हुई तो या तो खेत सूख जाते हैं या फिर फसलें मौसम के बदलाव की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे में अपना खर्च पूरा करने के लिए किसान बैंकों की शरण में जाते हैं।

वहां किसानों को कम ब्याज पर लोन का सपना तो दिखाया जाता है, लेकिन फसल ठीक से नहीं होती तो ऐसे में उसकी कमाई ब्याज की भेंट चढ़ जाती है। मूल ज्यों का त्यों बना रहता है। उस पर बैंकों की वसूली प्रक्रिया इतनी कठोर है कई बार बैंक लोन की किश्त न चुका पाने के चलते किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाते हैं। बहुत राज्यों में खेतों में ही किसानों की लाशें पेड़ों पर लटकी मिलती हैं। जिसका एक बड़ा कारण आर्थिक बदहाली भी है। वसूली प्रक्रिया का शिकार होने से अच्छा उन्हें जान दे देना लगता है।

आपको यह बता दें कि महाराष्ट्र भी एक ऐसा राज्य है, जहां किसान बड़ी तादाद में हालात का शिकार होकर आत्महत्या करते हैं। ऐसे में यदि सरकार उनके भले के लिए कोई योजना लाई है तो उसका स्वागत होना चाहिए।

किसान कभी नहीं चाहता कि उसका बेटा किसान बने

आपको पता ही होगा कि खेती का एक सीधा सा फंडा है कि यदि किसान की खेती की लागत घटेगी तो मुनाफा अच्छा होगा। कम से कम उसे जान देने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। कमाई न होना ही एक बड़ी वजह है कि किसान अपने बेटे को कभी किसान नहीं बनाना चाहता। वह उसे अधिकारी बनाना चाहता है या फिर किसी अच्छे ओहदे पर देखना चाहता है। कई बड़े किसानों की भी यही ख्वाहिश रहती है।

हालांकि देश में कई बड़े कृषि अनुसंधान संस्थान हैं, जो कम लागत वाली और अच्छे उत्पादन वाली किस्में ईजाद करते हैं, लेकिन यह भी विडंबना है कि इन कृषि वैज्ञानिकों की बेहतर खोज का लाभ जमीन पर खेती कर रहे किसानों को नहीं मिल पाता। उनकी खोजें ज्यादातर कृषि गोष्ठियों, मेलों और कार्यक्रमों की शोभा बनकर रह जाती हैं। वैज्ञानिक तरीके से खेती की आवाज केवल आवाज बनकर रह जाती है। ऐसे में आप उत्तराखंड का उदाहरण देख सकते हैं, जहां सीढ़ीदार खेतों में परंपरागत तरीके से खेती होती है। ज्यादातर फसलें जंगली जीव चट कर जाते हैं। बंदर, लंगूर, सुअर, नीलगाय आदि जानवर उनके लिए मुसीबत खड़ी करते हैं।

कुछ लोगों ने अब यहां वैज्ञानिक तरीके से खेती की शुरुआत की है। अदरक और हल्दी की खेती पर फोकस किया है, जिन्हें बंदर या अन्य जंगली जीव नुकसान नहीं पहुंचाते। लेकिन यह कवायद अभी बहुत सीमित क्षेत्र में है। खेती को आगे ले जाना है तो इस तरीके से खेती को प्राथमिकता देनी होगी। सरकार इस दिशा में प्रयास जरूर कर रही है, लेकिन यह प्रयास ऊंट के मुंह में जीरे के समान हैं।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके जवाब

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना क्या हैं?

महाराष्ट्र प्रदेश सरकार ने अपने प्रदेश के किसानों के लिए महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषी पंप योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को खेती सिंचाई के लिए सरकार की तरफ से कृषि सौर पंप खरीदने के लिए 90% से लेकर 95% तक की अनुदान राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

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महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना की शुरुआत क्यो की हैं?

प्रदेश में बढ़ती डीजल पेट्रोल की कीमत को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना की शुरुआत की है। ताकि किसानों के लिए खेती सिंचाई के लिए महंगे पेट्रोल डीजल या बिजली का सामना ना करना पड़े और कम खर्च में कृषि सौर पंप का उपयोग करके खेती सिंचाई कर सकें।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना का कितने किसानों को दिया जाएगा?

Mukhyamantri Saur Krishi Pump Yojana के अंतर्गत महाराज सरकार ने प्रदेश के 100000 किसानों को लाभान्वित करने का उद्देश्य का रखा हैं। इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 25000 दूसरे चरण में 50000 और तीसरे चरण में 25000 सोलर पंप किसानों को वितरण किए जाएंगे।

मैं एक किसान के रूप में महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना का लाभ ले सकता हूँ?

जी हाँ अगर आप महाराष्ट्र के निवासी हैं और पेशे से किसान हैं तो आप ऊपर दिए गए जरूरी दस्तावेज और पात्रता के अनुसार इस योजना में आवेदन करके सब्सिडी पर कृषि सौर पंप खरीद सकते हैं।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के तहत 3HP, 5HP सौर पंप लेने में कितना खर्चा आएगा?

वर्तमान समय में सामान्य 3HP कृषि सौर पंप कि कीमत 35000 रुपये और 5HP 45000 रुपए है। लेकिन अगर आप महाराष्ट्र अटल सौर कृषि पंप योजना के अंतर्गत कृषि सौर पंप लेते है तो आपको सौर पंप की कीमत के अनुसार 10% या 5% ही राशि देंनी होगी। बाकी 90% से 95% की राशि सरकार की तरफ प्रदान की जाएगी।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना में आवेदन कैसे करें?

इस वेबसाइट www. mahadiscom.in पर जाकर आप वेबसाइट के होमपेज पर देते New Consumer पर क्लिक करके ओपन हुए आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी को भरकर फॉर्म सबमिट करके इस योजना में अपना आवेदन कर सकते हैं। बाकी ऊपर हमने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषी पंप योजना में आवेदन प्रक्रिया के बारे में बताया जिसे आप फॉलो कर सकते हैं।

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के बारे में अंतिम शब्द –

दोस्तों, आपने देखा कि अभी अभी हमने आपको महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना के संबंध में जानकारी दी। उम्मीद है कि महाराष्ट्र मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप योजना आवेदन, अनुदान, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज कीजानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि इसी तरह की किसी जनहित से जुड़ी योजना के संबंध में आप जानकारी चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में योजना का नाम टाइप करके हमें भेज सकते हैं। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम आपको पूछी गई योजना के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध करा सकें। आपके सुझावों और प्रतिक्रियाओं का हमें इंतजार है। तो देर किस बात की। कमेंट बाक्स में टाइप करके अपनी बात हम तक पहुंचाइए। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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