उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता आवेदन, पात्रता मापदंड, शर्तें, आवश्यक दस्तावेज | वार्षिक छात्रवृत्ति योजना

उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक ऐसे ढेरों छात्र छात्राएं होते हैं, जो स्वयं अपनी शिक्षा का खर्च वहन नहीं कर सकते। ऐसे छात्र छात्राओं के लिए केंद्र सरकार के साथ ही विभिन्न राज्य सरकारें भी छात्रवृत्ति योजनाएं चलाती हैं। जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रवृत्ति योजना, मेधावी छात्र कल्याण योजना आदि। उत्तराखंड की सरकार भी इस तरह की कई योजनाएं चला रही है। इन्हीं में एक योजना ललित कला में स्नातक/ स्नातकोत्तर कर रहे छात्र छात्राओं के लिए भी है। वह है उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता योजना।

आज इस पोस्ट में हम आपको उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता/वार्षिक छात्रवृत्ति योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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ललित कला आर्थिक सहायता/वार्षिक छात्रवृत्ति योजना क्या है?

उत्तराखंड राज्य में ललित कला यानी फाइन आर्ट्स (fine arts) क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने हेतु ललित कला आर्थिक सहायता/ वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान किए जाने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा यह योजना चलाई जा रही है। यह स्कालरशिप ललित कला शिक्षा निधि के अंतर्गत प्रदान की जाती है। इसके संचालन का जिम्मा उत्तराखंड प्रदेश के संस्कृति विभाग पर है।

Uttarakhand Lalit Kala Aarthik Sahayata Scheme 2021 Details –

योजना का नामललित कला आर्थिक सहायता योजना
राज्य का नामउत्तराखंड
लास्ट डेट30 नवंबर 2021
आवेदन का माध्यमऑफलाइन
ऑफिशल वेबसाइटकोई नहीं
उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता आवेदन, पात्रता मापदंड, शर्तें, आवश्यक दस्तावेज | वार्षिक छात्रवृत्ति योजना

ललित कला आर्थिक सहायता योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक शर्तें

दोस्तों, आपको बता दें कि ललित कला विभाग, उत्तराखंड की ओर से इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन को कुछ योग्यता/शर्तें निर्धारित की गई हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • 1. योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को उत्तराखंड प्रदेश का मूल/स्थाई निवासी होना आवश्यक है।
  • 2. केवल 18 वर्ष से लेकर 22 वर्ष के मध्य के छात्र छात्राएं ही योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
  • 3. यह अनुदान प्रदेश के किसी विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त विद्यालयों, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी (UGC), भारत सरकार एवं भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाओं जैसे दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स, आर्ट कालेज लखनऊ तथा शांतिनिकेतन में अध्ययनरत एवं इसके द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेजों के स्नातक/ स्नातकोत्तर कक्षाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मिलेगा।

ललित कला आर्थिक सहायता योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज

मित्रों, प्रत्येक विभागीय योजना की भांति वार्षिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठाने के लिए भी छात्र छात्राओं को कुछ दस्तावेज आवश्यक रूप से संलग्न करने होंगे, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • 1. आवेदक छात्र छात्रा का आधार कार्ड।
  • 2. आवेदक के पासपोर्ट साइज के दो फोटो।
  • 3. आवेदक के बैंक खाते का ब्योरा। जैसे-बैंक खाता संख्या, बैंक का आईएफएससी कोड (IFSC code)।
  • 4. बैंक पासबुक की फोटो कापी।
  • 5. आवेदक का मोबाइल/ टेलीफोन नंबर।

वार्षिक छात्रवृत्ति योजना से संबंधित अन्य खास बातें

साथियों, अब वार्षिक छात्रवृत्ति योजना से जुड़े कुछ आवश्यक बिंदुओं पर एक नजर डालते हैं-

  • 1. आवेदकों में से कम से कम एक छात्रा को चयनित किया जाएगा।
  • 2. अनुदान की धनराशि कितनी होगी एवं कितने विद्यार्थियों को वर्ष में अनुदान दिया जाएगा इसका निर्णय चयन समिति (selection committee) ही करेगी। इस संबंध में उसका ही फैसला अंतिम रहेगा।
  • 3. चयनित छात्र, छात्राओं को छात्रवृत्ति चयन वर्ष से लेकर अंतिम वर्ष तक के अध्ययन यानी पूरी पढ़ाई तक के लिए मिलेगी।

ललित कला आर्थिक सहायता योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

दोस्तों, आपको बता दें कि अभी इस छात्रवृत्ति योजना के लिए आनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। आवेदक इसके लिए केवल आफलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है। छात्र/छात्राओं को निम्न steps follow करने होंगे-

Total Time: 1 day

अपने कॉलेज से आवेदन फॉर्म ले –

छात्र/छात्रा जिस महाविद्यालय अथवा संस्थान में ललित कला की शिक्षा प्राप्त कर रहे हों, वहां जाकर आवेदन पत्र लें।

फॉर्म भरे –

इसके पश्चात इस फार्म में पूछी गई सारी जानकारी सही सही भरें।

आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें –

फार्म भरने के पश्चात इसके साथ ऊपर बताए गए दस्तावेजों को नत्थी करें। जैसे-छात्र/छात्र छात्रा का मूल निवास/ स्थाई निवास प्रमाण पत्र तथा अन्य शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र आदि।

कॉलेज में फॉर्म जमा करें –

आवेदन पत्रों को संबंधित महाविद्यालय/संस्थान के माध्यम से महानिदेशक, संस्कृति निदेशालय, एमडीडीए कॉलोनी, डालनवाला, देहरादून में भेजा जाएगा। छात्र, छात्रा यदि चाहें तो संबंधित कार्यालय में उपस्थित होकर स्वयं अपना आवेदन पत्र जमा करा सकते हैं।

ललित कला आर्थिक सहायता योजना के लिए कब तक आवेदन किया जा सकता है

मित्रों, आपको बता दें कि इस उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता/वार्षिक छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन आगामी 30 नवंबर 2021 तक किया जा सकता है। संस्कृति विभाग, उत्तराखंड की ओर से इस संबंध में स्पष्ट कर दिया गया है कि निर्धारित तिथि यानी 30 नवंबर, 2021 के पश्चात कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

कोई दिक्कत हो तो इस टेलीफोन नंबर पर संपर्क करें

दोस्तों, यूं तो हमने आपको योजना के लिए आवेदन संबंधी पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है। इसके बावजूद यदि आपको इस उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता/ वार्षिक छात्रवृत्ति योजना के संबंध में कोई भी जिज्ञासा है, आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं, तो टेलीफोन नंबर 0135-2712595 पर संपर्क कर सकते हैं। आपको आवेदन के संबंध में कोई जानकारी चाहिए तो वह भी यहां से मिल जाएगी।

ललित कला से क्या आशय है?

अब आपको बताते हैं कि ललित कला से क्या आशय है। दरअसल, अभी भी बहुत से साथी ललित कला के अर्थ से परिचित नहीं। तो मित्रों, आपको बता दें कि इस कला का सार इसकी अभिव्यक्ति में समाहित है। यह ऐसी कला है, जिसमें सुकुमारता एवं सौंदर्य की अपेक्षा होती है। एवं इसकी सृष्टि मुख्यतः मनोविनोद यानी मनोरंजन के लिए होती है। इसे ही ललित कला कहते हैं। जैसे गीत, संगीत, नृत्य, नाट्य, तथा विभिन्न प्रकार की चित्रकलाएं। जैसे-भरत नाट्यम, कथकली, कूच्चुप्पुडी आदि नृत्य।

आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा का सहारा

आर्थिक रूप से कमजोर छात्र छात्राओं के लिए सरकार विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाएं चलाती है। इसी प्रकार यह माना जा रहा है कि ललित कला आर्थिक सहायता/वार्षिक योजना भी निर्धन छात्रों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मददगार साबित होगी। देश में ऐसे अनेक छात्र हैं, जो पैसे के अभाव में अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। वे अपने सपनों को तिलांजलि देने पर मजबूर हो जाते हैं। या तो वे अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं या अपना रास्ता बदल लेते हैं।

यानी कोई ऐसा कोर्स करने लगते हैं, जिसमें कोई अधिक खर्च नहीं आता एवं व्यवसायपरक भी होता है। ऐसा इसलिए ताकि उसके सहारे कोई जाब हासिल कर वे मुश्किल वक्त में अपने परिवार का सहारा बन सकें। इसके अलावा एक और सच यह भी है कि वर्तमान में उच्च शिक्षा काफी महंगी हो गई है। ऐसे में ललित कला के छात्र छात्राओं को पढ़ाई बीच में न छोड़ना पड़े। इस तरह की सभी मुश्किलों से छात्र-छात्राओं को दूर करने में भी यह छात्रवृत्ति योजना सहायक होगी।

कोरोना काल ने बहुत से अभिभावकों की स्थिति खराब की

दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि लगभग 2 साल से पूरी दुनिया, जिसमें भारत भी शामिल है, कोरोना का दंश झेल रहे हैं। कोरोना ने तमाम को बहुत तरह के दुख दिए हैं। हजारों लोगों ने कोरोना की वजह से अपनी जिंदगी गंवा दी, तो वहीं करोड़ों लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अपनी नौकरी, उद्योग धंधों से हाथ धोना पड़ा। जिनकी रोजी-रोटी कोरोना की वजह से प्रभावित हुई। छात्र-छात्राएं अलग तरीके की मुश्किलों से जूझे। स्कूल, कालेज बंद हो गए। लेकिन सबसे ज्यादा मार अभिभावकों पर पड़ी है।

हजारों लोग ऐसे हैं, जो अपनी रोजी रोटी के लिए भी ढंग से जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं, सवाल यह है कि ऐसे में वह अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्च कहां से निकालें। ऐसे लोगों को अपने बच्चों के पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति का ही भरोसा है। और ललित कला के भी ऐसे हजारों छात्र हैं, जिन्हें अपनी पढ़ाई के लिए किसी ना किसी आर्थिक सहारे की जरूरत है।

ऐसे छात्रों के लिए यह छात्रवृत्ति एक राहत साबित होगी। वे बगैर खर्च की चिंता के अपनी ललित कला की स्नातक/स्नातकोत्तर (ug/pg) की डिग्री पूरी कर सकेंगे।

उत्तराखंड में राज्य ललित कला अकादमी के लिए प्रयास जारी

साथियों, आपको बता दें कि उत्तराखंड में ललित कलाओं के विकास का कार्य संस्कृति विभाग (cultural department) के जिम्मे है, किंतु विभिन्न कलाकार एवं कला के क्षेत्र से जुड़े विद्वान ललित कलाओं के विकास के लिए उत्तराखंड में राज्य ललित कला अकादमी एवं राष्ट्रीय ललित कला अकादमी का उप केंद्र खोलने की मांग कर रहे हैं एवं इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।

आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना को के 20 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद बाद भी दृश्य कलाओं के लिए उत्तराखंड में ना तो राष्ट्रीय ललित कला अकादमी का कोई उपकेंद्र या केंद्र है एवं ना ही राज्य अकादमी की स्थापना हो सकी है। अब इनकी स्थापना की वकालत कर रहे कलाकारों का कहना है कि उपकेंद्र (sub center) में चित्रकला, मूर्तिकला एवं छापा कला इत्यादि के लिए आवश्यक उपकरण इत्यादि की व्यवस्था राष्ट्रीय ललित कला अकादमी करेगी।

इसके अतिरिक्त उपकेंद्र में कलाकारों के काम करने की व्यवस्था भी होगी। उन्हें अकादमी की ओर से स्कालरशिप भी मिलेगी, जिससे युवा कलाकारों को कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।

उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता योजना से जुड़े सवाल जवाब –

ललित कला आर्थिक सहायता एवं वार्षिक छात्रवृत्ति योजना का उद्देश्य क्या है?

इसका उद्देश्य ललित कला में स्नातक एवं स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने के लिए विद्यार्थियों की आर्थिक सहायता करना है।

क्या किसी भी प्रदेश के छात्र छात्राएं इस छात्रवृत्ति के लिए अर्ह हैं?

जी नहीं, केवल उत्तराखंड के ही छात्र छात्राओं को यह आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

छात्रवृत्ति के तहत कितनी धनराशि प्रदान की जाएगी?

इस छात्रवृत्ति के तहत कितनी धनराशि प्रदान की जाएगी इसका फैसला चयन समिति करेगी।

क्या इसमें महिला छात्राओं के लिए कोई विशेष प्रावधान है?

जी हां, आवेदकों में से एक छात्रा को अवश्य यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।

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क्या योजना का लाभ लेने के लिए आनलाइन आवेदन किया जा सकता है?

जी नहीं, इसके लिए केवल आफलाइन सुविधा ही उपलब्ध है।

आवेदन के लिए क्या उम्र संबंधी बाध्यता रखी गई है?

जी हां, केवल 18 वर्ष से लेकर 22 वर्ष तक के छात्र छात्राएं ही योजना के तहत आवेदन करने के लिए पात्र होंगे।

आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?

आवेदन आने वाली 30 नवंबर, 2021 तक किए जा सकते हैं।

यह छात्रवृत्ति कितनी अवधि के लिए मिलेगी?

ललित कला के छात्र छात्राओं को यह छात्रवृत्ति चयन वर्ष से लेकर अंतिम वर्ष यानी पढ़ाई पूरी करने तक मिलेगी।

इस छात्रवृत्ति के संचालन का जिम्मा किस पर है?

इस छात्रवृत्ति के संचालन का जिम्मा उत्तराखंड के संस्कृति विभाग पर है।

दोस्तों, हमने आपको उत्तराखंड ललित कला आर्थिक सहायता/ वार्षिक छात्रवृत्ति योजना के संबंध में जानकारी दी। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आप इसी प्रकार के किसी जानकारी परक विषय पर हमसे जानकारी चाहते हैं तो हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं आपकी प्रतिक्रियाओं का हमें हमेशा की तरह इंतजार रहेगा। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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