कृषि यंत्रों पर सब्सिडी कैसे प्राप्त करें? Krishi Yantra Subsidy Yojana Online Apply

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी कैसे प्राप्त करें? (How to get subsidy on agriculture instruments?)

सरकार कृषि उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार कदम उठा रही है। वह न केवल किसानों की आय दुगुनी करने के लिए उन्हें मिश्रित एवं जीरो बजट खेती के प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि कई प्रकार की अनुदान योजनाएं भी उनके लिए चला रही है।

इसी प्रकार की एक योजना उत्तर प्रदेश कृषि यंत्र सब्सिडी योजना है, जिसके अंतर्गत किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। आप कुछ भी खरीदें, ट्रैक्टर से लेकर मिनी राइस मिल या फिर पैकिंग मशीन तक, आपको 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा। आज इस पोस्ट में हम आपको यही बताएंगे कि आप कृषि यंत्रों पर सब्सिडी कैसे प्राप्त कर सकते हैं-

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सब्सिडी का क्या अर्थ होता है? (What is the meaning of subsidy?)

दोस्तों, इससे पूर्व कि कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की बात करें पहले जान लेते हैं कि सब्सिडी (subsidy) का क्या अर्थ होता है। दोस्तों, इसे हिंदी में अनुदान भी पुकारा जाता है। इसे सरकार की ओर से वित्तीय सहायता (financial assistance or aid) अथवा सहयोग के रूप में दिया जाता है।

आप चाहें तो साधारण भाषा में इसे छूट का नाम भी दे सकते हैं। इसे आप एक उदाहरण से ऐसे भी समझ सकते हैं-मान लीजिए रमेश को एक ट्रैक्टर खरीदना है। ट्रैक्टर की कीमत चार लाख है।

सरकार ने किसानों को ट्रैक्टर खरीद पर 50 फीसदी सब्सिडी की घोशणा की है तो इस प्रकार किसान को ट्रैक्टर के लिए उसकी केवल 50 प्रतिशत राशि यानी दो लाख रूपये ही चुकाने होंगे। आपको बता दें कि सरकार महिलाओं, किसनों, उद्योगों, ग्राहकों के लिए अक्सर विभिन्न योजनाएं लाकर सब्सिडी की घोषणा करती है।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी कैसे प्राप्त करें? Krishi Yantra Subsidy Yojana Online Apply

सब्सिडी कितने प्रकार की होती है? (Subsidy is of how many types?)

दोस्तों, अब हम आपको लगे हाथ यह बता देते हैं कि सब्सिडी कितने प्रकार की होती (subsidy is how many types) है। आपको बता दें कि इसके छह प्रकार हैं, जो इस प्रकार से हैं-

1. ब्याज सब्सिडी (interest subsidy)-

यह सब्सिडी लोन से संबंधित है। जब भी कमजोर वर्ग के लिए योजनाएं आती हैं तो उन्हें ब्याज पर सब्सिडी आदि दी जाती है। इसके अतिरिक्त एमएसएमई (MSME) को बढ़ावा देने के लिए कारोबारियों को बिजनेस लोन (business loan) आदि देने के लिए भी सरकार सब्सिडी (subsidy) की घोषणा करती है।

2. कृषकों अथवा किसानों के लिए सब्सिडी (subsidy for farmers)-

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, सरकार यह सब्सिडी किसानों को देती है। जैसे वह उनके लिए कृषि यंत्र/उपकरण खरीदने, लोन पर ब्याज, उर्वरक आदि की खरीद पर सब्सिडी प्रदान करती है।

3. खाद्य सब्सिडी (food subsidy)-

सभी को भोजन/खाद्य सुरक्षा मुहैया कराना सरकार का कर्तव्य है। इसी के मद्देनजर सरकार गरीबों को विभिन्न खाद्यान्नों जैसे-चावल, चीनी, गेहूं आदि को सस्ते दामों यानी सब्सिडी पर मुहैया कराती है।

4. ईंधन/पेट्रोलियम सब्सिडी (petroleum subsidy)-

सरकार पूर्व में केरोसिन के तेल पर सब्सिडी देती थी, ताकि सभी घरों में चूल्हा जल सके। इसी प्रकार अब सरकार रसोई गैस पर सब्सिडी देती है।

5. कर सब्सिडी (tax subsidy)-

सरकार कारोबारी घरानों को उनके कर्ज से उबारने के लिए टैक्स सब्सिडी (tax subsidy) भी प्रदान करती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि बड़े उद्योगों से हजारों लोग रोजगार पाते हैं। उनकी सीएसआर गतिविधियों (csr activities) के तहत भी निर्धन लोगों के लिए कल्याण के कार्य किए जाते हैं।

6. धार्मिक सब्सिडी (religious subsidy)-

यह सब्सिडी विभिन्न धर्मावलंबियों को धार्मिक यात्रा के लिए दी जाती है। जैसे-अमरनाथ यात्रा एवं हज यात्रा के लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मुहैया कराना।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से क्या अर्थ है? (What do you understand by subsidy on agriculture instruments?)

हमने आपको बताया कि सब्सिडी का अर्थ वित्तीय मदद (financial aid) है। इस प्रकार कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से आशय है कि कृषि यंत्रों (agriculture instruments/apparatus) की खरीद पर सरकार द्वारा सब्सिडी यानी वित्तीय छूट दी जाएगी। वर्तमान में सरकार देश में कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने समेत कई प्रकार की योजनाएं किसानों के हित में चला रही है।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी योजना क्या है? (What is the subsidy on agriculture instruments scheme?)

अब आपको जानकारी देंगे कि कृषि यंत्र पर सब्सिडी योजना क्या है? आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मिशन आन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (mission on agriculture mechanisation) के तहत कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है। जिन उपकरणों पर यह सुविधा उपलब्ध है, उनमें खेत की जुलाई, फसल बुवाई, निराई-गुड़ाई, फसल कटाई आदि से संबंधित यंत्र/उपकरण शामिल हैं।

स्थान के अनुसार इन पर 90 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध है। सरकार का उद्देश्य छोटे व सीमांत किसानों के लिए खेती की लागत (cost of farming) को कम करना, उत्पादकता (productivity) को बढ़ावा देना, उनकी आर्थिक स्थिति (economical condition) को सुधारना एवं आधुनिक खेती (modern farming) को प्रोत्साहित करना है।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या क्या हैं? (What are necessary documents for subsidy on agriculture instruments?)

मित्रों, प्रत्येक सरकारी योजना (government schemes) की भांति कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए भी किसान को कुछ आवश्यक दस्तावेज संलग्न करने होंगे, ये इस प्रकार से हैं-

  • आवेदक का आधार कार्ड
  • आवेदक की खतौनी
  • आवेदक की बैंक पासबुक

किस यंत्र पर कितनी सब्सिडी मिलेगी? (On which instrument how much subsidy will be given?)

दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि किस यंत्र पर कितनी सब्सिडी मिलेगी, इसकी अलग अलग कैटेगरी (category) निर्धारित की गई है। मुख्य रूप से तीन कैटेगरी 50 प्रतिशत, 40 फीसदी एवं 25 फीसदी की बनाई गई हैं। आइए अब इन कैटेगरी एवं इसके तहत मिलने वाले यंत्रों के विषय में विस्तार से जान लेते हैं-

1. 50 प्रतिशत सब्सिडी-

आपको बताते हैं कि इस कैटेगरी में कौन कौन से यंत्र शामिल हैं यानी किन किन यंत्रों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। ये इस प्रकार से हैं-

स्प्रिंकलर सेट-

निर्धारित मूल्य का 50 फीसदी अथवा अधिकतम 75 हजार रूपये में जो भी कम हो, आपको स्प्रिंकलर सेट खरीदने के लिए मिलेगा। आपको बता दें कि बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए यह प्रतिशत 90 रखा गया है।

लेजर लैंड लेवलर-

यह यंत्र खरीदने के लिए निर्धारित मूल्य का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 50 हजार रूपये में जो भी कम हो, बतौर सब्सिडी मिलेगा।

रोटावेटर-

यह उपकरण खरीदने के लिए निर्धारित मूल्य का 50 फीसदी अथवा अधिकतम 30 हजार, जो भी कम हो, देय होगा।

जीरोटिल सीडड्रिल, क्राफ्ट थ्रेशर रिज फेरो प्लांटर-

इस यंत्र को खरीदने के लिए तय मूल्य का 50 फीसदी अथवा 15 हजार रूपये जो भी कम हो, संबंधित कृषक को प्रदान किया जाएगा।

पंपसेट (7.5 हार्सपावर तक का)-

यह यंत्र खरीदने के लिए संबंधित किसान को तय मूल्य का 50 फीसदी अथवा अधिकतम 10 हजार रूपये, जो भी कम हो, दिया जाएगा।

पंपसेट-

निर्धारित मूल्य का 50 फीसदी अथवा अधिकतम 10 हजार रूपये, जो भी कम हो दिया जाएगा।

फुट स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर-

इस यंत्र को खरीदने के लिए किसान को निर्धारित मूल्य का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 3 हजार रूपये, जो भी कम हो, प्रदान किया जाएगा।

2. 40 फीसदी सब्सिडी-

अब हम आपको बताएंगे कि इस कैटेगरी में कौन कौन से यंत्र शामिल किए गए हैं। उनका ब्योरा इस प्रकार से है-

पावर टिलर (8 बीचपी अथवा उससे अधिक)-

निर्धारित मूल्य का 40 प्रतिशत अथवा 45 हजार रूपये में जो भी कम हो संबंधित कृषक को यह यंत्र खरीदने के लिए प्रदान किया जाएगा।

शुगर केन कटर प्लांटर रीपर-

यह यंत्र खरीदने के लिए किसान को तय मूल्य का 40 फीसदी अथवा अधिकतम 20 हजार रूपये, जो भी कम हो संबंधित किसान को दिया जाएगा।

3. 25 प्रतिशत सब्सिडी-

इस दायरे में कौन कौन से यंत्र आते हैं, अब हम आपको इसकी जानकारी देंगे-

ट्रैक्टर (40 बीएचपी तक)

इस कृषि वाहन को खरीदने के लिए तय मूल्य का 25 प्रतिशत अथवा 45 हजार रूपये में से जो भी कम हो, दिया जाएगा।

ऐरो ब्लास्ट स्पेयर-

इस यंत्र को खरीदने के लिए आपको तय मूल्य का 25 फीसदी अथवा अधिकतम 25 हजार रूपये में, जो भी कम हो दिया जाएगा।

पावर थ्रेशर-

इस उपकरण को खरीदने के लिए तय मूल्य का 25 फीसदी अथवा अधिकतम 12 हजार रूपये जो भी हो, संबंधित कृषक को दिया जाएगा।

ट्रैक्टी माउंटेड स्पेयर-

तय मूल्य का 25 प्रतिशत अथवा अधिकतम 4 हजार रूपये, जो भी कम हो संबंधित किसान को दिया जाएगा।

विनोइंग फेन, मैनुअल चेफ कटर-

इस उपकरण की खरीद के लिए संबंधित किसान को तय मूल्य का 25 फीसदी अथवा अधिकतम 2 हजार रूपये जो भी कम हो दिया जाएगा।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी पाने के लिए आनलाइन आवेदन कैसे करें? (How to apply online to get subsidy on agriculture instruments?)

साथियों, अब हम आपको बताएंगे कि आप इस कृषि यंत्र सब्सिडी (agriculture instruments subsidy) को कैसे प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आनलाइन आवेदन (online apply) कैसे कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया (process) इस प्रकार से है-

  • सबसे पहले कृषि विभाग (agriculture department) की वेबसाइट के लिंक https://upagriculture.com/registration_page.html पर जाएं।
  • अब आपके सामने एक नया पेज खुला जाएगा। यहां आपको online registration/link2 पर क्लिक (click) करना होगा।
  • अब आपके सामने एक और नया पेज (new page) खुल जाएगा।
कृषि यंत्रों पर सब्सिडी कैसे प्राप्त करें? Krishi Yantra Subsidy Yojana Online Apply
  • यहां आपको पूछी गई सभी जानकारी सही सही भरनी होगी। जैसे-लाभार्थी की पहचान के लिए आवेदक की आधार कार्ड संख्या, भूमि की पहचान के लिए खतौनी एवं सब्सिडी ट्रांसफर के लिए बैंक एकाउंट की जानकारी आदि।
  • इतना करने के बाद आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा।
  • यहां आपको अपना जिला (district) सेलेक्ट करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको यानी किसान को अपनी व्यक्तिगत जानकारी (personal details) जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि, भूमि का ब्योरा, सब्सिडी यंत्र की details एवं बैंक की details भरनी होगी।
  • सारी जानकारी सही-सही भरने के पश्चात final submit पर क्लिक करें।
  • आपका रजिस्ट्रेशन (registration) हो जाएगा।
  • आपका रिफरेंस नंबर (reference number) आपके द्वारा भरे हुए मोबाइल नंबर (mobile number) पर आ जाएगा।

इस योजना का लाभ कौन कौन उठा सकता है? (Who can take the benefit of this scheme?)

यदि कोई किसान संपन्न है अथवा पैसे से मजबूत है तो सामान्य रूप से उसे सब्सिडी पर कृषि यंत्र आदि लेने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। वह पूरे पैसे कैश में भुगतान कर यह यंत्र खरीद सकता है। लेकिन ऐसे बहुत से किसान हैं, जो कृषि पर आने वाली लागत के चलते अधिक नहीं कमा पाते।

ऐसे छोटे व सीमांत किसानों के साथ ही अनुसूचित जाति/जनजाति के किसान ही इस योजना के लाभ के दायरे में आएंगे। आपको यह भी जानकारी दे दें कि यह योजना ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार यानी first come-first serve basis पर संचालित की जा रही है।

सब्सिडी का क्या अर्थ है?

सब्सिडी का अर्थ वित्तीय मदद है। सरकार अक्सर पिछड़े, वंचित, निर्धन आदि लोगों की सहायता के लिए विभिन्न कृषि, खाद्य आदि योजनाएं लाकर उन्हें सब्सिडी प्रदान करती है।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से क्या अर्थ है?

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से आशय यह है कि सरकार कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को वित्तीय मदद मुहैया कराएगी।

सरकार कृषि यंत्रों की खरीद पर कितनी सब्सिडी दे रही है?

सरकार ने इसकी कैटेगरी निर्धारित की है। वह यंत्रों के हिसाब से उनके खरीद मूल्य पर 50 प्रतिशत, 40 प्रतिशत एवं 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है।

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कृषि यंत्रों पर सब्सिडी किन किसानों को दी जा रही है?

विशेषकर छोटे व सीमांत किसानों के साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति के किसानों को कृषि यंत्रों पर सब्सिडी योजना का लाभ दिया जा रहा है।

किस कृषि यंत्र के लिए कितनी सब्सिडी निर्धारित की गई है?

इसका ब्योरा हमने आपको ऊपर पोस्ट में उपलब्ध कराया है। आप इस संबंध में संपूर्ण जानकारी वहां से पढ़ सकते हैं।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने का क्या उद्देश्य है?

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने का उद्देश्य छोटे किसानों के लिए खेती की लागत कम करना, उनकी उत्पादकता को बढ़ावा देना, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना एवं आधुनिक खेती को बढ़ावा देना है।

कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आनलाइन आवेदन कैसे किया जा सकता है?

इस संबंध में जानकारी हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है। आप वहां से सारी जानकारी पढ़ सकते हैं।

दोस्तों, हमने इस पोस्ट में आपको कृषि यंत्रों पर सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपको पसंद आएगी। यदि आप इसी प्रकार की कोई जानकारीप्रद पोस्ट हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। धन्यवाद।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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Comments (2)

  1. I am doing organic forming since last year’s,with Sceintific method multcroping according to ICAR Pusa New Delhi, my main problem is protection of my Fasal from Chhutta janwer who destroyed my crop,so want to protect land from these animals by fending of agriland,then for erigation ,sprinkler anddrop erigation by which water conservation will be less,therefore water levele will be maintained,for this I need financial help from UP government,can it is possible?

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