New Income Tax Slab In Hindi | नया टैक्स स्लैब क्या है? फायदे और नुकसान

New Income Tax Slab In Hindi – Friends, सरकार ने कुछ ही दिन पहले बजट 2020 जारी किया है। इसमें आम आदमी के लिए इन्कम टैक्स में राहत की बात कहकर अभी तक के slab में बदलाव कर दिया गया। बड़ी घोषणा कर इनकम टैक्स में राहत की बात कहकर बदलाव तो ले आई, लेकिन आम लोगों का हाल ‘माया मिली न राम’ की कहावत से कुछ ज्यादा नहीं है। सरकार ने दो टैक्स स्लैब निर्धारित किए हैं। New Income Tax Slab 2020 में टैक्स की दरें कम की हैं तो इसके साथ ही पुराने टैक्स स्लैब में मिलने वाली कई छूट खत्म कर दी गई हैं। ऐसे में छूट के लिए उसे पुराना स्लैब ही अपनाना पड़ेगा।

अब यह फैसला लोगों को ऊपर छोड़ दिया गया है कि वह आखिर कौन सा टैक्स स्लैब लेना चाहते हैं। लोग असमंजस में हैं। क्या करें, क्या न करें की स्थिति है। लोगों ने इनकम टैक्स में राहत की उम्मीद बजट से लगाई थी, लेकिन साहब, यहां दो टैक्स स्लैब गले पड़ गए। नए टैक्स लैब में क्या-क्या बदलाव हुए हैं? इस पोस्ट के माध्यम से आज हम आपको बताएंगे। और साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि इससे आपके ऊपर क्या फर्क पड़ने वाला है। आइए शुरू करते हैं –

नए टैक्स स्लैब में सरकार की घोषणा क्या है? New Income Tax Slab In Hindi –

New Income Tax Slab In Hindi | नया टैक्स स्लैब क्या है? फायदे और नुकसान

सरकार ने यानी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020 में आयकर से जुड़ी जो घोषणा की है, उसके अनुसार ढाई लाख यानी 2.5 लाख रुपए तक की सालाना आय को इनकम टैक्स से मुक्त किया गया है। यानी इस पर टैक्स शून्य है। इसके बाद होने वाली आपकी आय पर कुछ यूं प्रस्तावित किया गया है tax का प्रतिशत। एक नजर में यह हैं दरें-

  • 2.5 लाख रुपए से लेकर 5 लाख तक की आय पर टैक्स-5 फीसदी
  • 5 लाख रुपए से लेकर 7.5 लाख तक की आय पर टैक्स-10 प्रतिशत
  • 7.5 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक की आय पर टैक्स-15 फ़ीसदी
  • 10 लाख रुपए से लेकर 12.5 लाख तक आय पर 20% टैक्स लगेगा
  • 12.5 लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए तक टैक्स 25 फीसदी
  • 15 लाख रुपए से ऊपर की आय पर टैक्स 30 फीसदी

इस उदाहरण से समझिए New Income Tax Slab 2020 –

हम दोनों टैक्स स्लैब को समझने में आपकी मदद करेंगे। इसके लिए एक सालाना आय को आधार मान लेते हैं। मान लीजिए कि आपकी सालाना यानी वार्षिक आय यदि 15 लाख रुपए सालाना है तो New Income Tax Slab 2020 में आपको 67 हजार अधिक चुकाने होंगे। आप इस उदाहरण से टैक्स स्लैब के खेल समझ सकते हैं –

New Income Tax Slab 2020 के मुताबिक यह होगी दर-

  • 2.5 लाख रुपए – कोई टैक्स नहीं
  • 2.5 लाख से 5 लाख रुपए तक- 5% यानी साढ़े 12 हजार रुपए
  • 5 लाख से 7.5 लाख रुपए- 10% यानी 25 हजार रुपए
  • 7.5 लाख से 10 लाख रुपए- 15% यानी साढ़े 37 हजार रुपए
  • 10 लाख से 12.5 लाख रुपए- 20% यानी 50 हजार रुपए
  • 12.5 लाख से 15 लाख रुपए- 25% यानी 62 हजार रुपए

(कुल टैक्स- यानी टैक्स में कटौती के बाद 15 लाख रुपए आय वाले शख्स को सालाना 1 लाख 87 हजार 500 रुपए टैक्स देना होगा। )

वहीं, दोस्तों, यदि पुरानी टैक्स प्रणाली के मुताबिक गौर करें तो टैक्स में निवेश से इन प्रावधानों के मुताबिक अधिकतम छूट मिल सकती है।

  • होम लोन- 2 लाख रुपए तक
  • 80C- 1.5 लाख रुपए
  • मेडिक्लेम- 25 हजार
  • राष्‍ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) – 50 हजार
  • वेतनभोगी के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन- 50 हजार

(कुल छूट-इस तरह आपने देखा कि साााय वा साााना 15 लाख रुपए आय वाले शख्स को कर की राशि में 4 लाख 75 हजार रुपए की छूट मिलेगी। यानी 15 लाख रुपए आय वाले शख्स को 10.25 लाख रुपए की आय पर टैक्स देना होगा।)

पुरानी टैक्स प्रणाली के आधार पर टैक्स-

  • 2.5 से 5 लाख रुपए तक- 5% यानी 12,500 रुपए
  • 5 से 10 लाख रुपए तक- 20% यानी 1 लाख
  • 10 लाख से ऊपर- 30% यानी 7500 रुपए

New Income Tax Slab 2020 का चुनाव करने में सावधानी बरतनी जरूरी –

ऊपर दिए गए इस उदाहरण से उम्मीद है कि आप पुराने और टैक्स के बीच अंतर को समझने में सक्षम होंगे और यह जानने में भी कि आपके लिए कौन सा टैक्स स्लैब बेहतर होगा। निवेश पर छूट बगैर नया टैक्स स्लैब या फिर पहले से चलती आ रही आयकर की दरें। जैसा कि हम ऊपर साफ कर चुके हैं कि आयकर दाता चूंकि आप हैं, ऐसे में आपको किस टैक्स स्लैब को follow करना है, यह आपको decide करना होगा।

क्योंकि एक बार आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए जिस टैक्स स्लैब का चुनाव करेंगे और जिसके आधार पर अपना आयकर रिटर्न फाइल करेंगे, आपको आने वाले सालों में भी उस टैक्स स्लैब के मुताबिक अपने आयकर का भुगतान करना होगा। दोस्तों, साफ है कि यदि कोई साल के बीच में इसमें बदलाव करना चाहेगा तो ऐसा करना उसके लिए संभव नहीं होगा। ऐसी तब्दीली का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

New Income Tax Slab 2020 से आपको क्या फायदा क्या नुकसान –

सरकार ने पुराने टैक्स स्लैब को खारिज नहीं किया है, बल्कि यह आयकर दाता पर छोड़ा है कि अपनी इच्छा के हिसाब से पुराने या नए टैक्स स्लैब को अपना सकता है। एक प्रावधान छूट वाला है, जबकि एक बगैर छूट वाला। असली twist यहीं पर है। नए प्रावधान में टैक्स की दरें कम की गई हैं, लेकिन सभी रियायतें खत्म कर दी गई हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बताती हैं कि नए टैक्स स्लैब में 100 में से 70 छूट समाप्त की गई हैं। ऐसे में अगर income tax payer यानी आयकरदाता सभी रियायतें, छूट चाहेगा तो उसे पुराना स्लैब ही अपनाना पड़ेगा।

New Income Tax Slab २०२० से यह रियायतें हुईं खत्म –

नए टैक्स स्लैब में जिन रियायतों को खत्म किया गया है उनमें आवास भत्ता, मानक कटौती, आयकर अधिनियम की धारा 80 के तहत मिलने वाली बीमा प्रीमियम और पेंशन पर छूट की व्यवस्था। हालांकि, भविष्य निधि यानी पीएफ पर छूट को कुछ शर्तों के साथ जारी रखा है, वहीं स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली राशि पर छूट भी बरकरार रखी है।

अलबत्ता, इसके अलावा लाभांश वितरण कर को भी समाप्त कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब लाभांश कर यानी dividend tax लाभांश पाने वालों को ही अदा करना होगा।

New Income Tax Slab से कारोबारियों पर किया है करम –

बेशक सरकार ने बजट के बाद अपनी पीठ खुद ही थपथपा दी हो, हम आपको बताएं कि सरकार ने दो स्लैब की व्यवस्था कर आम आदमी को घनचक्कर बनाने का काम किया है, वहीं कारोबारियों पर करम किया है। उसने 5 करोड रुपए तक का कारोबार करने वाले लोगों के खातों को ऑडिट से मुक्त किया गया है।

इसके अलावा सरकार कर से जुड़े विवादों के निपटारे के लिए विवाद से विश्वास योजना लेकर आई है, जिसके तहत आने वाली 31 मार्च तक केवल विवाद की राशि अदा करनी होगी। बाकी कुछ राशि संबंधित व्यक्ति को आने वाली 30 जून तक अदा करनी होगी।

ई कैलकुलेटर से जानें अपना टैक्स –

आप की जानकारी के लिए भी बता दें कि देश में ढेरों लोग वेब पोर्टल के जरिए ऑनलाइन अपना इनकम टैक्स फाइल करते हैं। जिसे इनकम टैक्स रिटर्न यानि आइटीआर भरना कहा जाता है। ऑनलाइन आइटीआर भरने वालों के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर ई केलकुलेटर की व्यवस्था है। इस विभाग की वेबसाइट है-

https://www.incometaxindiaefiling.gov.in । इस वेबसाइट पर अपनी सालाना आय, कटौती और छूट का विवरण भरते हुए ई कैलकुलेटर सके माध्यम से इनकम टैक्स कितना भरना है, यह आप आराम से जान सकते हैं। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि, जो लोग online आयकर रिटर्न file करते हैं, उनके लिए यह बेहद सुविधाजनक है।

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New Income Tax Slab को लेकर उठे सवाल –

मित्रों, नए टैक्स स्लैब को लेकर सवाल भी खड़े हो गए हैं। यह सवाल उठाने वाले चार्टर्ड एकाउंटेंट यानी सीए हैं तो इन्कम टैक्स से जुड़े विशेषज्ञ भी। उनका कहना है कि नए टैक्स स्लैब के साथ जाने वाले करदाताओं को एलटीए, होम लोन पर ब्याज में छूट, स्टैंडर्ड डिडक्शन, सीनियर सिटीजन को होने वाली आय के ब्याज पर छूट, जैसी रियायतों को छोड़ना होगा। कोई ऐसा क्यों करेगा? दूसरे कॉरपोरेट टैक्स 22 परसेंट किए जाने पर भी सवाल है कि अगर कॉरपोरेट्स के लिए टैक्स कम किया जा रहे तो आम आदमी के लिए टैक्स को बढ़ाया क्यों जा रहा है?

विशेषज्ञों का सीधा सवाल है कि आम आदमी डिडक्शन छोड़ना क्यों चाहेगा? यह बड़ी रियायत है। ऐसे में कोई New Income Tax Slab 2020 का रुख क्यों करेगा भला? अपनी बात के पक्ष में उनके पास आंकड़े हैं और पर्याप्त वजह भी, जिसके आधार पर वह ने टैक्स स्लैब की आलोचना कर रहे हैं।

सरकार का दावा, 69% करदाताओं को New Income Tax Slab से बचत

सरकार ने दो टैक्स स्लैब व्यवस्था से जुड़े अपने कदम पर सफाई भी दी। उसका कहना यह था कि उन्होंने यह बजट आने से पहले करीब 5 करोड़ आयकर दाताओं पर सर्वे किया और पाया कि 69 प्रतिशत करदाताओं को नए टैक्स स्लैब से बचत होगी। उसके मुताबिक केवल 11 परसेंट ही ऐसे आयकर दाता हैं जो कि पुरानी व्यवस्था यानी पुराने टैक्स स्लैब को अपनाएंगे, जबकि 20 परसेंट कागजी तामझाम से बचना चाहते हैं तो ऐसे में ने टैक्स स्लैब के साथ जाएंगे।

New Income Tax Slab समझने को लेनी होगी सीए की मदद –

सरकार भले ही 80 फ़ीसदी टैक्सपेयर्स के नए स्लैब की तरफ जाने की उम्मीद जता रही है, लेकिन विशेषज्ञ ऐसा नहीं मानते। उनका कहना है कि नया टैक्स स्लैब इतना घुमावदार है कि इसे समझने के लिए आम आदमी को सीए यानी chartered accountant की मदद जरूर लेनी पड़ेगी। नहीं तो वह इस बात को समझ ही नहीं पाएगा कि कौन सी छूट खत्म हो गई और वह किन रियायतों का हकदार होगा।

दोस्तों, यह थी नया टैक्स स्लैब क्या है? नए tax slab के फायदे और नुकसान, New Income Tax Slab In Hindi से जुड़ी वह सारी जानकारी, जो आप जानना चाहते थे। हमने टैक्स स्लैब में दी जाने वाली और और खत्म होने वाली रियायतों के बारे में भी आपको बिंदुवार जानकारी देने की कोशिश की है। नए टैक्स स्लैब के तहत विभिन्न आयवर्ग के लिए कराधान के बारे में तो आपको बताया ही है। उम्मीद है कि आपको यह सारी जानकारी पसंद आई होगी । इसके बावजूद कोई ऐसा बिंदु है जो आपके लिए जानना जरूरी है या आप जानना चाहते हैं तो उसके बारे में बेहिचक हमें लिख सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे दिए गए comment box में comment करना होगा।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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