ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने? | स्किल, कोर्स, फ़ीस व करियर | Graphic designer kaise bane

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Graphic designer kaise bane :- क्या आप आगे चलकर चित्रों की दुनिया में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो इसके लिए ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स कर ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना एक बहुत ही अच्छा विकल्प कहा जा सकता है। अब आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर को (Graphic designer kaise bante hain) फोटोग्राफर समझने की भूल ना करे क्योंकि एक फोटोग्राफर वह होता है जो अपने कैमरा से फोटोज को खींचता है जबकि ग्राफ़िक डिज़ाइनर उन खिंची गयी फोटोज को एडिट करके उन्हें एक नया रूप देता है।

अब आप इस एडिट को अपने मोबाइल ऐप से किया जाने वाला सामान्य एडिट ना समझे जिसमे कुछ फ़िल्टर जोड़कर या सामान्य कांट छांट करके उसे नया (How to become Graphic designer in India in Hindi) रूप दे दिया जाता है। बल्कि ग्राफ़िक डिज़ाइनर तो प्रोफेशनल रूप से और प्रोफेशनल सॉफ्टवेर की मदद से फोटोज को एडिट करने का काम करते (Graphic designer kaise ban sakte hain) हैं। साथ ही एक बढ़िया ग्राफ़िक डिज़ाइनर तो फोटोज को बना तक सकता हैं जिन्हें एनिमेटेड इमेजेज कहा जाता है।

तो यदि आप भी ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने का सोच रहे हैं और ग्राफ़िक डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो आज का यह लेख आपको ही समर्पित है। आज के इस लेख के माध्यम से आप यह जान पाएंगे कि आखिरकार किस (Graphic design kaise sikhe in Hindi) तरह से आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स कर एक सफल ग्राफ़िक डिज़ाइनर बन सकते हैं। इसके साथ ही यहाँ आपको ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी गयी होंगी।

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ग्राफ़िक डिजाइनिंग क्या होती है? (Graphics designing kya hai)

सबसे पहले बात करते हैं ग्राफ़िक डिजाइनिंग के बारे में। अब जब आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग के बारे में समझेंगे तब जाकर ग्राफ़िक डिज़ाइनर को समझ पाएंगे। तो ग्राफ़िक्स का मतलब होता है चित्र जिन्हें हम ऑनलाइन या ऑफलाइन देखते हैं। अब जब ये चित्र ही होते हैं तो इन्हें आम भाषा में फोटो या चित्र क्यों नही कहा जाता है या फिर इमेज क्यों नही कह देते हैं। वह इसलिए क्योंकि जो चित्र, फोटो या इमेज होती है उन्हें क्लिक किया हुआ होता है और वैसा का वैसा पोस्ट कर दिया गया होता है।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने स्किल, कोर्स, फ़ीस व करियर Graphic designer kaise bane

अब जो ग्राफ़िक्स होते हैं उसमे उन चित्रों के माध्यम से उसे एक नया रूप दिया होता है जिसमे कुछ जानकारी दी गयी होती है। यह जानकारी या तो शब्दों के माध्यम से दी हुई होती (Graphics designing course in Hindi) है या फिर चित्र को ही इस तरह से बनाया जाता है कि वह अपने आप में पूर्ण हो। आप अख़बार या मैगज़ीन में इस तरह के ग्राफ़िक्स देखते ही होंगे या फिर प्रतिदिन सोशल मीडिया पर भी आपको ऐसे कई ग्राफ़िक्स दिख जाएंगे।

तो जो भी यह ग्राफ़िक्स होते हैं, उन्हें डिजाईन करने को ही ग्राफ़िक डिजाइनिंग कहा जाता है। तो अब आप असल में समझ गए होंगे कि एक सामान्य चित्र और ग्राफ़िक्स में क्या अंतर होता है। तो चलिए अब बात करते हैं ग्राफ़िक डिज़ाइनर के बारे में।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर कौन होते हैं? (Graphics designer kya hota hai)

ग्राफ़िक डिज़ाइनर कौन होते हैं या इनका क्या काम होता है, यह सब आपको ग्राफ़िक डिजाइनिंग के बारे में पढ़कर समझ आ ही गया होगा। फिर भी हम इसे विस्तार देते हुए बता दे कि वह प्रोफेशनल व्यक्ति जिसने ग्राफ़िक डिजाइनिंग में कोर्स या डिग्री की हुई हो, उसके द्वारा इन ग्राफ़िक्स को डिजाईन करने का काम किया जाता है तो ऐसे में हम उस व्यक्ति को ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में जानते हैं।

अब सामान्य रूप से जो व्यक्ति किसी चीज़ का निर्माण करता हैं तो हम उसमे ही कुछ शब्द जोड़कर उसे उस नाम से बुलाते हैं। उदाहरण के रूप में यदि कोई बिल्डिंग बनाने का काम करता है तो उसे बिल्डर कहा जाता है, कारपेंटिंग का काम करता है तो उसे कारपेंटर कहा जाता है। ठीक उसी तरह जो ग्राफ़िक डिजाइनिंग का काम करता है उसे ग्राफ़िक डिज़ाइनर कहा जाता है।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए जरुरी स्किल्स (Graphics designer skills in Hindi)

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए आपके अंदर कुछ जरुरी स्किल्स का होना जरुरी होता है और बिना इसके आप किसी भी स्थिति में ग्राफ़िक डिज़ाइनर नही बन सकते हैं। कहने का मतलब यह हुआ कि जो भी व्यक्ति ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने का इच्छुक है उसके अंदर कुछ स्किल्स का होना जरुरी होता है। हालाँकि यह जरुरी नही होता कि आपके अंदर सभी तरह की स्किल्स हो लेकिन फिर भी इनमे से कुछ का होना एक सफल ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए जरुरी होता है।

  • ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए आपकी नज़र का पारखी होना बहुत जरुरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप जहाँ भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग से जुड़ा हुआ काम करेंगे वहां पर आपको प्रतिदिन ही कई विषयों पर इमेजेज को ढूँढना होगा और उस पर ग्राफ़िक डिजाइनिंग करनी होगी।
  • इसके लिए आपको कंप्यूटर भी अच्छे से चलाना आना चाहिए और उस पर आपका हाथ साफ होना चाहिए। कहने का मतलब यह हुआ कि आपको कंप्यूटर के बारे में और उसे चलाने के तौर तरीको के बारे में पता होना चाहिए।
  • आप किसी भी इमेज को देखते ही उसमे गलतियों को निकाल पाने में सक्षम हो। यदि आप किसी भी इमेज में हुई गलतियों को जल्दी से नहीं पकड़ पाते हैं तो फिर आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर नहीं बन सकते हैं।
  • आपका दिमाग भी क्रिएटिव होना चाहिए और यह ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए सबसे जरुरी होता है। जिसका दिमाग क्रिएटिव होता है वह आगे चलकर इस फील्ड में बहुत सफल होता है।
  • आपको कई काम एक साथ करने आने चाहिए क्योंकि इसमें आपको एक साथ कई तरह के काम आ सकते हैं। अब आपको साइड बाय साइड सभी तरह की इमेज पर ही ग्राफ़िक डिजाइनिंग का काम करना होगा।

तो इस तरह से आप यह पता लगाए कि यदि आप एक सफल ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना चाहते हैं तो उसके लिए क्या आपके अंदर ऊपर बताई गयी योग्यताएं हैं भी या नही। यदि आपके अंदर ऊपर की तीन या तीन से अधिक कौशल है तो फिर आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर बन सकते हैं अन्यथा आपको ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने का विचार त्याग देना चाहिए।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए कहां तक पढ़ना पड़ता है? (Graphic designer ke liye kya karna padta hai)

यह सबसे जरुरी प्रश्न होता है जो हर ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने का सपना देखने वाले के दिमाग में घूमता है। बहुत लोग यह भी सोचते हैं कि क्या वे अपनी डिग्री लेते हुए भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग का काम कर सकते हैं या इसके लिए उनके पास अपने ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। तो यहाँ हम आपकी सभी तरह की शंकाओं पर विराम लगाते हुए यह बता दे कि यदि कोई ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना ही चाहता है तो इसको बस इसमें कोर्स करना होता है और उसके लिए उसे कोई प्रोफेशनल डिग्री की जरुरत नही होती है।

तो यदि आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना चाहते हैं और आप केवल बारहवीं कक्षा पास है तो भी आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग में कोर्स करके ग्राफ़िक डिज़ाइनर बन सकते हैं। इसके लिए ना तो कोई स्पेशल डिग्री होती है और ना ही आपको किसी अन्य क्षेत्र में डिग्री लेने की कोई जरुरत होती है। तो आप बेफिक्र होकर अपनी बारहवीं को पास करने के बाद ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करे और काम करना शुरू करे।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने? (Graphic designer kaise bane)

तो ऊपर आपने जाना कि ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए आपको किसी प्रोफेशनल डिग्री की जरुरत नही होती है जो कि सही भी है। फिर भी यदि आप किसी एक क्षेत्र में प्रोफेशनल डिग्री ले भी लेंगे और उसके साथ साथ ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स भी कर लेंगे तो आपको (Graphics designer kaise bane) नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। अब यह तो स्वाभाविक सी बात है कि कोई कंपनी किसी नए ग्राफ़िक डिज़ाइनर को चुनते समय उस व्यक्ति को चुनना पसंद करेगी जिसने इसके साथ साथ कोई डिग्री भी ली हुई हो।

तो अब यदि आप डिग्री नही भी लेना चाहते हैं तो (Graphic designer kaise bane in Hindi) आपको ग्राफ़िक डिजाइनिंग में अपना काम इतने बेहतर तरीके से करके दिखाना होगा कि यह सामने वाले को देखते ही पसंद आ जाये और वह आपको जॉब पर रखने से मना ना कर सके। तो इन दोनों में से जो भी काम आप कर सकते हैं वह करे। अब बात करते हैं ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने के बारे में क्योंकि ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए यही सबसे जरुरी होता है।

ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करना (Graphic designing course in India in Hindi)

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना है तो उसमे कोर्स तो करना ही होगा। अब आप सोच रहे होंगे कि यह कोर्स आप कहां से करेंगे। तो यहाँ हम आपको बता दे कि ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कोर्स को करने के लिए आपके पास कई तरह के विकल्प होंगे। बहुत सारी वेबसाइट आपको ऑनलाइन भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग करवाने की पेशकश कर रही होंगी तो आपके शहर में भी बहुत सारे ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करवाने वाले इंस्टिट्यूट हो सकते हैं।

आपके पास ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने के लिए इनमे से किसी भी विकल्प का चुनाव करने का अधिकार होगा। हालाँकि यहाँ पर आप इस बात का प्रमुखता के साथ ध्यान रखे कि ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने की दिशा में यह सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होता है और यहाँ पर उठाया गया एक भी गलत कदम ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में आपके करियर को बिगाड़ सकता है।

ऐसे में हम आपको यही सुझाव देंगे कि आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने के लिए जिस भी इंस्टिट्यूट या एकेडमी को चुने, वह सबसे बेस्ट हो और वहां ग्राफ़िक डिजाइनिंग के बारे में सभी बारीकियां समझाई जाती हो। अब चाहे वह एकेडमी आपके शहर से दूर किसी बड़े शहर में हो या आपके शहर में, आप उसी जगह ज्वाइन करे जहाँ ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने का लाभ मिले।

ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कोर्स में कितना टाइम लगता है? (Graphic designing course kitne saal ka hota hai)

अब आपका अगला प्रश्न यह होगा कि आखिरकार इस ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कोर्स को करने में कितन समय लग जाता होगा। क्या यह भी प्रोफेशनल डिग्री की तरह 3 से 4 साल का होता है या फिर इसकी अवधि उनसे थोड़ी छोटी होती होगी। तो यहाँ हम आपकी शंकाओं पर पूर्ण विराम लगाते हुए बता दे कि आप कही से भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करे, उसकी अवधि अलग अलग ही होगी।

साथ ही एक ही एकेडमी में भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने की अवधि अलग अलग होगी। वह इसलिए क्योंकि हर बढ़ते हुए समय के साथ साथ वे इसमें नयी चीज़ों पर ट्रेन करना शुरू कर देते हैं जिससे आपकी नौकरी लगने की संभावना बढ़ जाती है और वह भी अच्छी वाली। तो अब यदि हम ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कोर्स में न्यूनतम अवधि की बात करे तो वह 3 महीने होगी जबकि अधितम अवधि 2 वर्ष की होगी।

ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने में कितना खर्चा आएगा? (Graphic designing course price)

ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करने में लगने वाला समय तो आपने जान लिया लेकिन इसे करने में कितना खर्चा हो सकता है, यह भी जान लिया जाए तो उस हिसाब से आपका बजट तैयार करना आसान हो जाता है। तो इसमें लगने वाला पैसा भी इसकी अवधि पर निर्भर करता है। साथ ही यह इस पर भी निर्भर करेगा कि वह एकेडमी कितनी अच्छी और बड़ी है और वह किस शहर में स्थित है।

सामान्य तौर पर यदि आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स कर रहे हैं तो आपका 3 महीने का 10 से 25 हज़ार के रूप में खर्चा आएगा। वही यदि आप इसे 2 वर्ष के लिए करते हैं तो इसमें होने वाला खर्चा 1 से 3 लाख रुपए के बीच भी पहुँच सकता हैं। तो आप अपने बजट के अनुसार भी यह देखे कि आप किस एकेडमी में कितनी अवधि के लिए ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करना चाहते हैं।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में नौकरी करना (Graphic designer job description in Hindi)

तो अब जब आप अपना ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स सफलतापूर्वक कर लेते हैं तो अब बारी आती है उसमे नौकरी करने की या लेने की। तो यहाँ हम आपको बता दे कि यदि आप एक अच्छे ग्राफ़िक डिजाइनिंग के इंस्टिट्यूट से पढ़ रहे हैं तो किसी ना किसी कंपनी में वही नौकरी लगवा देंगे किंतु उसके लिए आपका भी अच्छे से ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कोर्स को पूरा करना जरुरी होता है।

तो ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में नौकरी करने का सबसे आसान तरीका यही है कि आप किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करे और वहां मन लगाकर इसे सीखे। अंत में इसे अच्छे अंकों के साथ पास करे और फिर उसी इंस्टिट्यूट के जरिये ग्राफ़िक डिज़ाइनर को लेने वाली कंपनी में नौकरी पाए। वही यदि आपको कम वेतन में भी नौकरी मिलती हैं तो निराश होने की बजाए उस कंपनी में नौकरी ले ले। अब वहां नौकरी करते करते किसी अन्य कंपनी में भी नौकरी ढूंढते रहे।

वही यदि आपकी अपने इंस्टिट्यूट से नौकरी लग जाएगी यह जरुरी नही क्योंकि हर इंस्टिट्यूट इसकी जिम्मेदारी नही लेता है और ना ही वह अपने यहाँ पढ़ने वाले हर छात्र की ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में नौकरी लगवा सकते हैं। तो इसके लिए आप खुद से भी मेहनत कर सकते हैं। आपको ऑनलाइन कई तरह के जॉब पोर्टल मिल जाएंगे जहाँ पर ग्राफ़िक डिज़ाइनर से संबंधित भर्तियाँ निकली हुई होती हैं जैसे कि linkedin, नौकरी.कॉम इत्यादि।

तो आपको इन सभी जॉब पोर्टल पर ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में अपनी प्रोफाइल बनानी चाहिए और प्रतिदिन यहाँ पर निकलने वाली भर्तियों का स्टेटस चेक करते रहना चाहिए। यहाँ पर जो जो भी ग्राफ़िक डिज़ाइनर की भर्ती निकल रही हो और यदि वह आपको अपने काम के अनुसार सही लगे तो आप उसमे जॉब के लिये आवेदन कर दे। अब यदि आपकी प्रोफाइल को शोर्टलिस्ट किया जाता है तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। यह इंटरव्यू फोन पर, ऑनलाइन या आमने सामने हो सकता हैं।

तो आपको उस कंपनी में वह इंटरव्यू देना है और यदि आप सभी राउंड को पास कर लेते हैं तो आपको वहां ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में रख लिया जाएगा। तो इस तरह से आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में नौकरी पा सकते हैं और काम करना शुरू कर सकते हैं। हालाँकि यदि आपको अपनी पसंद की नौकरी नहीं मिलती है या आपको वहां का काम पसंद नहीं आता है तो आप नौकरी को छोड़ने से पहले अपने हाथ में दूसरी कंपनी की नौकरी अवश्य पकड़ ले।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में काम करना (Graphic designer ka kaam kya hota hai)

तो अब जब आपकी नौकरी लग जाएगी तो आपको निश्चित समय पर निश्चित स्थान पर काम करने के लिए पहुँच जाना होगा। वैसे आज के वर्क कल्चर को देखते हुए आपको ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में वर्क फ्रॉम होम की सुविधा भी मिल सकती हैं क्योकि इसमें सारा काम सिस्टम में ही तो होता है। तो आपको जहाँ से भी कम करने को कहा जाएगा आपको वही से ही ग्राफ़िक डिजाइनिंग का काम करना होगा।

तो अब वह कंपनी अपनी आवश्यकता के अनुसार आपको प्रतिदिन का या सप्ताह का काम पकड़ा देगी। इसके लिए आपको विभिन्न विषयों या योजना से संबंधित ग्राफ़िक्स का निर्माण करना होगा। इसके बारे में भी आपको उस कंपनी के द्वारा बताया जाएगा कि आपको उन ग्राफ़िक्स का निर्माण कैसे करना है। इसी के साथ आपको प्रोफेशनल ग्राफ़िक डिजाइनिंग के सॉफ्टवेर फोटोशॉप पर काम करने को कहा जाएगा। तो आपको अपने सिस्टम में उस सॉफ्टवेर को इनस्टॉल करना होगा और काम शुरू कर देना होगा।

अब या तो आपको कंपनी के द्वारा पहले से ही इमेज को दिया जाएगा और उन्हें तय मापदंड के अनुसार एडिट करना होगा या फिर आपको खुद से उसके लिए इमेज को ढूंढने को कहा जाएगा। तो आपको जो कहा जाता है आप उसी के अनुसार एक सुंदर सी और काम से संबंधित इमेज को ढूंढे और उसकी ग्राफ़िक डिजाइनिंग करना शुरू कर दे। जब इमेज तैयार हो जाएगी तब आपको इसे कंपनी को भेजना होगा।

अब यदि उन्हें यह ग्राफ़िक्स पसंद आती है तो उसे चुन लिया जाएगा अन्यथा इसे एडिट करने या पूरी तरह से बदलने को भी कहा जा सकता है। तो ग्राफ़िक डिजाइनिंग के काम में आपको बहुत ही धैर्य व संयम से काम लेना होगा क्योंकि एक ही इमेज में 10 बार एडिट करने को भी बोला जा सकता हैं। हालांकि धीरे धीरे आप उस कंपनी के वर्क कल्चर में ढल जाएंगे और फिर आप उनके मुताबित ग्राफ़िक्स का निर्माण कुछ ही एडिट में कर पाएंगे।

ग्राफ़िक डिज़ाइनर की सैलरी (Graphic designer ki salary kitni hoti hai)

आखिर में हम ग्राफ़िक डिज़ाइनर की सैलरी के रूप में भी बात कर लेते हैं क्योंकि सब कुछ बताने के बाद यदि हम आपको ग्राफ़िक डिज़ाइनर की सैलरी के बारे में ही नहीं बतायेंगे तो इसे सरासर अन्याय ही कहा जाएगा। तो यहाँ हम आपको बता दे कि एक सफल ग्राफ़िक डिज़ाइनर महीने का एक लाख से लेकर 2 लाख रुपए तक कमा लेता हैं। हालाँकि ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में शुरुआत करने वालो को इतना पासा नही मिलता हैं और उन्हें इतनी सैलरी तक पहुँचने में 3 से 5 वर्ष की मेहनत करनी पड़ती है।

तो यदि आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपको 25 से 50 हज़ार के रूप में मासिक वेतन मिल सकता है। वही यदि आप अच्छा काम करके दिखाते हैं तो आपका वेतन अगले ही वर्ष बढ़ भी सकता है। तो इस तरह से आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनकर अच्छी खासी कमाई करना शुरू कर सकते हैं।

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ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए क्या करें?

उत्तर: ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपको इसमें 3 महीने से लेकर 2 वर्ष तक का कोई भी ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स करना होगा।

प्रश्न: ग्राफिक डिजाइन कोर्स कितने साल का होता है?

उत्तर: ग्राफिक डिजाइन कोर्स अधिकतम 2 साल का होता है।

प्रश्न: ग्राफिक डिजाइनर की सैलरी कितनी होती है?

उत्तर: शुरूआती तौर पर एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर को महीने का 25 से 50 हज़ार रुपए का वेतन मिलता है तो वही अनुभवी ग्राफ़िक डिज़ाइनर को महीने का एक से दो लाख वेतन भी मिलता है।

प्रश्न: क्या मैं 10वीं के बाद ग्राफिक डिजाइनिंग कर सकता हूं?

उत्तर: हां, आप अपनी 10वीं के बाद ग्राफिक डिजाइनिंग कर सकते हैं।

आज के इस लेख के माध्यम से आपना जाना कि ग्राफ़िक डिज़ाइनर क्या होता है, उसके लिए किस किस तरह की स्किल्स चाहिए होती है, क्या उसमे डिग्री लेना जरुरी होता है या नही, ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने की प्रक्रिया क्या होती है, ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कोर्स कैसे करना चाहिए और एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में आपकी जॉब कैसे लगेगी और सैलरी कितनी मिलेगी।

शेफाली बंसल
शेफाली बंसल
इनको लिखने में काफी रूचि है। इन्होने महिलाओं की सोशल मीडिया ऐप व वेबसाइट आधारित कंपनी शिरोस में कार्य किया। अभी वह स्वतंत्र रूप में लेखन कार्य कर रहीं हैं। इनके लेख कई दैनिक अख़बार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
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