ग्राम सेवक कैसे बने? योग्यता, कोर्स, जॉब, सैलरी, करियर | Gram Sevak Kaise Bane?

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क्या आपने पंचायत वेब सीरीज देखी हैं? यह हाल के ही कुछ पर्षों में प्रसिद्ध होने वाली मुख्य वेब सीरीज में से एक हैं जिसने हर भारतीय के दिल को जीत लिया हैं। तो इसमें जो सीरीज का मुख्य कलाकार हैं जिसे सभी सचिव जी सचिव जी (Gram sevak kaise bante hain) कहकर बुलाते हैं वही तो ग्राम सेवक अधिकारी होता हैं।

यदि आपको भी पंचायत के सचिव जी को देखकर ग्राम सेवक बनने का मन कर रहा हैं या फिर आप पहले से ही इसकी तैयारी कर रहे (Gram sevak kaise bane in Hindi) हैं तो आइए इसके बारे में जाने।

दरअसल ग्राम सेवक अधिकारी को ग्राम सचिव भी कहा जा सकता हैं। यह अधिकारी उस गाँव में राज्य सरकार के द्वारा नियुक्त एक अधिकारी होता हैं जिसका (How to become gram sevak in Hindi) काम गाँव व राज्य सरकार के बीच में एक कड़ी के रूप में कार्य करने का होता हैं। आइए जाने ग्राम सेवक कैसे बने और इसके लिए क्या करना पड़ता हैं।

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ग्राम सेवक कैसे बने? (Gram sevak kaise bane)

ग्राम सेवक बनना तो आसान हैं लेकिन इसके लिए यदि आपको सही प्रक्रिया नही पता हो तो बहुत समय लग सकता हैं और आप ग्राम सेवक बनने से चूक सकते हैं। इसलिए यदि आप जल्द से जल्द ग्राम सेवक बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ग्राम सेवक अधिकारी बनने के ऊपर सभी जानकारी का पहले से ही ज्ञात होना आवश्यक हैं। आइए जाने ग्राम सेवक बनने के लिए क्या करें।

ग्राम सेवक कैसे बने? Gram Sevak Kaise Bane?

ग्राम सेवक क्या होता है? (Gram sevak kon hota hai)

किसी भी गाँव में ग्राम सेवक अधिकारी वह अधिकारी होता है जिसे वहां की राज्य सरकार के द्वारा नियुक्त किया जाता हैं। उसे उस गाँव के सभी कार्यों को देखना होता हैं और वहां के सरपंच व पंचों के साथ मिलकर कार्य करना होता हैं।

एक तरह से जिस प्रकार किसी शहर या कस्बे में तहसीलदार, एसडीएम, डीएम, कलेक्टर, बीडीओ इत्यादि अधिकारी काम करते हैं, ठीक उसी प्रकार (Gram sevak adhikari kya hota hai) एक गाँव में काम करने वाले अधिकारी का नाम ग्राम सेवक होता है।

इसे उस गाँव के सरपंच व अन्य चुने गए पंचों के साथ मिलकर काम करना होता है। इसके साथ ही उसे पंचायत ऑफिस में एक सहायक भी (Gram sevak kise kahate hain) दिया जाता हैं जो उसको उसके काम में देखभाल करता है। इस तरह किसी गाँव में जो अधिकारी सरकार के द्वारा नियुक्त किया जाता है उसे ग्राम सेवक या ग्राम सचिव के नाम से जाना जाता है।

ग्राम सेवक बनने के लिए योग्यता (Gram sevak ke liye qualification)

अब यदि आप ग्राम सेवक बनने का सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको पहले से ही तैयारी शुरू कर देनी होगी। तभी आप एक सफल ग्राम सेवक बन पाएंगे (Gram sevak banne ke liye yogyata)। आइए जाने ग्राम सेवक बनने के लिए आपके अंदर क्या क्या योग्यता होनी चाहिए व क्या क्या आपको अलग से करना पड़ेगा।

पहले करे ग्रेजुएशन पूरी

यदि आप ग्राम सेवक बनने के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी बारहवीं समाप्त कर किसी भी विषय में ग्रेजुएशन पूरी करें। इसके लिए किसी स्पेसिफिक फील्ड से ग्रेजुएशन करना अनिवार्य नही हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको बस किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन या स्नातक की डिग्री लेनी हैं।

साथ ही आपके ग्रेजुएशन में कम से कम 45 प्रतिशत से अधिक अंक आने चाहिए। यदि आपके इससे कम अंक आते हैं तो फिर आपको ग्राम सेवक भर्ती की परीक्षा में नही बैठने दिया जाएगा।

भाषा में करें पकड़ मजबूत

आप जिस भी राज्य में रहते हैं या जिस भी राज्य के ग्राम सेवक की परीक्षा देने जा रहे हैं तो आपको उस राज्य की राजभाषा व अंग्रेजी भाषा अनिवार्य रूप से आनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्राम सेवक बनकर आपकी किसी गाँव में ही ड्यूटी लगेगी। तो ऐसे में गाँव वालों से संपर्क करने के लिए और वहां सामंजस्य स्थापित करने के लिए आपको उस राज्य की राजभाषा आनी ही चाहिए।

उदाहरण के तौर पर यदि आप केरल के ग्राम सेवक की परीक्षा देंगे तो आपको मलयालम आनी चाहिए तो बंगाल में बंगाली। इसी के साथ अंग्रेजी भाषा का भी सामान्य ज्ञान आवश्यक हैं। यदि आपको हाई फाई अंग्रेजी नही भी आती हैं तो भी काम चल जाएगा लेकिन थोड़ी बहुत अवश्य आनी चाहिए।

ग्राम सेवक बनने के लिए आयु सीमा (Gram sevak age limit)

इसी के साथ यदि आप ग्राम सेवक की परीक्षा देने जा रहे हैं तो इसके लिए आपकी न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष होनी चाहिए। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आप 21 वर्ष से पहले ग्राम सेवक की परीक्षा नही दे सकते हैं फिर चाहे आपकी ग्रेजुएशन पूरी हो चुकी हो या नही।

इसी के साथ ग्राम सेवक की परीक्षा देने के लिए आपकी अधिकतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए। हालाँकि आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गयी है।

ग्राम सेवक चयन प्रक्रिया (Gram sevak selection process)

अब जब आपने अपनी स्नातक पूरी कर ली हैं और उसमे न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक ले आये हैं और आपकी आयु भी 21 से 30 वर्ष के बीच में हैं तो आप ग्राम सेवक की भर्ती प्रक्रिया में बैठ सकते हैं।

इसके लिए तो सबसे पहले आपको राज्य सरकार के द्वारा निकाले जाने वाले notification पर ध्यान रखना होगा। फिर परीक्षा देनी होगी और उसके बाद इंटरव्यू देना होगा। आइए ग्राम सेवक भर्ती प्रक्रिया के बारे में सब कुछ जाने।

ग्राम सेवक की परीक्षा कौन आयोजित करवाता हैं

सबसे पहले तो आप यह जान ले कि ग्राम सेवक की परीक्षा किस सरकार के द्वारा आयोजित करवाई जाती हैं। आपके मन में यह शंका होगी कि एक ग्राम सेवक केंद्र सरकार के अधीन होता है या राज्य सरकार के। तो आपको बता दे कि ग्राम सेवक की परीक्षा राज्य सरकार के द्वारा ही आयोजित करवाई जाती है और एक ग्राम सेवक वहां की राज्य सरकार के ही अधीन कार्य करता है।

ग्राम सेवक भर्ती प्रक्रिया में करे आवेदन (Gram sevak ki bharti)

अब आप यह जान ले कि ग्राम सेवक की भर्ती प्रक्रिया कोई बहुत बड़ी भर्ती प्रक्रिया नही होती हैं जो इसके लिए मीडिया, टीवी इत्यादि में बताया जाए। इसके लिए सरकार बस (Gram sevak adhikari bharti) एक notification जारी करती हैं और उसके जरिये ही परीक्षा का आयोजन करवाया जाता हैं।

यह सूचना सरकार के द्वारा अपनी वेबसाइट, लोकल समाचार पत्र, एजेंसी इत्यादि के माध्यम से दी जाती हैं। इसलिए आपको ग्राम सेवक भर्ती प्रक्रिया के बारे में खुद को अपडेट रखना होगा और जैसे ही इसकी सूचना निकले तो तुरंत इसके लिए आवेदन कर देना होगा। ग्राम सेवक भर्ती प्रक्रिया में आप ऑनलाइन आवेदन करें और आवश्यक दस्तावेज जमा कर दे।

ग्राम सेवक की परीक्षा (Gram sevak ki pariksha)

अब जब आप ग्राम सेवक की भर्ती प्रक्रिया में आवेदन कर देंगे तो उसके कुछ समय के बाद आपकी परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन ही सूचित किया जाएगा कि ग्राम सेवक की परीक्षा किस तिथि को व किस समय पर हैं (Gram sevak ka exam pattern)। ग्राम सेवक की परीक्षा से संबंधित हर जानकारी आपको अपने परीक्षा प्रवेश पत्र पर मिल जाएगी।

इस ग्राम सेवक परीक्षा प्रवेश पत्र में आपका नाम, रोल नंबर, परीक्षा की तिथि, समय व स्थान इत्यादि आवश्यक जानकारी लिखी हुई होगी। आपको इस प्रवेश पत्र की एक फोटोकॉपी निकलवानी होगी और नियत तिथि व स्थान पर सही समय पर पहुँच जाना होगा।

ग्राम सेवक परीक्षा का सिलेबस (Gram sevak ka syllabus)

अब आप ग्राम सेवक की परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों या विषयों के बारे में भी जानना चाहते होंगे। तो हम आपको बात दे कि यह बहुत हद्द तक राज्य सरकार पर निर्भर करता हैं। इसलिए आप एक बार अपने राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाकर इसे पता कर ले या वहां जो ग्राम सेवक का परिकः दे रहे हैं उनसे बातचीत कर ले।

मुख्य रूप से ग्राम सेवक की परीक्षा में इन विषयों के ऊपर प्रश्न पूछे जा सकते हैं:

  • गणित या मैथ्स
  • तार्किक क्षमता या रीजनिंग
  • सामान्य ज्ञान या GK
  • अंग्रेजी
  • हिंदी या राजभाषा (जैसे कि गुजराती, तेलुगु, मणिपुरी, उड़िया इत्यादि)

तो आप इन 5 विषयों पर अपनी तैयारी मजबूत रखे और समय समय पर इनसे संबंधित प्रश्नों को हल करते रहे। आपसे ग्राम सेवक की परीक्षा में सामान्य प्रश्न ही पूछे जाएंगे। सामान्य तौर पर ग्राम सेवक की परीक्षा एक बार ही आयोजित करवाई जाती हैं जिसमें कुल 100 प्रश्न 100 अंकों के होते हैं और इन्हें करने के लिए एक से दो घंटे का समय मिलता हैं।

ग्राम सेवक का इंटरव्यू (Gram sevak interview)

यदि आपका ग्राम सेवक की लिखित परीक्षा में चयन हो जाता हैं तो फिर आपका इंटरव्यू या साक्षात्कार लिया जाता हैं। हालाँकि यह सभी राज्यों में हो यह आवश्यक नही।

किसी किसी राज्य में तो केवल लिखित परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही ग्राम सेवक का चयन कर लिया जाता हैं। हालाँकि फिर भी आप एक बार पता कर ले कि आपके राज्य में किस प्रकार की व्यवस्था हैं।

ग्राम सेवक के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (Gram sevak document verification)

एक बार जब आप ग्राम सेवक की लिखित परीक्षा को पास कर लेंगे और उसके साक्षात्कार में भी सफल हो जाएंगे तो फिर अंतिम चरण में आपके दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा जिसे डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी कहा जाता हैं। इसमें आपसे आपकी पहचनान के लिए कई तरह के डॉक्यूमेंट मांगे जाएंगे जैसे कि:

  • आवास प्रमाण पत्र [residence certificate]
  • आयु प्रमाण पत्र [age certificate]
  • बारहवीं की मार्कशीट [12th mark sheet]
  • स्नातक की डिग्री [Bachelor Degree]
  • चरित्र प्रमाण पत्र [character certificate]
  • आधार कार्ड इत्यादि। [Aadhar card etc.]

इसके अलावा भी अन्य डॉक्यूमेंट आपसे मांगे जा सकते हैं। इनके आधार पर आपका सत्यापन किया जाएगा कि क्या आपके द्वारा दी गयी जानकारी सही हैं या नही। यदि यह संपूर्ण रूप से सही पायी जाती हैं तो आपका ग्राम सेवक की पोस्ट पर चयन कर लिया जाएगा।

ग्राम सेवक की ट्रेनिंग (Gram sevak training centre)

अब जब आपका ग्राम सेवक के पद पर चयन हो जाता हैं तो आपको सीधे ही किसी गाँव में नही भेज दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में आपको ना तो काम समझ में आएगा और ऊपर से गाँव में सरकार की छवि ख़राब होगी वह अलग। इसलिए पहले आपको ग्राम सेवक के ट्रेनिंग सेंटर में भेजा जाएगा।

उस सेंटर में आपको उच्च अधिकारी ट्रेनिंग देंगे। उस ट्रेनिंग में आपको बताया जाएगा कि एक ग्राम सेवक के रूप में आपके क्या क्या कार्य हैं, क्या क्या उत्तरदायित्व हैं और आपको किस तरह से काम करना होगा। इसी के साथ आपको किस प्रकार सबी के बीच एक सामंजस्य स्थापित करना होगा।

ग्राम सेवक के कार्य (Gram sevak ke karya)

अब जब आप ग्राम सेवक बन जाएंगे तो आपको ग्राम सेवक के कार्यों के बारे में भी पता होना चाहिए। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि एक ग्राम सेवक क्या क्या करता हैं (Gram sevak ka kaam kya hai), यह सब आपको यदि पहले से ही पता चल जाए तो आपको भी इसकी तैयारी करने में सुविधा होगी। आइए जाने ग्राम सेवक के काम क्या क्या होते हैं।

  • सबसे पहले तो यह जान ले कि एक गाँव का सब उत्तरदायित्व केवल और मात्रा एक ही अधिकारी पर होता हैं वह होता है ग्राम सेवक। गाँव भारत में क्षेत्रफल के अनुसार विभाजित स्थानों में सबसे छोटी ईकाई होती है। इसलिए इस ईकाई में सबसे बड़ा नेता सरपंच व सबसे बड़ा अधिकारी ग्राम सेवक ही होता है।
  • एक गाँव में सरपंच (Gram sevak ke kam) के नीचे कई तरह के पंच कार्य करते हैं तो वैसे ही हरेक ग्राम सेवक के नीचे एक सहायक नियुक्त किया जाता है जो मुख्य रूप से उसी गाँव का या आसपास के गाँव का होता है।
  • गाँव में होने वाले हर काम को देखना व उसका निपटारा करना एक ग्राम सेवक का कार्य होता है।
  • गाँव के लोगों को मनरेगा के तहत काम पर रखना और उन्हें उनकी मजदूरी का पैसा देना भी एक ग्राम सेवक का ही कार्य होता है।
  • केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा चलायी जा रही क्जल्यानकारी योजनाओं को गांववालों तक पहुँचाना व उनका लाभ दिलाना भी एक गतम सेवक का ही कार्य होता है।
  • गाँव में धन संबंधी सभी कार्यों का हिसाब किताब रखना और उसका रजिस्टर मेन्टेन करना भी ग्राम सेवक का कार्य होता है।
  • गाँव की पंचायत के द्वारा जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं उनका रिकॉर्ड रखना और उसका क्रियान्वयन करवाना भी ग्राम सेवक का कार्य होता है।
  • समय समय पर अपने से बड़े अधिकारियों जैसे कि बीडीओ, सीडीओ, एसडीएम, डीएम इत्यादि को अपने द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों के बारे में अवगत करवाना भी ग्राम सेवक का कार्य होता है।

ग्राम सेवक की सैलरी (Gram sevak ki salary)

अब सबसे अंतिम और मुख्य बात जिसके बारे में आप जानना चाहते होंगे और वह है ग्राम सेवक की सैलरी कितनी होती है या ग्राम सेवक कितना कमा लेता है। तो आपको हम बता दे कि एक ग्राम सेवक का वेतन राज्य के अनुसार अलग अलग हो सकता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि राजस्थान के ग्राम सेवक की सैलरी अलग होगी तो मध्य प्रदेश में काम करने वाले ग्राम सेवक की अलग।

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ऐसा उस राज्य के बजट, आर्थिक स्थिति इत्यादि को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता हैं। हालाँकि सामान्य रूप से शुरूआती रूप में एक ग्राम सेवक को 20 हज़ार से लेकर 35 हज़ार रुपए मिलते हैं। इसी के साथ उसे रहने के लिए सरकारी आवास, बिजली पानी की सुविधा भी दी जाती हैं। हर वर्ष ग्राम सेवक की सैलरी में 2 हज़ार रुपए के आपस बढ़ोत्तरी भी होती हैं।

ग्राम सेवक कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: ग्राम सेवक की भर्ती कैसे होती है?

उत्तर: ग्राम सेवक की भर्ती वहां की राज्य सरकार के द्वारा लिखित परीक्षा आयोजित करवा कर की जाती है।

प्रश्न: ग्राम सेवक का क्या क्या कार्य होता है?

उत्तर: ग्राम सेवक का के कार्य सरकार की योजनाओं का गाँव में क्रियान्वयन, गाँव का विकास व धन संबंधी सभी रिकॉर्ड का लेखाजोगा रखना होता है।

प्रश्न: ग्राम सेवक में इंटरव्यू होता है क्या?

उत्तर: यह राज्य पर निर्भर करता है क्योंकि किसी किसी राज्य में ग्राम सेवक की भर्ती सीधे लिखित परीक्षा में मिले अंकों पर होती है तो किसी किसी में इसके लिए इंटरव्यू भी लिया जाता है।

प्रश्न: ग्राम सेवक के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?

उत्तर: ग्राम सेवक का पद पाने के लिए आपका किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से किसी भी विषय में कोई भी डिग्री लेना आवश्यक है।

प्रश्न: ग्राम सेवक में कितने एग्जाम होते हैं?

उत्तर: ग्राम सेवक में एक ही एग्जाम होता है और उसके बाद इंटरव्यू होता है।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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