एंटरप्रेन्योर कैसे बने? एंटरप्रेन्योर बनने का तरीका | Entrepreneur Kaise Bane?

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कोई बिज़नेस करता हैं तो कोई नौकरी, कहने का अर्थ यह हुआ कि कोई व्यापारी बनता हैं तो नौकरी करने वाला लेकिन बहुत कम लोग ही एंटरप्रेन्योर बन पाते हैं या एंटरप्रेन्योर बनने का साहस रखते हैं। आप भी पिछले कुछ वर्षों में इस शब्द को कई बार सुन चुके होंगे लेकिन क्या आपने कभी इस ओर सही से ध्यान दिया हैं? यदि ध्यान (Entrepreneur kaise bante hain) दिया भी हैं तो क्या आपके मन में भी एंटरप्रेन्योर बनने का विचार आया हैं?

ऐसे में यदि आप भी एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं और आपको समझ नही आ रहा हैं कि क्या आपके अंदर एंटरप्रेन्योर बनने की योग्यता हैं भी या नही!! योग्यता हैं भी तो आपको इसके लिए कहां से और कैसे शुरुआत करनी चाहिए!! यदि आपके मन में एंटरप्रेन्योर (Entrepreneur kaise ban sakte hain) बनने को लेकर यह सब शंकाएं उठ रही हैं तो घबराये नही और ना ही चिंता करें क्योंकि आज आपक सभी तरह की चिंताओं का समाधान करने ही तो हम यहाँ आये हैं।

आज के इस लेख में हम आपको एंटरप्रेन्योर बनने के ऊपर सब जानकारी साँझा करने वाले हैं। इसके साथ ही एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपके (Entrepreneur kaise bane in Hindi) अंदर क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए और आप कैसे और किस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं, इसके बारे में भी हम बात करेंगे। आइये जाने आप कैसे एक सफल एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं।

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एंटरप्रेन्योर क्या है (Entrepreneur kya hota h in Hindi)

अब यदि आप एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो उससे पहले आपका यह जानना आवश्यक हैं कि एंटरप्रेन्योर आखिरकार होता क्या हैं और उसके काम क्या होते हैं। यदि आपको इसके बारे में ही सही से जानकारी नही होगी तो फिर कैसे ही आप एंटरप्रेन्योर बनने की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे। तो आइए सबसे पहले एंटरप्रेन्योर की परिभाषा के बारे में जान लेते हैं ताकि आपकी आधी शंका भी दूर हो जाए।

एक एंटरप्रेन्योर वो होता हैं जो अपने विचार को आगे बढ़ाएं और अपने सपनों को पूरा करें। आइए इसे विस्तार से समझे और दूसरों का उदाहरण लेकर भी समझे। एक व्यापारी क्या होता हैं? एक व्यापारी वह होता हैं जो अपने परिवार का बिज़नेस स्वयं संभाले और अपने पिता जी को कार्य के बोझ से मुक्त कर स्वयं सब उत्तरदायित्व ले ले या फिर वह अपना खुद का कोई बिज़नेस करें। ऐसे व्यक्ति को व्यापारी कहा जाता हैं।

एंटरप्रेन्योर कैसे बने? एंटरप्रेन्योर बनने का तरीका | Entrepreneur Kaise Bane?

वही एक नौकरी करने वाला क्या होता हैं फिर चाहे वह सरकारी नौकरी करता हो या निजी नौकरी? नौकरी करने वाला वह होता हैं जो किसी विषय में स्पेशल ज्ञान प्राप्त करें और फिर अपनी कुशलता के बलबूते उस क्षेत्र में नौकरी करे। यह नौकरी सरकारी, प्राइवेट इत्यादि किसी भी तरह की कंपनी में किसी भी स्तर की नौकरी हो सकती हैं। नौकरी का सदा सा अर्थ होता हैं किसी अन्य की कंपनी, दुकान, संस्था इत्यादि में अपना सहयोग देना।

तो अब एंटरप्रेन्योर क्या होता हैं? एंटरप्रेन्योर को एक तरह से हम व्यापारी की संज्ञा दे सकते हैं लेकिन इसमें वह किसी के बलबूते पर नही बल्कि अपने स्वयं के विचार के अनुरूप कोई नयी चीज़ शुरू करता हैं। अब आप यह मत सोचिये कि आपको कुछ नया ही विचार काना हैं या फिर ऐसी कोई चीज़ की खोज करनी हैं जो आज तक विश्व में कभी ना की गयी हो। एक एंटरप्रेन्योर वह होता हैं जो किसी भी चीज़ में फिर चाहे वह उत्पाद हो या सेवा, उसको शुरू से शुरू करता हैं और उसके लिए उत्तरदायी वही होता हैं। एक तरह से उस चीज़ की शुरुआत उसी के द्वारा की गयी होती हैं।

एंटरप्रेन्योर के प्रकार (Entrepreneur types of business in Hindi)

अब जब आपने यह जान लिया हैं कि एंटरप्रेन्योर होता क्या हैं तो आपको यह भी जानना चाहिए कि एंटरप्रेन्योर कितने प्रकार का होता हैं। तो आप यह जान ले कि आपको अपने आसपास जो भी चीज़ मिलती हैं या जो भी काम होता हैं वह दो तरीकों में ही होता हैं। पहला तरीका हैं कि आपको कोई उत्पाद मिलता हैं जिसका आप इस्तेमाल कर सकते हैं और दूसरा तरीका हैं किसी के द्वारा सेवा लेना या सर्विस लेना। तो बस एंटरप्रेन्योर भी तो यही दो काम कर सकता हैं। आइए जाने इन दोनों प्रकारों के बारे में।

उत्पाद या प्रोडक्ट का निर्माण

अब यदि आप एंटरप्रेन्योर बनने जा रहे हैं तो उसमे पहला तरीका हैं कि आप किसी चीज़ का निर्माण करेंगे जिसे आप अपना उत्पाद या प्रोडक्ट कहेंगे। यह उत्पाद किसी भी चीज़ से संबंधित हो सकता हैं लेकिन यह बाकि उत्पादों से भिन्न होना आवश्यक हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यह आपका उत्पाद तभी कहा जाएगा जब यह बाकि उपलब्ध उत्पादों से भिन्न होगा।

उदाहरण के तौर पर यदि आप किसी साबुन का निर्माण करने जा रहे हैं तो बाजार में पहले से ही सैकड़ों साबुन उपलब्ध हैं। तो आपकी साबुन को बनाने का तरीका, उसका नाम, लोगो इत्यादि सभी दूसरे उपलब्ध उत्पादों से भिन्न होने चाहिए। तभी आप एक सफल एंटरप्रेन्योर कहलायेंगे।

सेवा या सर्विस देना

अब जिस प्रकार आप उत्पाद का निर्माण कर रहे हैं ठीक उसी प्रकार आप किसी तरह की सेवा भी तो दे सकते हैं। यह सेवा भी किसी भी तरह की हो सकती हैं जैसे कि ऑनलाइन किसी सोशल मीडिया कंपनी का निर्माण करना और लोगों को जानकारी उपलब्ध करवाना या फिर किसी प्रत्यक्ष सर्विस कंपनी का निर्माण करना और लोगों को उस क्षेत्र में सुविधाएँ देना।

उदाहरण के रूप में यदि आप अपनी खुद की ब्यूटी पार्लर की दुकान शुरू करने जा रहे हैं तो यह भी एक एंटरप्रेन्योर की दुकान ही कहलायेगा। इसी तरह यदि आप किसी चीज़ में वेबसाइट शुरू कर उस पर कंटेंट डालकर लोगों को जागरूक और सूचित करने का काम कर रहे हैं तो यह भी एंटरप्रेन्योर का ही काम कहलायेगा।

तो इस तरह से एक एंटरप्रेन्योर दो प्रकार के होते हैं जिसमें पहले वाले में वह किसी नए उत्पाद का निर्माण करता हैं तो दूसरे प्रकार में वह अपनी कोई सर्विस कंपनी खोलता हैं और लोगों को सुविधाएँ प्रदान करता हैं। यदि आप दूसरों से अलग किसी नयी चीज़ की खोज कर रहे हैं तो आप एंटरप्रेन्योर और खोजकर्ता दोनों कहलाए जाएंगे क्योंकि आपने ही उस क्षेत्र में उस चीज़ की पहली बार खोज की हैं।

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए योग्यता (Entrepreneur banne ke liye kya kare)

अब जब आप एंटरप्रेन्योर क्या होता है और इसके क्या क्या प्रकार है, इसके बारे में विस्तार से जान चुके हैं तो अवश्य ही आपके मन में भी यह शंका उठ रही होगी कि क्या आप भी एक सफल एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं या फिर अभी आपको कुछ और चीज़ों में भी ध्यान देने की आवश्यकता हैं। तो अब हम आपको एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपने अंदर क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए, इसके बारे में बताएँगे।

एक तरह से यदि आप एंटरप्रेन्योर बनने का सोच रहे हैं तो पहले आप यह देख ले कि क्या आपके अंदर यह सब योग्यताएं हैं भी या नही। यदि आपके अंदर इसमें से किसी एक भी गुण का अभाव हैं तो आज से ही उस पर काम करना शुरू कर देंगे तो ज्यादा सही रहेगा।

#1. शैक्षणिक योग्यता

अब यदि आप एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो यह भी निर्भर करेगा कि आप कितना पढ़े लिखे हुए हैं। इस बात को सोचकर चिंता ना करें कि आपको बड़ी बड़ी डिग्री लेने या स्नातक करने की आवश्यकता हैं लेकिन फिर भी आपको पढ़ाई का कुछ सामान्य ज्ञान होना अति आवश्यक हैं। ऐसे में यदि आप कुछ भी पढ़े लिखे हुए नही हैं तो फिर यह आपके एंटरप्रेन्योर बनने की दिशा में बहुत बड़ा रोड़ा साबित हो सकता हैं।

साथ ही आप किस क्षेत्र में एंटरप्रेन्योर बनें जा रहे हैं या बनेंगे यह उस पर भी निर्भर करेगा कि आपका कितना पढ़ा लिखा हुआ होना आवश्यक हैं। जैसे कि आप मेडिकल के क्षेत्र में एंटरप्रेन्योर बनने का सोच रहे हैं तो उसके लिए आवश्यक हैं की आपने मेडिकल के किसी क्षेत्र में डिग्री प्राप्त की हो फिर चाहे वह फार्मेसी में ही क्यों ना हो।

#2. आपका जुनून

किसी भी चीज़ को शुरू करने के लिए जो चीज़ आपके अंदर होना सबसे ज्यादा जरुरी हैं वह हैं आपका जुनून और चीज़ों को कर दिखाने की क्षमता। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपकी एंटरप्रेन्योरशिप की यात्रा में कई बार ऐसे पड़ाव आएंगे जब आपको असफलता का मुख देखना पड़ेगा। एक सफल एंटरप्रेन्योर अपनी यात्रा में कई बार असफलता का मुहं देखता हैं और तब जाकर उसे सफलता हाथ लगती हैं।

तो ऐसे में आप अपने आपको सही साबित करने और आगे बढ़ते रहने के लिए कितने जोश व जुनून के साथ आगे बढ़ते हैं, यह बहुत ही आवश्यक हो जाता हैं। इसलिए आपके अंदर जुनून की कमी नही हैं तो यह सोने पर सुहागा जैसे स्थिति होगी अन्यथा आप बीच में ही हौसला हार जाएंगे।

#3. धैर्य

यदि आप सच में एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो इसके लिए जो एक चीज़ और आपको चाहिए होगी वह है आपका धैर्य। यदि आपके अंदर धैर्य की कमी होगी तो शायद ही आप एक सफल एंटरप्रेन्योर बन पाएंगे। इस बात का ध्यान रखे कि आप अपने लिए कुछ करने जा रहे हैं और वो भी शुरुआत से। तो ऐसे में किसी भी चीज़ में सफल होने के लिए समय लगता हैं और वह एकदम से नही होती हैं।

तो यदि आपके पास समय की कमी हैं या फिर आप धैर्य नही रख सकते हैं तो आप कभी भी सफल एंटरप्रेन्योर नही बन सकते हैं। इसके लिए आपको निरंतर अपने अंदर धैर्य को बनाकर रखना होगा तभी आप आगे बढ़ पाएंगे। इस बात का ध्यान रखे कि शुरुआत चाहे धीमी हो या फिर आप आगे धीरे धीरे बढ़े लेकिन सफलता अवश्य मिलेगी।

#4. आत्म विश्वास

अब यदि आपके पास जुनून हैं और धैर्य भी लेकिन आपका खुद पर विश्वास ही नही हैं तो फिर अप चाहे कुछ भी कर ले लेकिन आप किसी भी स्थिति में एंटरप्रेन्योर बन ही नही सकते हैं। एक एंटरप्रेन्योर की सबसे बड़ी पहचान ही यही होता हैं कि उसका स्वयं पर मजबूत और पक्का विश्वास होता हैं। ऐसे में यदि आपका खुद पर विश्वास ही नही हैं या फिर आप किसी की बात सुनकर खुद पर विश्वास ही खो बैठते हैं तो यह आपकी एंटरप्रेन्योरशिप की यात्रा में बहुत बड़ा बाधक होगा।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपको दूसरों को स्वयं पर विश्वास करवाना सीखना होगा। अब ऐसी स्थिति में यदि आपका खुद पर ही विश्वास डगमगाने लगेगा तो फिर कैसे काम चल पाएगा। इसलिए सबसे पहले अपने आप पर विश्वास मजबूत करें और तभी आगे बढ़ें।

#5. प्रबंधन

एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए जो एक चीज़ और आपको आवश्यक रूप से चाहिए वह आपका प्रबंधन करना या जिसे आजकल हम मैनेजमेंट के नाम से भी जानते हैं। यह प्रबंधन किसी भी चीज़ का हो सकता हैं फिर चाहे वह समय का हो या लोगों का या फिर स्थितियों का या नीतियों का या किसी अन्य चीज़ का लेकिन आपको प्रबंधन करना आना चाहिए।

एक एंटरप्रेन्योरशिप की यात्रा में आपको कई चीज़ों को साथ लेकर चलना होगा और सभी चीज़ों को व्यवस्था करके रखनी होगी तभी आप आगे बढ़ पाएंगे। यदि आप किसी में भी चूक जाएंगे तो अवश्य ही यह आपके लिए पीछे धकेलने जैसा रहेगा। तो प्रबंधन करने का गुण अपने अंदर लेकर आ जाएंगे तो यह आपके लिए बहुत उत्तम रहेगा।

एंटरप्रेन्योर कैसे बने (Entrepreneur kaise bane)

अब जब आप यह जान चुके हैं कि एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपके अंदर क्या क्या गुण होने आवश्यक हैं तो अब बारी हैं कि इसके लिए क्या किया जाए और क्या नही। कहने का अर्थ यह हुआ कि एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपको क्या कुछ करना पड़ेगा, कहां से शुरुआत करनी पड़ेगी, कैसे शुरुआत करनी पड़ेगी इत्यादि इत्यादि। तो ऐसे ही हजारों प्रश्न आपके मस्तिष्क में उठ रहे होंगे और आपको समझ में नही आ रहा होगा कि आखिर कहां से शुरू किया जाए।

तो आज हम आपको वही बताएँगे। अब आपको शुरू से यह जानने को मिलेगा कि आप अपनी एंटरप्रेन्योरशिप की यात्रा कैसे शुरू करेंगे और उसके लिए आपको क्या कुछ करना पड़ेगा। आइए जाने एंटरप्रेन्योर कैसे बने और इसके लिए क्या क्या किया जाए।

#1. सोचे कि आपको क्या करना है

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए जो चीज़ सबसे पहली की जाननी आवश्यक हैं वह यह हैं कि आपको यह सोचना होगा और दिमाग पर जोर लगाना होगा कि आपको आखिरकार करना क्या हैं और आप वह कैसे कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जिस भी चीज़ में काम करने का सोच रहे हैं फिर चाहे वह किसी उत्पाद का निर्माण करना हो या किसी सर्विस को देना, आपको यह देखना होगा कि क्या आप वह कर सकते हैं या नही।

कोई किसी चीज़ में अच्छा होता हैं तो कोई किसी चीज़ में। हालाँकि यह आवश्यक नही कि आप उस क्षेत्र के लिए सबसे सही हो या फिर उसके लिए आपके पास पर्याप्त धन हो। इसलिए सबसे पहले आप अपने विचारों को एक आयाम दे, अपनों से बातचीत करें और यह जाने कि आप क्या कर सकते हैं और क्या नही। साथ ही आपको किस क्षेत्र में काम करना चाहिए या शुरुआत करनी चाहिए, इसे निर्धारित करें।

#2. एक प्रॉपर प्लानिंग बनाएं

अब आपने यह सोच लिया हैं कि आप किस क्षेत्र में काम करने जा रहे हैं तो अब अगली बारी हैं कि आप उसके लिए एक प्रॉपर प्लानिंग बनाएं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप इसके लिए क्या करने वाले हैं, कितना पैसा लगने वाला हैं, क्या आप इसके लिए लोग भी रखेंगे, रखेंगे तो आपको कितने लोगों को काम पर रखने की आवश्यकता होगी, आप उसके लिए कच्चा माल कहां से जुटाएंगे, आप किस प्रकार से सेवा करेंगे इत्यादि।

तो किसी भी काम को शुरू करने से पहले उसके बारे में शुरू से लेकर अंत तक एक रूपरेखा तैयार कर ली जाए तो यह आपके लिए सही रहेगी। यदि आप शुरुआत में एक उद्देश्य लेकर नही चलेंगे तो आगे चलकर बहुत बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए एक प्लानिंग के साथ आगे बढ़ेंगे तो यह आपकी यात्रा को बहुत सुखद बना देगी।

#3. मार्किट रिसर्च करें

अब जब आप एंटरप्रेन्योर बनने जा रहे हैं और आपने उसके लिए प्लानिंग करनी भी शुरू कर दी हैं तो उसे बनाते समय आप मार्किट के बारे में भी रिसर्च अवश्य कर ले। यदि अप बिना मार्किट का मन जाने ही आगे बढ़ेंगे तो विश्वास कीजिए आगे हलकर आपको ही बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में क्या पता मार्किट में पहले से ही वह चीज़ उपलब्ध हो तो आप नया क्या ही कर रहे हैं?

यदि वह उपलब्ध भी हैं तो क्या पता अब उसकी मांग कम हो गयी हैं या फिर आगे चलकर उसकी मांग ही नही रहेगी। उदाहरण के रूप में यदि आप पेनड्राइव बनाने का सोच रहे हैं तो आगे चलकर इसकी मांग ही नही रहेगी। तो ऐसे में आपकी सारी प्लानिंग धरी की धरी रह जाएगी। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपका बिज़नेस या काम सफल हो तो आप मार्किट रिसर्च करके ही आगे बढ़ेंगे तो बेहतर रहेगा।

#4. पैसों की व्यवस्था करें

अब जब आप किसी काम को शुरू करने जा रहे हैं तो उसके लिए पैसों की व्यवस्था तो करके ही रखनी होगी। अब उस काम में कितना पैसा लगेगा यह पूर्ण रूप से आपके काम पर निर्भर करेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी काम में आपके कुछ हज़ार रुपए ही लगेंगे तो किसी किसी में आपको लाखों का निवेश करना पड़ेगा। तो ऐसे में आप इन पैसों का इन्तेजाम कहां से और कैसे करेंगे यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता हैं।

तो सबसे पहले तो आपने जो प्लानिंग बनाई हैं, तो उसमे आपने खर्चों का हिसाब किताब भी लगाया होगा। तो आप यह सब कहां से मैनेज करेंगे। क्या आपके पास इतना पैसा हैं या फिर आपको किसी अपने से उधार मिल सकता हैं या फिर आपको कहीं से ऋण लेना पड़ेगा। इसलिए इन सब चीजों के बारे में पहले से ही देख ले और पैसों की व्यवस्था करके रखे।

#5. सभी डाक्यूमेंट्स करे पूरे

अब जब आप अपनी यात्रा शुरू करने जा रहे हैं और अपना काम शुरू कर रहे हैं तो उसके लिए अपने सभी डॉक्यूमेंट पहले से ही बनवा कर रख लेंगे तो बेहतर रहेगा। इसके लिए आपको अपने सभी तरह के डॉक्यूमेंट ना केवल बनवाने होंगे बल्कि उन्हें दुरुस्त भी करवाना होगा। उदाहरण के तौर पर यदि आपके आधार कार्ड पर अलग नाम हैं और पैन कार्ड पर अलग या फिर आपके नाम में एक स्पेल्लिंग की ही गलती हैं तो यह आगे चलकर आपके लिए ही समय उत्पन्न करेगा।

तो यदि आप एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो अपना आवश्यक दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड, वोटर कार्ड, आवास प्रमाण पत्र, इत्यादि दस्तावेज पहले से ही तैयार करके रखने होंगे। ऐसे में आगे चलकर आपको किसी तरह की समस्या नही होगी और आप चिंतामुक्त होकर अपना काम शुरू कर सकते हैं।

#6. कंपनी का पंजीकरण

अब आप एंटरप्रेन्योर बनने जा रहे हैं तो उसमे यह बहुत ही जरुरी होता हैं कि आप अपन कोई नयी चीज़ शुरू करने जा रहे हैं। अब वह चाहे किसी उत्पाद का निर्माण करना हो या किसी तरह की सर्विस देना हो लेकिन वह आप किस नाम से बेचेंगे? तो आपका उत्तर होगा अपनी कंपनी के नाम से। तो यदि आप किसी नयी कंपनी को खोल रहे हैं तो आपको उसका पंजीकरण भी करवाना होगा।

यदि आप बिना किसी कंपनी के नाम के या बिना कंपनी को पंजीकृत करवाए कोई काम करते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही तक हो सकती हैं तथा सरकार के द्वारा आपको कारावास का दंड तक दिया जा सकता हैं। इसलिए आप अपनी कंपनी का जो भी नाम रखने जा रहे हो उसे पहले पंजीकृत अवश्य करवा ले ताकि बाद में चलकर किसी तरह की समस्या ना हो।

#7. सभी तरह के लाइसेंस व कानूनी प्रक्रिया

अब आप सोच रहे हैं कि आपने अपनी कंपनी को पंजीकृत करवा लिया तो हो गया काम लेकिन ऐसा नही हैं। इसके लिए आपको कई तरह के अन्य लाइसेंस भी लेने पड़ेंगे। यह लाइसेंस पूर्ण रूप से आपके द्वारा शुरू किये जा रहे काम पर निर्भर करेंगे। उदाहरण के रूप में यदि आप खाने के उत्पाद का निर्माण करने जा रहे हैं या कोई रेस्टोरेंट खोल रहे हैं तो उसके लिए आपको फ़ूड लाइसेंस लेना होगा।

इसी तरह विभिन्न तरह के काम के लिए अलग अलग लाइसेंस लेने की आवश्यकता पड़ती हैं। बहुत से काम के लिए तो आपको अपने यहाँ की नगर परिषद या नगर पालिका से NOC भी लेनी होगी। तो यदि आप सोच लेंगे कि कंपनी का नाम पंजीकृत करवाने से आप कानूनी बाधाओं से दूर हो गए हैं तो आप गलत हैं। तो अपना काम शुरू करने से पहले यदि सभी आवश्यक लाइसेंस ले लिए जाएंगे तो आगे चलकर कोई समस्या नही आएगी।

#8. कच्चा माल खरीदना

अब आप जो भी काम करने जा रहे हैं फिर चाहे वह किसी प्रोडक्ट का निर्मण हो या किसी सेवा को देना, वह केवल आप बोलकर तो करेंगे नही। अवश्य ही उसके लिए आपको कई तरह के सामान की आवश्यकता पड़ेगी। अब यह सामान आपको अपने काम के अनुसार देखना होगा। आपको यह देखना होगा कि आप किस जगह से कच्चा माल मंगवाएंगे और वहां से आपको माल कितने का पड़ रहा हैं।

आपको कई जगह से इसके बारे में पता करना होगा। जैसे कि आप सामान कहां से ख़रीदे, कितनी मात्रा में ख़रीदे और क्यों ख़रीदे। यह सब आपके आगे के काम पर निर्भर करेगी। शुरुआत में आप ज्यादा सामान खरीदने से बचे और एक बार कम सामान के साथ शुरुआत करके देखे। उसके बाद यदि काम सही चलता हैं तो फिर आप और सामान मंगवा सकते हैं।

#9. कर्मचारियों को रखना

अब आप कच्चा माल तो खरीद लेंगे लेकिन यदि आप उसके लिए कर्मचारी नही रखेंगे तो कैसे ही काम चलेगा। लोगों की जरुरत हर काम में पड़ती हैं फिर चाहे वह छोटा काम हो या बड़ा। किंतु यदि आप बहुत छोटे स्तर पर काम शुरू करने जा रहे हैं और आपको लगता हैं कि सब काम आप स्वयं कर सकते हैं तो कोई आवश्यकता नही। आप आगे काम बढ़ने पर लोगों को अपने यहाँ रख सकते हैं।

किंतु इसके बारे में पहले से ही सोच ले। यदि आप अपने यहाँ काम करने के लिए लोगों को रखेंगे तो आप उनसे क्या काम करवाएंगे, आपको किस तरह के लोग चाहिए होंगे, आप उन्हें क्या वेतन देंगे इत्यादि। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ेंगे तो बेहतर रहेगा।

#10. जगह का चयन

अब आप जिस भी काम की शुरुआत करने जा रहे हैं उसके लिए आपको जगह की जरुरत तो होगी ही होगी। अब वह जगन कितनी बड़ी या छोटी होगी यह पूर्ण रूप से आपके काम पर ही निर्भर करेगा। किंतु जगह का चुनाव करते समय भी आपको बहुत ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि इस पर आपका काम निर्भर करेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपका काम किस तरह का हैं उसके लिए जगह बहुत मायने रखती हैं।

उदाहरण के रूप में आप किसी ब्यूटी पार्लर की शुरुआत करने जा रहे हैं लेकिन आप उसे ऐसी जगह खोलते हैं जहाँ लड़कियों या महिलाओं का आना असुरक्षित माना जाता हो तो यह आपके लिए ही नुकसानदायक रहेगा। ठीक उसी तरह आपको यदि फोटोशॉप की दुकान खोलनी हैं तो आप इसे किसी स्कूल या कॉलेज के पास में खोलेंगे तो यह ज्यादा लाभदायक रहेगा। तो जगह का चुनाव करते समय सावधानी बरते।

#11. करें शुरुआत

अब सब कुछ हो चुका हैं तो समय हैं अपने काम की शुरुआत करने का। इसके लिए आप एक प्लानिंग अवश्य कर ले कि आपकी चीज़ बाकियों से किस तरह से अलग होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जिस भी चीज़ का निर्माण करने जा रहे हैं फिर चाहे वह कोई उत्पाद हो या कोई सेवा या कुछ और, तो वह पहले से उपलब्ध चीज़ों की तुलना में क्या अलग देती हैं, यह बहुत मायने रखता हैं।

यदि उसके जैसी चीज़ पहले से ही बाजार में उपलब्ध हैं तो लोग आपके पास क्यों आएंगे? इसलिए अपने काम में यूनिक चीज़े जोड़ेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। इसके लिए काम को अच्छे से और बेहतर तरीके से शुरुआत करेंगे तो आगे जाकर भी सब सही रहेगा।

#12. मूल्य निर्धारण

अब आप जो भी काम कर रहे हैं उसके लिए कोई मूल्य निर्धारण तो करना ही पड़ेगा। आप चाहे किसी प्रोडक्ट को बेच रहे हो या कोई सेवा दे रहे हो उसके लिए एक मूल्य निर्धारित करें। अब मूल्य निर्धारित करते समय भी आपको कई सारी चीज़े दिमाग में रखनी होगी जैसे कि इसकी प्रतिस्पर्धा में जो चीज़े हैं उनका मूल्य क्या हैं। यदि आप उनकी तुलना में ज्यादा मूल्य रखेंगे तो लोग आपके पास आने से झिझकेंगे फिर चाहे आप कितनी ही अच्छी चीज़ क्यों ना दे रहे हो।

वही यदि आप बहुत कम मूल्य रखेंगे तो फिर आपको अपना खर्चा निकालना मुश्किल हो जाएगा, लाभ कमाना तो दूर की बात हैं। इसलिए आपको सभी चीज़ों का आंकलन करके और फिर ही अपनी चीज़ का मूल्य निर्धारण करना होगा।

#13. प्रमोशन व मार्केटिंग

अब किसी भी काम को शुरू करना ही काफी नही होता हैं बल्कि उसकी सही से प्रमोशन और मार्केटिंग करना भी बहुत जरुरी होता हैं। यदि आप अपना काम शुरू भी कर लेंगे लेकिन यदि उसकी सही से मार्केटिंग नही करेंगे तो वह चीज़ अच्छी होते हुए भी नही चल पायेगी। इसलिए यह बहुत जरुरी हैं कि लोग आपके काम को जाने और परखे।

तो इसके लिए एक प्रॉपर मार्केटिंग व प्रमोशन स्ट्रेटेजी बनायेंगे तो आपको ही लाभ मिलेगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने काम के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि आपने एक नए काम की शुरुआत की हैं और अब यह बाकियों से यह सब अलग दे रहा हैं जो उनके जीवन में यह सब बदलाव ला सकता हैं।

एंटरप्रेन्योर बनने के फायदे (Entrepreneur benefits in Hindi)

अब जब आप एंटरप्रेन्योर कैसे बने यह जान चुके हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि इतना सब करके आपको क्या ही फायदा मिलेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि हम तब तक वह काम नही करते जब तक हमे पता नही होता हैं कि उसके करके आखिर में हमें मिलने क्या वाला हैं या फिर हमें उससे क्या लाभ मिलेगा। तो अब हम एंटरप्रेन्योर बनने से मिलने वाले फायदों के बारे में आपको बताएँगे ताकि कोई भी जानकारी अधूरी ना रह जाए।

खुद के बॉस खुद बनना

अब यदि आप एंटरप्रेन्योर बन रहे हैं तो उसका सबसे बड़ा और पहले लाभ यही कहा जाएगा कि आप किसी के अंदर या नीचे रहकर काम नही करेंगे। इसमें आप खुद ही अपने काम की शुरुआत करेंगे और इस हिसाब से खुद के बॉस भी खुद ही कहलायेंगे। फिर आपको ना छुट्टी लेने की चिंता और ना ही किसी को इम्प्रेस करने का टेंशन। तो हुई ना यह सबसे कमाल की बात!

अपनी खुद की पहचान बनाना

अब यदि आप एंटरप्रेन्योरशिप के रूप में अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं तो इसमें आप अपनी पहचान स्वयं बनायेंगे और इसमें किसी अन्य का कोई योगदान नही होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि अवश्य ही आप इसमें बाकियों से मदद लेंगे या कुछ लोगों को रखेंगे लेकिन यह पूर्ण रूप से आपका विचार हैं और आपका नाम ही आपकी कंपनी के नाम होगा। तो यह आपकी पहचान को समाज के सामने स्थापित करने में मदद करेगा।

विशुद्ध लाभ

अब आप जिसके लिए भी काम करते हो, या नौकरी करते हो, आप कितनी भी मेहनत कर लेंगे लेकिन उसका लाभ तो किसी और को ही होगा ना। आपको चाहे तो आपके काम के लिए कुछ पैसे बढ़कर मिल जाएंगे या सैलरी बढ़ जाएगी, इससे ज्यादा तो कुछ नही मिलेगा ना? तो अब आप एंटरप्रेन्योर के रूप में जितना भी और जैसा भी काम करेंगे उसका शुद्ध रूप से लाभ केवल और केवल आपका ही होगा। तो यह भी आपको निरंतर आगे बढ़ते रहने में प्रेरणा देगा।

ब्रांड बनाने का अवसर

जरा सोचिये, आप केवल एक छोटी सी जगह से शुरुआत करते हैं और अपने साथ शुरूआती तौर पर केवल 1 से 2 कर्मचारी ही रखते हैं लेकिन आप जिस उत्पाद का निर्माण कर रहे हैं या जो सेवा दे रहे हैं वह लोगों को बहुत पसंद आ जाती हैं तो फिर आपका काम चलेगा नही बल्कि दौड़ेगा। ऐसे में यदि आप यूँ ही आगे बढ़ते रहेंगे तो एक दिन आपकी कंपनी का नाम ब्रांड बन जाएगा। अब आज आप जिस भी ब्रांड के नाम सुनते हैं उनके बॉस ने भी तो कभी यूँ ही शुरुआत की थी।

 अपने समय के अनुसार काम करने की आजादी

अब आप खुद के बॉस खुद हैं तो आप अपने समय और जगह के अनुसार काम कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यह आप पर ही निर्भर करेगा कि आप कितनी देर काम करना चाहते हैं, कब काम करना चाहते हैं, कितनी स्पीड से काम करना चाहते हैं और कब काम से छुट्टी लेना चाहते हैं। तो इसमें आपके ऊपर समय की कोई पाबंदी नही रहेगी और आप अपने अनुसार समय का प्रबंधन कर सकते हैं।

एक्सपेरिमेंट करने के मौके

अब आप किसी अन्य के यहाँ काम करते हैं तो आपको एक्सपेरिमेंट करने के इतने अवसर नही मिलते लेकिन यदि आप खुद के मालिक खुद होंगे तो आपके पास एक्सपेरिमेंट करने के ढेरों अवसर होंगे। आप जिसे मन चाहे उस आईडिया को उठाए और उसके अनुसार एक्सपेरिमेंट करें। अब उस एक्सपेरिमेंट का क्या परिणाम रहा, उससे सीखें और आगे बढ़ें। एक तरह से आप अपने खुद के काम में एक्सपेरिमेंट करने को बिल्कुल स्वतंत्र होंगे।

मनचाहे लोगों के साथ काम करना

अब एंटरप्रेन्योर बनने का सबसे आखिरी और बढ़िया लाभ यह भी हैं कि इसमें आपको उन्हीं लोगों के साथ काम करना होगा जिन्हें आप पसंद करते हैं या जिनका काम आपको पसंद आता हैं। यदि आपको किसी का काम सही नही लगता हैं या उसका व्यवहार आपके प्रति या आपमें काम के प्रति सही नही हैं तो आप कभी भी उसे अपनी कंपनी से निकाल सकते हैं और उसकी जगह किसी और को काम पर रख सकते हैं।

सफल एंटरप्रेन्योर बनने का मंत्र (Successful entrepreneur kaise bane)

अब इस लेख के अंत में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देंगे जो आपको एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने की दिशा में आगे बढ़ाएंगे। दरअसल आजकल के समय में बहुत से लोग एंटरप्रेन्योर के रूप में अपनी यात्रा को शुरू करते हैं लेकिन सही से शुरू नही कर पाने या आगे सही से नही निर्णय लेने के कारण वे असफल हो जाते हैं। ऐसे में 100 में से मुश्किल से 2 या 3 लोग ही सफल एंटरप्रेन्योर बन पाते हैं।

तो ऐसे में आप क्या करें कि आप भी उन 100 में से कुछ चुनिंदा लोगों में से हो जो सफल एंटरप्रेन्योर के रूप में टिके रहे और आपका काम आगे बढ़ता ही जाए। तो इसके लिए आज हम आपको कुछ मंत्र देंगे जिनका पालन यदि आपने कर लिया तो फिर आपको आगे बढ़ने से कोई नही रोक पाएगा। आइए जाने सफल एंटरप्रेन्योर बनने के कुछ मंत्र।

खतरे उठाना सीखें

एक सफल एंटरप्रेन्योर की पहचान होती हैं कि वह खतरे उठाना से नही डरता। यदि आप हमेशा सेफ साइड ही चलेंगे तो फिर आप एक्सपेरिमेंट कैसे कर पाएंगे। किंतु इसका अर्थ यह नही कि आप हमेशा खतरे ही उठाते रहे। यहाँ हमारा खतरे उठाने का मतलब यह हुआ कि अपने बिज़नेस या काम को आगे ले जाने के लिए हमेशा कुछ ना कुछ एक्सपेरिमेंट करते रहे।

इससे आपको कुछ ना कुछ सीखने को ही मिलेगा जो आपकी आगे बढ़ने में सहायता करेगा। एक सफल एंटरप्रेन्योर वही होता हैं जो खतरे उठाते हुए आगे चले। अब यदि आपको किसी चीज़ में असफलता भी मिलती हैं तो आप उससे सीखें और जाने कि आप क्या बेहतर कर सकते थे और कहां क्या चीज़ गलत हुई। यह आपको एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने की दिशा में आगे ले जाएगी।

तकनीक को अपनाएं

अब यदि आप स्वयं को तकनीक से अपडेट नही रखेंगे तो फिर कैसे ही आगे बढ़ पाएंगे। जमाना बहुत तेजी के साथ बदल रहा हैं और तकनीक का लगभग हर चीज़ में प्रवेश हो चुका हैं। आपको भी इसी के अनुसार खुद को अपडेट रखना होगा। एक उदाहरण से समझे। आप किराने की दुकान से सामान खरीदते होंगे तो आप कौन सी दुकान पर जाना पसंद करेंगे, जिस दुकान पर सिर्फ कैश लिया जाता हैं या जिस पर कैश व ऑनलाइन भुगतान दोनों की सुविधा हो। आपका उत्तर होगा दूसरी वाली।

तो अब आप इसी से समझ जाइये कि आज के समय में तकनीक का कितना महत्व हैं। तकनीक का अर्थ केवल ऑनलाइन भुगतान से ही नही हैं बल्कि आप अन्य चीज़ों का कैसे अपने बिज़नेस को बढ़ाने में उपयोग कर सकते हैं। जिसनें तकनीक का सही इस्तेमाल करना सीख लिया यकीनन वह आगे बढ़ता ही चला जाएगा।

ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाएं

अब किसी भी काम को आगे तक ले जाने के लिए उसकी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाना बहुत जरुरी होता हैं। एक तरह से आप जो भी काम करें तो उसका ऑनलाइन प्रमोशन करना भी बहुत जरुरी होता हैं। इसके लिए आप कई चीज़े कर सकते हैं जैसे कि फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया ऐप पर एक पेज का बनाना या व्हाट्सऐप के माध्यम से अपने काम का प्रचार करना।

आप लोगों को ऑनलाइन बताएं कि उन्हें आपके यहाँ किस तरह की सुविधा मिलेगी, वह बाकियों से किस तरह से अलग होगी। इसी के साथ साथ आप समय समय पर अपने यहाँ मिलने वाले डिस्काउंट, ऑफर, स्कीम इत्यादि के बारे में भी अपने ग्राहकों व अन्य लोगों को बता सकते हैं। यह आपके काम को आगे बढ़ाने में बहुत मदद करेगी।

ग्राहकों का फीडबैक ले

किसी भी काम या बिज़नेस को आगे ले जाने के लिए उसके ग्राहक सर्वोपरी होते हैं। आखिरकार आप जो भी उत्पाद बेच रहे हैं या सेवा दे रहे हैं वह आपके ग्राहकों के द्वरा ही इस्तेमाल की जा रही हैं। तो आपके ग्राहक एक तरह से आपके भगवान होते हैं। आपको समय समय पर उनका रिव्यु लेते रहना चाहिए।

आप अपने ग्राहकों से पूछे कि उन्हें आपका प्रोडक्ट या सर्विस कैसी लगी, क्या वे उससे संतुष्ट हैं या उन्हें कोई चीज़ अच्छी नही लगी, अच्छी नही लगी तो क्यों नही लगी, उनके अनुसार उसमे क्या सुधार की आवश्यकता हैं इत्यादि। विश्वास कीजिए, आपके ग्राहकों का फीडबैक आपके काम को आगे बढ़ाने में आपकी बहुत सहायता करेगा और आपको एक सफल एंटरप्रेन्योर बनाएगा।

समय के साथ बदलाव

अब यदि आप समय के साथ अपने बिज़नेस या काम में बदलाव नही लायेंगे तो आप बाकियों से पीछे रह जाएंगे। तो यदि आपको ज़माने के साथ चलना हैं और प्रतिस्स्पर्धा में बने रहना हैं तो आपको अपने आप को हमेशा अपडेट रखना होगा। इसके लिए आवश्यक हैं कि आप अपने चारों ओर नज़र बनाए रखे। आपके प्रतिस्पर्धी क्या कर रहे हैं और क्या नही, इसकी जानकारी भी रखें।

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आज के समय के अनुसार क्या चीज़ बदली जा सकती हैं या फिर क्या चीज़ ज्यादा जोड़ी जा सकती हैं, इत्यादि सब बातों का ध्यान रखें। उदाहरण के रूप में एक समय में ब्यूटी के सामान में आयुर्वेदिक सामान नही आता था या आता था तो बहुत कम आता था। लेकिन आज आप देखेंगे तो हर बड़े ब्रांड का आयुर्वेदिक सामान आसानी से उपलब्ध हैं।

एंटरप्रेन्योर कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: एंटरप्रेन्योर बनने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?

उत्तर: एंटरप्रेन्योर बनने के लिए किसी तरह की डिग्री नही चाहिए होती है।

प्रश्न: उद्यमी कौन हो सकता है?

उत्तर: कोई भी व्यक्ति जिसके पास एक नया विचार हैं और काम करने का जुनून, वह उद्यमी हो सकता हैं।

प्रश्न: लोग उद्यमी क्यों बनते हैं?

उत्तर: लोग उद्यमी इसलिए बनते हैं क्योंकि उनके पास एक प्रॉपर प्लानिंग और उस पर आगे बढ़ने की इच्छा शक्ति होती हैं।

प्रश्न: उद्यमी एक नौकरी है?

उत्तर: नही, उद्यमी एक नौकरी नही है, यह पूर्ण रूप से अपना खुद का बॉस खुद कहलाना होता है।

तो इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर आप एक सफल एंटरप्रेन्योर बन सकते हैं। आशा हैं कि ऊपर का लेख पढ़कर आपकी एंटरप्रेन्योर बनने के ऊपर सभी तरह की शंकाएं दूर हो गयी होगी। हम प्रार्थना करते हैं कि आप भी एक सफल एंटरप्रेन्योर बनेंगे और बहुत नाम कमाएंगे।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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Comment (1)

  1. आप ने सर अच्छा बताया entpreumer के बारे में
    Thank सर
    लेकिन सर हमको पहले कोई किसी के बारे में पता होना जरूरी है तो आप हमको ये बताए की हम एक कोई कंपनी में काम करना चाहिए
    आप मेरे को जानकारी देवे
    🙏

    प्रतिक्रिया

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