CTI कोर्स क्या होता है? | योग्यता, सिलेबस, सैलरी व अप्लाई प्रक्रिया | CTI फुल फॉर्म | CTI course kya hota hai

|| CTI कोर्स क्या होता है? | CTI फुल फॉर्म | CTI course kya hota hai | CTI course information in Hindi | CTI course syllabus in Hindi | CTI course fees in Hindi | CTI कोर्स में प्रवेश लेने की प्रक्रिया | CTI कितने साल की होती है? | CTI फुल फॉर्म ||

CTI course kya hota hai, आज के समय में कई तरह के कोर्स हो गए हैं और आप नौकरी पाने के लिए या अपना करियर बनाने के लिए उनमे से किसी भी कोर्स को अपनी पसंद और क्षेत्र के अनुसार कर सकते हैं। इसी में एक कोर्स है CTI कोर्स जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं या उन्होंने इस CTI कोर्स के बारे में सुना (CTI course in Hindi) होगा। दरअसल यह एक ऐसा कोर्स है जिसे अपनी डिग्री या डिप्लोमा के पूरी होने के बाद किया जाता है और उसके बाद अपना करियर बनाया जाता है।

तो यदि आप भी CTI कोर्स करना चाहते हैं या इसके बारे में और ज्यादा जानने को इच्छुक हैं तो आज के इस लेख में हम CTI कोर्स के बारे में ही विस्तार से चर्चा करने वाले (CTI course information in Hindi) हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको CTI कोर्स करने के बारे में सब जानकारी मिल जाएगी और इसे कैसे किया जाए, इसके बारे में भी जानने को मिलेगा। तो आइए जानते हैं कि यह CTI कोर्स क्या होता है और इसे कैसे करे।

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CTI कोर्स क्या होता है? (CTI course kya hota hai)

CTI कोर्स एक तरह का ऐसा कोर्स होता है जिसे व्यक्ति अपने डिप्लोमा की डिग्री पूरी करने के बाद ही कर सकता है या फिर उसने आईटीआई की हुई (About CTI course in Hindi) हो। मुख्य तौर पर यह CTI कोर्स आईटीआई किये हुए लोग ही करते हैं और उसके बाद नौकरी करते हैं। यदि आप आईटीआई कॉलेज में शिक्षक के तौर पर भी नौकरी करना चाहते हैं तो भी आपको CTI कोर्स करना होगा और उसके बाद ही आपको नौकरी मिल पायेगी।

CTI कोर्स क्या होता है योग्यता, सिलेबस, सैलरी व अप्लाई प्रक्रिया CTI फुल फॉर्म CTI course kya hota hai

इस CTI कोर्स में प्रवेश पाने के लिए भी कई तरह के मापदंडों का पालन किया जाना जरुरी होता है। कहने का मतलब यह हुआ कि यह जरुरी नहीं कि आप कोई भी डिग्री या डिप्लोमा लेकर CTI कोर्स के लिए आवेदन दे (CTI course kya hai) सकते हैं। इसके लिए आपके पास कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में ही आईटीआई की हुई होनी जरुरी होती है और उसके बाद ही आप CTI कोर्स कर सकते हैं।

साथ ही CTI कोर्स करने के बाद आप किसी भी आईटीआई कॉलेज या इंस्टिट्यूट में टीचर की नौकरी कर सकते हैं या वहां पर ट्यूटर बन सकते हैं। आप इसके साथ अपना व्यापार भी कर सकते हैं या फिर किसी प्राइवेट या सरकारी कंपनी में नौकरी के लिए भी आवेदन दे सकते हैं। कुल मिलाकर CTI कोर्स को करने के बाद आपके पास करियर बनाने के एक नही बल्कि कई विकल्प उपलब्ध होंगे। इसी को देखते हुए ही लोग CTI कोर्स करते हैं और अपना करियर बनाते हैं।

CTI कोर्स की फुल फॉर्म क्या है? (Full form of CTI course in Hindi)

अब यदि हम CTI कोर्स की फुल फॉर्म की बात करेंगे तो वह सेंट्रल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट फॉर इंस्ट्रक्टर (Central Training Institute For Instructor) होगी। यह एक तरह से ट्रेनिंग प्रोग्राम ही होता है जिसमे आपको काम करने के लिए योग्य बनाया जाता है। कहने का मतलब यह हुआ कि आपने अपनी आईटीआई या डिप्लोमा में जो कुछ भी पढ़ा या सीखा, अब उसके जरिये काम कैसे किया जाए, यही आपको CTI कोर्स में सिखाया जाएगा।

यदि हम CTI कोर्स के हिंदी नाम या अर्थ की बात करे तो उसे केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान कहा (CTI course full form in Hindi) जाएगा। यह सेंट्रल इसलिए है क्योंकि आप चाहे किसी भी राज्य से CTI कोर्स कर ले, लेकिन इसकी डिग्री हर जगह मायने रखती है। इसी कारण इसके नाम में सेंट्रल या केंद्रीय शब्द को जोड़ा गया है।

CTI कोर्स की अवधि (CTI course duration in Hindi)

अब यदि हम CTI कोर्स को करने में लगने वाले समय की बात करे तो वह भी कुछ ज्यादा नहीं होता है। यदि आप सोच रहे हैं कि अन्य डिग्री की तरह इसकी अवधि भी 3 से 5 साल की होगी तो आप गलत है। दरअसल यह केवल एक ट्रेनिंग कोर्स है जिसमे आपको काम करना सिखाया जाता है। तो ऐसे में CTI कोर्स की कुल अवधि 1 वर्ष की ही होती है जिसे चार सेमेस्टर में बांटा गया होता है।

कहने का मतलब यह हुआ कि इसमें आपको 3-3 महीने के सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा और उसमे अलग अलग विषयों के बारे में ज्ञान दिया जाएगा। तो यह 3-3 महीने के कुल 4 सेमेस्टर होंगे जिनकी कुल अवधि 1 वर्ष की होगी। तो इस तरह से आपको CTI कोर्स करने में कुल एक वर्ष का समय लगेगा। उसके बाद आपको CTI की डिग्री मिल जाएगी।

CTI कोर्स करने के लिए आयु सीमा (CTI course age limit in Hindi)

अब यदि आप CTI कोर्स को करना चाहते हैं तो आपका कम से कम 18 वर्ष का होना जरुरी होता है। यदि आपकी आयु 18 से कम है तो मतलब आपको थोड़ा इंतज़ार करना होगा और जब आप 18 के हो जाएंगे तब आप इस CTI कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। वही यदि हम CTI कोर्स करने के लिए अधिकतम आयु सीमा की बात करे तो वह 40 वर्ष की होगी। तो इस तरह से CTI कोर्स करने के लिए आयु सीमा 18 से 40 वर्ष की होगी।

CTI कोर्स करने के लिए पात्रता (CTI course eligibility in Hindi)

CTI कोर्स को करने के लिए आपका पात्र होना भी जरुरी हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि हमने यह आपको पहले ही बता दिया है कि हर कोई या हर तरह की डिग्री या डिप्लोमा किया हुआ व्यक्ति CTI कोर्स नहीं कर सकता है और ना ही उसका इसमें प्रवेश हो पाएगा। तो आपका पहले तो किसी विषय में आईटीआई या डिप्लोमा किया होना जरुरी हो जाता है। यदि आप केवल दसवीं या बारहवीं पास है तो फिर आपका CTI कोर्स में प्रवेश नही हो पाएगा।

साथ ही यह आईटीआई या डिप्लोमा आपने किस क्षेत्र में किया हुआ है, यह भी बहुत मायने रखता है। यदि आपने इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल या इससे संबंधित किसी क्षेत्र में आईटीआई या डिप्लोमा किया है तभी आपको CTI कोर्स में प्रवेश मिल पाएगा। अन्य किसी क्षेत्र में आईटीआई या डिप्लोमा की हुई होने पर आप CTI कोर्स नहीं कर पाएंगे।

CTI कोर्स का सिलेबस (CTI course syllabus in Hindi)

ऊपर हमने आपको बताया कि CTI के कोर्स को कुल 4 सेमेस्टर में बांटा गया है जिनमे हर एक की अवधि 3 महीने की होती है। तो इन सेमेस्टर में आपको अलग अलग विषयों के बारे में ट्रेन किया जाएगा और उसके बाद एक परीक्षा ली जाएगी। अब यदि आप इन सभी सेमेस्टर को पास कर लेते हैं तो फिर आपको CTI कोर्स की डिग्री दे दी जाएगी। तो यह 4 सेमेस्टर इस तरह से होते हैं:

ट्रेड तकनीक एक

CTI कोर्स में सबसे पहला सेमेस्टर ट्रेड तकनीक के पहले पार्ट पर आधारित होगा। इसमें आपको आईटीआई कोर्स के सभी बेसिक कांसेप्ट के बारे में बताया जाएगा और उन्हें फिर से रिविजन के तौर पर पढ़ाया जाएगा। कहने का मतलब यह हुआ कि आपने अपनी डिग्री जिसमे भी ली है, उसमे पढ़ाये गए विषयों को ही इसमें फिर से पढ़ाया जाएगा या उनका रिविजन करवाया जाएगा।

ट्रेड तकनीक दो

अब जब आप ट्रेड तकनीक का पहला पार्ट ख़त्म कर लेंगे और उसकी परीक्षा को पास कर लेंगे तो आपको CTI कोर्स के दूसरे सेमेस्टर के तौर पर ट्रेड तकनीक दो में प्रवेश मिलेगा। इसमें भी आपको उन्हीं विषयों के बारे में ही पढ़ाया जाएगा जो पार्ट एक में पढ़ाया गया था लेकिन इस बार उनका वर्जन एडवांस्ड होगा अर्थात उन्नत। तो आप अपने पढ़े गए विषयों के विस्तृत रूप को पढ़ेंगे और उसमे परीक्षा को देंगे।

ट्रेनिंग तकनीक

अब जब आप ट्रेड तकनीक का पार्ट एक व दो दोनों ही पास कर लेते हैं तो अब बारी है उसे असली जीवन में अपनाने या करने की। कहने का मतलब यह हुआ कि अब के सेमेस्टर में आपको उन चीजों पर एक्सपेरिमेंट करवाए जाएंगे और आपको काम दिया जाएगा। आपको अपनी पढ़ाई का उपयोग किस तरह से असल जीवन में करना है, यह इस सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा। इसके बाद अंत में आपका प्रैक्टिकल लिया जाएगा और उसमे पास होने के बाद आपको CTI कोर्स के अंतिम सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा।

इंजीनियरिंग तकनीक

यह CTI कोर्स करने का अंतिम पड़ाव होता है जिसे इंजीनियरिंग तकनीक नाम दिया गया है। इसमें आपको ट्रेनिंग देने के साथ साथ उस तकनीक का उन्नत रूप बताया जाएगा और उससे क्या कुछ किया जा सकता है और क्या नहीं, यह सब बताया जाएगा। इसे जानकर आप यह समझ पाएंगे कि आप किस तरह से और किस किस रूप में अपना करियर बना सकते हैं या काम कर सकते हैं।

जब आप इन सभी चारों सेमेस्टर को सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं और उनकी परीक्षा में पास हो जाते हैं तो फिर आपको CTI कोर्स करने का सर्टिफिकेट या प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा। अब आप उसके बलबूते कही भी नौकरी कर पाने में सक्षम हो जाते हैं।

CTI कोर्स में प्रवेश लेने की प्रक्रिया

अब यदि आप CTI कोर्स करना चाहते हैं और उसमे प्रवेश पाना चाहते हैं तो यहाँ आपका यह जानना जरुरी है कि वर्ष में कब कब CTI कोर्स को करने के लिए आवेदन मांगे जाते हैं। तो CTI कोर्स के तहत प्रवेश वर्ष में 4 बार लिए जाते हैं और इसके लिए चार अलग अलग महीनो में अधिसूचना जारी की जाती है। आप किसी भी सत्र में प्रवेश लेकर CTI कोर्स को कर सकते हैं। तो इसके लिए अधिसूचना मार्च, जून, सितंबर व दिसंबर के महीने में निकाली जाती है। यह हर 3 महीने के अंतराल में निकाली जाती है।

तो जब इसकी अधिसूचना निकले तो आपको ऑनलाइन ही CTI कोर्स के लिए आवेदन करना होगा। उसके बाद यदि आपका फॉर्म सेलेक्ट हो जाता है तो आपको अपनी पसंद के कॉलेज में CTI कोर्स में प्रवेश मिल जाएगा। उसके बाद आपको वहां की निर्धारित राशि चुका देनी होगी और अपना प्रवेश पत्र पा लेना होगा। अगले एक वर्ष तक आपको उस कॉलेज में CTI कोर्स को करना होगा और परीक्षा को पास कर उसमे सर्टिफिकेट को लेना होगा।

CTI कोर्स की फीस (CTI course fees in Hindi)

अब जब आप CTI कोर्स को करने के लिए किसी कॉलेज में प्रवेश ले रहे होंगे तो आपको इसमें लगने वाले खर्चे या फीस के बारे में भी जानना होगा। तो यहाँ हम आपको बता दे कि यह एक सामान्य कोर्स है और इसके लिए कोई भारी भरकम फीस नही ली जाती है। हालाँकि इसके लिए आरक्षित वर्ग को सामान्य वर्ग के छात्रों की तुलना में कुछ छूट अवश्य मिलती है।

यदि आप सामान्य वर्ग से है तो आपको CTI कोर्स करने के लिए एक वर्ष के 6 हज़ार रुपए चुकाने होंगे अर्थात हर महीने के 500 रुपए हो गए। वही यदि आप आरक्षित वर्ग से आते हैं तो आपको हर महीने के केवल 300 रुपए ही चुकाने होंगे। इस हिसाब से आपको एक वर्ष का 3600 रूपया ही देना होगा जो कि बहुत ही कम है।

CTI कोर्स का सेशन कब शुरू होगा?

आपने यह तो जान लिया कि CTI कोर्स को करने के लिए आवेदन वर्ष में 4 बार मांगे जाते हैं तो आपको यह भी पता चल गया होगा कि इसके तहत शुरू होने वाले सेशन भी तो 4 बार ही होंगे किंतु आपको इनकी तिथि भी जाननी होगी। तो CTI कोर्स के सेशन वर्ष में 4 बार शुरू होते हैं जिनकी तिथि है:

  • फरवरी महीने की पहली तिथि
  • मई महीने की पहली तिथि
  • अगस्त महीने की पहली तिथि
  • नवंबर महीने की पहली तिथि

तो आप इनमे से किसी भी महीने के सेशन में CTI कोर्स को करना शुरू कर सकते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप किस महीने की अधिसूचना में CTI कोर्स के लिए आवेदन करने जा रहे हैं क्योंकि उसी के अनुरूप ही आपको सेशन की तिथि मिलेगी।

CTI कोर्स करने के बाद करियर विकल्प (CTI course career options in Hindi)

CTI कोर्स तो आप कर लेंगे लेकिन उसके बाद आपके पास करियर बनाने के कौन कौन से विकल्प होते हैं, इसके बारे में भी तो जानना बहुत जरुरी हो जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप अपनी डिग्री के ख़त्म होने के बाद CTI कोर्स करने जा रहे हैं तो उसमे आगे करियर बनाने के किस तरह के विकल्प आपके लिए खुल जाएंगे, इसके बारे में आपका जानना जरुरी हो जाता है। तो आइए जाने CTI कोर्स को करने के बाद आप किस रूप में अपना करियर बनाने को स्वतंत्र होंगे:

  • आईटीआई टीचर की नौकरी करना
  • मैकेनिक
  • इलेक्ट्रीशियन या बिजली वाला
  • वायरमैन
  • मशीनरी संभालने वाला
  • फिटर
  • टर्नर
  • मोटर वाहन मैकेनिक
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनियर इत्यादि।

तो इस तरह से आपके पास करियर बनाने और काम करने के कई सारे विकल्प होंगे। इस बात का भी ध्यान रखे कि ऊपर बताये गए क्षेत्रों में आपको केवल निजी ही नही बल्कि सरकारी नौकरी भी मिल सकती है। यहाँ तक कि सरकार अपने यहाँ ऊपर बताये गए काम को करने के लिए जिन लोगों को नौकरी पर रखती है, उसके लिए CTI कोर्स किये हुए लोगों को ही महत्ता दी जाती है।

CTI कोर्स करके नौकरी लेना (CTI course jobs in Hindi)

CTI कोर्स को करने के बाद आपको उस कॉलेज या इंस्टिट्यूट से एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस सर्टिफिकेट के जरिये आप देश के किसी भी संस्थान में ऊपर बताये गए क्षेत्रों के तहत नौकरी के लिए आवेदन दे सकते हैं। आपके लिए प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की कंपनियों के दरवाजे खुले हुए होंगे। कहने का मतलब यह हुआ कि CTI कोर्स को करने के बाद आपको प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की ही नौकरी मिल सकती हैं।

तो यदि ऊपर बताये गए किसी क्षेत्र में नौकरी निकली है तो आपको उसके लिए पहले आवेदन देना होगा। उस आवेदन में आपको अपना CTI कोर्स का प्रमाण पत्र भी भेजना होगा। उसके बाद आपका साक्षात्कार लिया जाएगा और आपके कौशल को जांचा जाएगा। यदि आप उसमे पास हो जाते हैं तो फिर आपको वहां नौकरी मिल जाएगी। तो इस तरह से आप CTI कोर्स को करने के बाद नौकरी पा सकते हैं।

CTI कोर्स करने के बाद सैलरी कितनी मिलेगी? (CTI course job salary in Hindi)

तो अब यदि आप CTI कोर्स को पूरा कर लेते हैं और उसके तहत एक नौकरी भी पाने में समर्थ हो जाते हैं तो आपका अगला प्रश्न होगा कि इसके तहत मिलने वाला वेतन कितना तक हो सकता है। तो CTI कोर्स को करने के बाद मिलने वाला वेतन इतना ज्यादा तो नही होता है लेकिन यह समय के साथ साथ बढ़ता जरुर चला जाता है।

तो यदि आप CTI कोर्स के तहत नौकरी करने जा रहे हैं तो आपकी सैलरी 15 से 35 हज़ार के बीच में हो सकती है। सरकारी नौकरी मिलती है तो आपको सैलरी के साथ साथ कुछ अन्य सुख सुविधाएँ भी मिलेंगी।

CTI कोर्स क्या है – Related FAQs

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प्रश्न: CTI कितने साल की होती है?

उत्तर: CTI एक साल की होती है।

प्रश्न: CTI की फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर: CTI की फुल फॉर्म सेंट्रल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट फॉर इंस्ट्रक्टर है।

प्रश्न: सीटीआई की तैयारी कैसे करें?

उत्तर: सीटीआई की तैयारी करने के लिए आपको पहले आईटीआई या डिप्लोमा में डिग्री लेनी होगी और उसके बाद CTI कोर्स में प्रवेश मिल जाएगा।

प्रश्न: आईटीआई में टीचर कैसे बनते हैं?

उत्तर: आईटीआई में टीचर बनने के लिए CTI कोर्स करना होता है।

प्रश्न: ITI के बाद में क्या करें?

उत्तर: ITI के बाद में CTI कोर्स करें।

तो इस तरह से आज के इस लेख के मध्यम से आपने जान लिया कि यह CTI कोर्स क्या होता है, उसे कैसे किया जाता है, उसमे क्या कुछ पढ़ाया जाता है और इस कोर्स को करने के क्या क्या फायदे देखने को मिल सकते हैं। तो यदि आप आईटीआई या डिप्लोमा करने के बाद एक अच्छी नौकरी की तलाश में हैं तो आपको CTI कोर्स में प्रवेश ले लेना चाहिए।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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