क्रिप्टोकरेंसी क्या है? | क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार व स्थापना कब हुई | What is cryptocurrency in Hindi

|| क्रिप्टोकरेंसी क्या है? | What is cryptocurrency in Hindi | What is cryptocurrency trading in Hindi | क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत कब हुई? (When does cryptocurrency started in Hindi | क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार | Cryptocurrency ki jankari | Cryptocurrency kitne prakar ki hai ||

What is cryptocurrency in Hindi :- आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कौन नहीं जानता है। जिस तरह से कोरोना महामारी के बाद से बहुत सारे लोगो ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया है ठीक उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी पर भी अब बहुत लोगो का विश्वास बन गया है। इस करेंसी ने बहुत कम समय में बाजार में अपनी पहचान बना ली है जिसके चलते आज हर कोई इसके पीछे भाग रहा है। ऑनलाइन के ज़माने में यह पैसा कमाने का बहुत अच्छा तरीका है परन्तु आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि ऐसे बहुत सारे देश हैं जहाँ पर क्रिप्टोकरेंसी को लीगल नहीं माना (What is cryptocurrency trading in Hindi) जाता। 

हमारे कहने का अर्थ यह हुआ कि जिन देशों में इसको मान्यता प्राप्त नहीं है वहाँ अगर आपके साथ कुछ गलत हो जाता है तो वहाँ की सरकार आपका किसी भी चीज़ में साथ नहीं देगी। इसलिए हमे हमेशा सोच समझ कर ही इसमें निवेश करना चाहिए। हम क्रिप्टोकरेंसी में निवेश ज़रूर कर रहे हैं परन्तु अगर कोई हमसे आकर पूछे कि क्रिप्टोकरेंसी आखिर क्या है तो शायद हम में से ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो इसके बारे में अच्छे से नहीं जानते होंगे। अगर आप भी उन लोगो में से हो जो क्रिप्टोकरेंसी के बारे में नहीं जानते हो तो हमारा आज का आर्टिकल अवश्य (What is crypto trading in Hindi) पढ़ें। 

आज के आर्टिकल में हम आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तार से बतांएगे। इस आर्टिकल में हम आपको क्रिप्टोकरेंसी से जुडी सारी महत्वपूर्ण चीज़ों के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही हम आपको इसके प्रकार, फायदे और नुकसान के बारे में भी जानकरी देंगे। सबसे पहले हम क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है यह जान लेते हैं।

Contents show

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है जिसको आप ऑनलाइन खरीद और बेच कर पैसे कमा सकते हैं। जिस तरह से शेयर बाजार में हम शेयर्स में निवेश करते हैं, उनको खरीदते और बेचते हैं उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी में भी हम ऑनलाइन निवेश कर सकते (How cryptocurrency works) हैं। क्रिप्टोकरेंसी में आप केवल ऑनलाइन ही निवेश कर सकते हैं। इस करेंसी को किसी भी देश की सरकार या बोर्ड द्वारा नहीं चलाया जाता इसीलिए इसे डीसेंटेरलाइज़्ड करेंसी भी कहा जाता है। 

What is cryptocurrency in Hindi

अगर आप शेयर बाजार के बारे में थोड़ा बहुत भी जानते हैं तो आपको पता होगा कि भारत में SEBI पूरे शेयर बाजार को संभालता है परन्तु क्रिप्टोकरेंसी के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। जिस तरह से सभी देशों की अपनी खुद की करेंसी होती है जैसे भारत की रूपए, अमेरिका की डॉलर, यूरोप की यूरो, ऑस्ट्रेलिया की ऑस्ट्रेलियन डॉलर आदि वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी को दुनियाभर में इस्तेमाल किया जाता है इसको आप देश के किसी भी कोने से खरीद और बेच सकते (Cryptocurrency full details in Hindi) हैं।

भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता प्राप्त नहीं हुई है परन्तु भारत के अलावा ऐसे बहुत सारे देश और कंपनियां है जिन्होंने इसे मान्यता दे दी है। क्रिप्टोकरेन्सी में ब्लॉकचैन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जिसके चलते इसको अलग अलग जगह पर ऑनलाइन स्टोर किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत ही सरल है। आज के समय में बहुत सारे ऑनलाइन ऐप्लिकेशन्स है जिन पर अलग अलग प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध (Cryptocurrency ki jankari) है।

क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत कब हुई? (When does cryptocurrency started in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत सबसे पहले साल 2009 में हुई थी, जिसका नाम बिटकॉइन था। इस करेंसी को जापान के एक इंजीनियर सतोषी नकमोतो ने बनाया था। उस समय में बहुत कम लोग इसके बारे में जानते थे जिसके कारण यह लोगों के बीच अपनी जगह नहीं बना पायी परन्तु कुछ ही सालो में इसने लोगों को अपने पीछे दीवाना कर दिया था। इस करेंसी की वैल्यू आसमान छूने लगी और यह पूरी दुनिया में छा (Cryptocurrency ki shuruaat kab hui) गयी। 

आज के समय में बिटकॉइन को नंबर 1 क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है, क्योंकि इस करेंसी ने बहुत ही कम समय में बहुत अच्छी ग्रोथ दिखाई है। जिन लोगो ने भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया था उनका पैसा 10,000 गुणा से बढ़ा है जिसके कारण आज हर कोई बस क्रिप्टोकरेंसी की ही बात कर रहा है। 

क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार (How many types of cryptocurrency are there in Hindi)

अब तक हमने आपको क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है और यह कब आया था इसके बारे में बताया। अब हम क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार के बारे में बताएँगे जिससे आप इसके बारे में और अच्छे से समझ सकेंगे। वैसे तो क्रिप्टोकरेंसी कई तरह की होती है परन्तु उनमे से कुछ ही ऐसी करेंसीज़ है जो अच्छा परफॉर्म कर रही है। आइये हम विस्तार से क्रिप्टोकरेन्सी के प्रकार के बारे में जानते (Cryptocurrency kitne prakar ki hai) है।

1) बिटकॉइन 

क्रिप्टोकरेंसी की लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर नाम आता है बिटकॉइन का। यह करेंसी दुनियाभर में सबसे ज़्यादा मशहूर है। अगर कहीं क्रिप्टोकरेंसी की बात चल रही हो तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं हो सकता की बिटकॉइन की बात ना हो। बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसको आप ऑनलाइन खरीद और बेच सकते हैं। जब क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया के सामने लाया गया था तब सबसे पहले बिटकॉइन की ही चर्चा की गयी थी। उस समय इसकी डिमांड बहुत कम थी परन्तु आज इसकी वैल्यू आसमान छू रही है जिसके कारण यह खूब चर्चा में है।

आज के समय में इस करेंसी की वैल्यू 13 लाख के पार है। इसमें निवेश करके आप बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं। आज इसके एक कॉइन की कीमत बहुत ज़्यादा है और यह बहुत अच्छी बात है। अगर इसी तरह इसकी वैल्यू बढ़ती रही तो यह करेंसी और भी ज़्यादा मशहूर हो जाएगी जिससे और भी ज़्यादा लोग इसमें निवेश करेंगे।

2) इथरम 

इथरम भी एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है जिसमे आप ऑनलाइन निवेश कर के खूब सारा पैसा कमा सकते हैं। बिटकॉइन के बाद इस करेंसी को सबसे ज़्यादा लोकप्रिय माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसने बिटकॉइन की तरह बहुत कम समय में अच्छी ग्रोथ दिखाई है जिसके कारण इस करेंसी में जिन लोगों ने निवेश कर रखा था उनको खूब मुनाफा हुआ। इस करेंसी के फाउंडर का नाम विटालिक बुटेरिन है। इस करेंसी को ईथर के नाम से भी जाना जाता है।

कुछ ही समय पहले इथरम को दो भागो में बांटा गया है एक का नाम है इथरम (इटीएच) और दूसरी का नाम है इथरम (इटीसी)। इसमें निवेश करना बहुत ही आसान और सरल है। परन्तु आपको बहुत सोच समझकर ही इसमें निवेश करना चाहिए क्योंकि अगर आपने सोच समझकर इसमें निवेश नहीं किया तो आपका पैसा बढ़ने की बजाय डूब भी सकता है। 

3) लाइटकॉइन

लाइटकॉइन एक पीआर टू पीयर क्रिप्टोकरेंसी है जिसको ओपन सॉफ्टवेयर के ज़रिये बनाया गया है। इस करेंसी के पीछे बिटकॉइन का बहुत बड़ा हाथ है। इस करेंसी को अक्टूबर 2011 में चार्ल्स ली द्वारा शुरू किया गया था। चार्ल्स ली गूगल कंपनी में काम कर चुके हैं। इस करेंसी में ऐसी बहुत सारी चीज़ें है जो बिटकॉइन से मिलती जुलती है परन्तु यह करेंसी बिटकॉइन जितनी सफल नहीं हो पायी जिसके कारण बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं।

आपकी जानकरी के लिए हम आपको बता दें कि लाइटकॉइन की ब्लॉक जनरेशन की टाइम बिटकॉइन के मुकाबले बहुत कम है जो कि इस करेंसी के लिए अच्छी बात है। इसका मतलब यह हुआ कि इस करेंसी में ट्रांजैक्शंस बहुत जल्दी पूरी हो जाती है जिससे लोग ज़्यादा से ज़्यादा इसमें निवेश कर सकते हैं। 

4) डॉगकॉइन 

क्रिप्टोकरेंसी की लिस्ट में अगला नंबर आता है डॉगकॉइन का। इस करेंसी के बनने के कहानी बहुत ही दिलचस्प और रोचक है। डॉगकॉइन का बिटकॉइन ने मज़ाक उड़ाने के लिए कुत्ते के साथ उसकी तुलना की गयी थी। डॉगकॉइन के फाउंडर का नाम बील्ली मार्क्स है। इस क्रिप्टोकरेंसी में स्क्रिप्ट अल्गोरिथम का इस्तेमाल किया जाता है। 

इस क्रिप्टोकरेंसी ने भी अपने निवेशकों को खूब सारा पैसा कमा के दिया है। इसकी मार्केट वैल्यू आज के समय में $197 मिलियन से भी कहीं ज़्यादा है। डॉगकॉइन करेंसी को भी दुनियाभर में एक्सेप्ट किया जाता है। इस क्रिप्टोकरेंसी में माइनिंग बाकि सभी क्रिप्टोकरेंसी के मुकाबले जल्दी होती है जो की बहुत बड़ी बात है।

5) बाइनैंस कॉइन 

यह क्रिप्टोकरेंसी भी दुनियाभर में बहुत मशहूर है। साथ ही यह करेंसी वॉल्यूम के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इस क्रिप्टोकरेंसी में बहुत सारे लोग निवेश करते हैं। इस करेंसी को साल 2017 में लॉन्च किया गया था परन्तु इसने केवल कुछ ही समय में लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बना ली जिसके कारण आज हर कोई इसमें निवेश करना चाहता है।

इस करेंसी की 2017 में कीमत केवल $0.10 थी जो 2022 में बढ़ कर 5,200 के पार चली गयी थी। इस करेंसी ने अपने निवेशकों को खूब मुनाफा कमा के दिया है। इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन करेंसी चौथे स्थान पर आती है।

6) रिप्पल 

क्रिप्टोकरेंसी की लिस्ट में अब बात करते हैं रिप्पल करेंसी की। यह करेंसी साल 2012 में मार्केट में लॉन्च हुई थी जो कि डिस्ट्रिब्यूटेड ओपन सोर्स प्रोटोकॉल के ऊपर बेस्ड है। इस करेंसी की अपनी खुद की एक करेंसी है जिसको रिप्पल (एक्सआरपी) कहा जाता है और यह रियल टाइम ग्रॉस सेट्लमेंट की तरह काम करती है। 

इस करेंसी ने भी अपने निवेशकों को खूब सफलता लाकर दी है। इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन भी $10 बिलियन से ज़्यादा है। यह करेंसी अपने निवेशकों को सुरक्षित, सरल और जल्दी ट्रांजेक्शन पूरे होने का वादा करती है। साथ ही यह करेंसी अपने निवेशकों से किसी ट्रांजेक्शन का कोई चार्ज नहीं लेती जो की बहुत अच्छी बात है। 

7) टेथर 

टेथर भी एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है जिसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन भी बहुत ज़्यादा है। इस साल इस क्रिप्टोकरेंसी से निवेशक बहुत उमीदें लगाए बैठे है। इस करेंसी में बिटकॉइन में इस्तेमाल होने वाली ब्लॉकचैन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। 

यह करेंसी बहुत सारे निवेशकों की पसंदीदा लिस्ट में से एक है परन्तु इस करेंसी में काफी उतार चढ़ाव भी होता है इसलिए इसमें सोच समझ कर ही निवेश करना चाहिए। 

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के फायदे (Benefits of cryptocurrency on economy in Hindi)

ऊपर हमने आपको क्रिप्टोकरेंसी के अनेक प्रकारों के बारे में बताया अब हम इसमें निवेश करने के फायदों के बारे में बताएंगे। जिस प्रकार आज के समय में हम शेयर्स की ऑनलाइन लेया बेची कर सकते हैं उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी को भी ऑनलाइन खरीदना और बेचना हमारे लिए एक सुविधा के बराबर है। अब हम विस्तार से आपको क्रिप्टोकरेंसी के फायदों के बारे में बताते (Benefits of Cryptocurrency in Hindi) है।

  • क्रिप्टोकरेंसी की मदद से आप ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। आप घर बैठे बैठे ही इसमें निवेश कर के खूब सारा पैसा कमा सकते है। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना बहुत ही आसान है जिसको आप बहुत ही जल्दी सिख सकते है।
  • हालाँकि क्रिप्टोकरेंसी का कोई रेगुलेटर नहीं है परन्तु इसमें फ्रॉड होने के चान्सेस बहुत ही कम है क्योंकि इसमें सब कुछ ऑनलाइन होता है जिसमे सभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस मॉनिटर की जाती है और किसी भी प्रकार के फ्रॉड या स्कैम के चान्सेस बहुत कम होते है।
  • अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो आपको पता ही होगा की इसमें कोई भी ट्रांजेक्शन बहुत जल्दी सेटल हो जाती है। इसमें आपको बहुत देर तक वेट नहीं करना पड़ता बल्कि इसमें बहुत सारी ट्रांजैक्शंस एक साथ कुछ ही समय में सेटल हो जाती है।
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की ट्रांजेक्शन फीस भी बहुत कम है। यह इस करेंसी की बहुत बड़ी खासियत है जिससे बहुत सारे निवेशक इसमें निवेश करना चाहते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के नुकसान (Negative impact of cryptocurrency on economy in Hindi)

हमने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के फायदे के बारे में तो जान लिया। अब हम इसके नुकसान के बारे में भी जान लेते है। 

  • क्रिप्टोकरेंसी को अभी तक बहुत सारे देशों में मान्यता प्राप्त नहीं हुई है जो कि इसको निवेश करने का बहुत ज़्यादा रिस्की तरीका बनाता है। क्रिप्टोकरेंसी को शेयर्स के मुकाबले ज़्यादा रिस्की माना जाता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी के भाव में उतर चढ़ाव बहुत ज़्यादा होता है जिसका अनुमान लगा पाना बहुत ही मुश्किल होता है। इसलिए हमे हमेशा सोच समझ कर ही इसमें निवेश करना चाहिए और उतना ही निवेश करना चाहिए जितने का नुक्सान हम उठा सके।
  • क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का पूरा सिस्टम ऑनलाइन है तो इसमें फ्रॉड होने के चान्सेस भी कई ज़्यादा हैं। इसमें आपका अकाउंट कभी भी हैक हो सकता है और आप अपने सारे पैसे इसमें गवां सकते हैं।
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आपने एक बार कोई आर्डर प्लेस कर दिया तो फिर आप उसे कैंसिल नहीं कर सकते हैं जिससे निवेशकों को बहुत नुकसान हो सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? – Related FAQs 

प्रश्न: क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है?

उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है जिसको आप ऑनलाइन खरीद और बेच कर पैसे कमा सकते है।

download app

प्रश्न: क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार की होती है?

उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी बहुत प्रकार की होती है जिनमे से कुछ है बिटकॉइन, इथरम, रिप्पल, डॉगकॉइन, टेथर, बाइनैंस कॉइन, लाइटकॉइन आदि।

प्रश्न: क्रिप्टोकरेंसी से क्या फायदा होता है?

उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर के आप बहुत सारा पैसा कमा सकते है। इसमें निवेश करना बहुत ही आसान और सरल है।

प्रश्न: क्रिप्टो अच्छा है या बुरा?

उत्तर: अगर आप संभल कर क्रिप्टो में निवेश करते है तो आप इससे खूब सारा पैसा कमा सकते है परन्तु अगर आपको इसकी जानकरी नहीं है तो आप इसमें अपना पैसा गवां भी सकते है।

प्रश्न: क्रिप्टो करेंसी से क्या खतरा है?

उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत सबसे पहले साल 2009 में हुई थी जिसका नाम बिटकॉइन था। इस करेंसी के मालिक जापान के एक इंजीनियर सतोषी नकमोतो है।

प्रश्न: क्रिप्टोकरेंसी के क्या नुकसान हो सकते है?

उत्तर: क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इस करेंसी का कोई रेगुलेटर नहीं है जिससे इसमें निवेश करना बहुत जोखिम भरा काम है।

तो इस तरह से आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है यह कितने प्रकार की होती है इसके फायदे और नुकसान क्या क्या हैं इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
WordPress List - Subscription Form
Never miss an update!
Be the first to receive the latest blog post directly to your inbox. 🙂

Leave a Comment