चांद पर कौन कौन गया है? | चांद पर जाने वाले व्यक्तियों के नाम | Chand par kon kon gaya hai

|| चांद पर कौन कौन गया है? | चांद पर लोगों के नाम | Chand par kon kon gaya hai | चांद पर जाने वाले लोगों की लिस्ट | List of People who landed on Moon | चांद पर कदम नहीं रख पाने वाले अंतरिक्ष यात्री | Mens who went to Moon but didn’t land ||

Chand par kon kon gaya hai :- दोस्तों सभी को बचपन से ही चाँद के बारे में जानकारी लेने की उत्सुकता होती है। वह चाहे चांद की बनावट हो, इसका पृथ्वी से दूरी को जानना हो या ये जानना हो कि चांद पर कैसे जाया जाता है और आखिर कौन कौन चांद पर गया (Chand par jane wala pehla insan) है। इन्हीं सवालों के साथ हमारे पास इसका भी जवाब होता ही है कि चांद पर जाने वाला पहला इंसान अमेरिका का नील आर्मस्ट्रांग था। परंतु बात यहीं तक सीमित नहीं है, नील आर्मस्ट्रांग के अलावा भी चांद पर 11 लोगों ने कदम रखा है और कुल 12 लोग चांद तक पहुंचे हैं।

आज के समय में हमें पता है कि इंसान ने विज्ञान के क्षेत्र में बहुत सी तरक्की हासिल की है। चांद तक अपनी पहुंच को बनाना भी इसी तरक्की का एक हिस्सा (Chand par jane wala pehla aadmi kaun hai?) है। पहले तो बस कविता कहानियों में चांद का जिक्र होता था और कहां अब इंसान ने चांद पर कदम रख कर इतिहास बना लिया है। इसलिए हमारे लिए ये जान लेना तो जरूरी ही है कि अब तक चांद पर किस किस ने कदम रखा है, क्योंकि नील आर्मस्ट्रांग ही अकेले नहीं है जिन्होंने ऐसा किया (Chand par jane wale logo ka naam) हो। इसलिए हम इस लेख के माध्यम से चांद पर जाने वाले लोगों के नाम और उनसे जुड़ी कुछ जानकारी हासिल करेंगे।

चांद पर कौन कौन गया है? (Chand par kon kon gaya hai)

दोस्तों सबसे पहले हम आपको बता दें कि शायद आपको यकीन ना हो पर 2024 तक भारत से कोई भी इंसान चांद पर नहीं गया है। हमें अक्सर सुनने को मिलता है कि भारत के राकेश शर्मा जी चांद पर जाने वाले पहले भारतीय है, परंतु यह सच नहीं है। हाल ही में राकेश शर्मा जी ने खुद भी ये बात कही है कि वो अंतरिक्ष में तो गए हैं पर चांद पर नहीं। इसी के साथ हमें लगता है कि कल्पना चावला जी भी चांद पर गई है, तो दोस्तों ये बात भी सच नहीं है। कल्पना चावला जी ने भी अंतरिक्ष में समय बिताया है परंतु वो चांद पर नहीं गई हैं।

चांद पर कौन कौन गया है चांद पर जाने वाले व्यक्तियों के नाम Chand par kon kon gaya hai

इसी के साथ हम आपको बता दें कि आपको हर जगह ये देख कर कि चांद पर अभी तक 12 लोगों ने ही कदम रखा है, शायद इस बात पर यकीन ना हो। परंतु दोस्तों यही बात सच है कि अभी तक केवल 24 लोग ही चांद तक पहुंचे हैं, जिनमें से सिर्फ 12 लोगों ने ही चांद पर अपना पैर रखा है और बाकी लोगों ने सिर्फ चांद के कक्ष में चक्कर ही लगाया है। इस जानकारी को नासा की सोलर सिस्टम से जुड़ी साइट से भी स्पष्ट किया जा सकता है। हम आसानी के लिए चांद पर कितने लोग गए हुए है, उनके नाम और मिशन का नाम एक सूची के तौर पर देख लेते हैं।

चांद पर जाने वाले लोगों की लिस्ट (List of People who landed on Moon)

क्रम सं.चांद पर जाने वाले व्यक्ति का नाममिशन का नाममिशन का महीना और साल
1नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong)Apollo 11July, 1969
2एड्विन बज एल्ड्रिन (Edwin Buzz Aldrin)Apollo 11July, 1969
3चार्ल्स पीट कॉनरोड (Charles Pete Conrad)Apollo 12November, 1969
4एलन बीन (Alan Bean)Apollo 12November, 1969
5एलन शेपर्ड (Alana B Shepard Jr.)Apollo 14February, 1971
6एडगर मिशेल (Edgar D. Mitchell)Apollo 14February, 1971
7डेविड स्कॉट (David R. Scott)Apollo 15August, 1971
8जेम्स इरविन (James B. Irwin)Apollo 15August, 1971
9जॉन यंग (John W. Young)Apollo 16April, 1972
10चार्ल्स ड्यूक (Charles M. Duke)Apollo 16April, 1972
11यूजीन सेरनन (Eugene Cernan)Apollo 17December, 1972
12हैरिसन श्मिट (Harrison H. Schmitt)Apollo 17December, 1972

इसके साथ ही बता दें कि इन 12 लोगों में से जॉन यंग और यूजीन सेरनन ने पृथ्वी से चांद तक का सफर दो बार तय किया है। एक बार तो ये लोग चांद पर कदम रख चुके हैं, परंतु इससे पहले ये दोनों अपोलो 10 में चांद के ऑर्बिट का चक्कर लगाने वाले अंतरिक्ष यात्री भी रहें हैं। इस प्रकार संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ही एकमात्र देश है जिसने अपने 12 लोगों को चांद पर भेजा है। जिसमे से किसी भी महिला ने चांद पर कदम नहीं रखा है।

नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) – नील आर्मस्ट्रांग को सभी लोग चांद पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति के रूप में जानते हैं। इनका जन्म 5 अगस्त 1930 को हुआ था। 20 जुलाई, 1969 को चांद पर पहला कदम रखने पर उन्होंने कहा था, “यह एक मनुष्य का चांद पर छोटा कदम है, परंतु मानवता के लिए विशाल छलांग है”। खगोलयात्री होने से पहले वो एक नौसेना के अधिकारी थे। इसके अलावा वो एयरोस्पेस इंजीनियर, परीक्षण पायलट और यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी थे। इन्होंने विश्विद्यालय में पढ़ाया भी है और कोरिया युद्ध में हिस्सा भी लिया है। उनकी 2012 में मृत्यु हो गई।

बज एल्ड्रिन (Buzz Aldrin) – बज एल्ड्रिन चांद पर जाने वाले दूसरे व्यक्ति है। ये भी नील आर्मस्ट्रांग के साथ अपोलो 11 में चांद पर गए थे। बज एल्ड्रिन का जन्म 20 जनवरी, 1930 को हुआ था। ये एस्ट्रोनॉट के साथ, इंजिनियर और लड़ाकू पायलट भी रह चुके हैं। इनके नाम सबसे अधिक उमर में दक्षिणी ध्रुव पर जाने का खिताब भी हासिल है। दक्षिणी ध्रुव पर जाने के समय इनकी हालत बहुत नाजुक हो गई थी।

पीट कॉनरोड (Pete Conrad) – तीसरे नंबर पर चांद पर कदम रखने वाले व्यक्ति पीट कॉनरोड थे। अपोलो 12 में ये सेकंड एस्ट्रोनॉट वर्ग के तौर पर चुने गए थे और ये मिशन कमांडर थे। इनका जन्म 2 जून, 1930 को हुआ था। ये एस्ट्रोनॉट के साथ एविएटर, परीक्षण पायलट, नेवी ऑफिसर भी थे। इन्होंने नासा से सेवानिवृति लेने के बाद बिजनेसमैन के रूप में कार्य किया था। 1999 में एक सड़क दुर्घटना के दौरान इनका देहांत हो गया।

एलन बीन (Alan Bean) – पीट कॉनरोड के साथ अपोलो 12 मिशन पर चांद पर जाने वाले चौथे व्यक्ति एलन बीन थे। इन्होंने 39 साल की उमर में चांद पर कदम रखा था। ये एयरोनॉटिकल इंजीनियर, नौसेना सलाहकार और परीक्षण पायलट के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। इन्होंने 1981 में नासा से रिटायरमेंट के बाद पेंटिंग को अपनी रुचि बना लिया था। इन्होंने अपनी चित्रकला के माध्यम से अपने अंतरिक्ष से संबंधी अनुभव को कागज पर उतारा था।

एलन शेपर्ड (Alan Shepard) – ये चांद पर कदम रखने वाले पांचवे व्यक्ति थे। भले ही ये चांद पर पांचवे व्यक्ति हो, परंतु अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे व्यक्ति और पहले अमरीकी नागरिक थे। ये पहले मानव सहित अंतरिक्ष विमान के कमांडर थे। इसके साथ ही सबसे अधिक उमर में चांद पर कदम रखने वाले व्यक्ति भी यही थे। इनका अंतरिक्ष में गुजारा समय 9 दिन और 57 मिनट है। नासा से रिटायरमेंट के बाद इन्होंने बैंकिंग और रियल एस्टेट में अपना व्यापार शुरू किया था।

एड्गर मिशेल (Edgar Mitchell) – अपोलो 14 मिशन में चांद पर जाने वाले छठे व्यक्ति एडगर मिशेल थे। चांद पर जाने के बाद इन्होंने वहां फ्रा मौरो हाइलैंड्स नाम के क्षेत्र में चांद की सतह पर नौ घंटे काम भी किया था। 1972 में इन्होंने नासा से रिटायरमेंट ले लिया और उसके बाद ये गैर लाभकारी संस्था की सहायता के रूप में कार्य करने लगे, जो कि मानसिक घटनाओं पर शोध करते थे।

डेविड स्कॉट (David Scott) – अपोलो 15 मिशन के तहत साल 1971 में चांद पर जाने वाले सातवें व्यक्ति डेविड स्कॉट थे। इनका जन्म 6 जून, 1932 को हुआ था। ये एस्ट्रोनॉट के साथ साथ नासा के लिए परीक्षण पायलट भी थे। इन्होंने 3 बार पृथ्वी से अंतरिक्ष का सफर किया है, जो कि अपोलो 9, अपोलो 15 और जेमिनी 8 मिशन के तहत रहा। नासा से रिटायरमेंट लेने के बाद उन्होंने अपने अंतरिक्ष अनुभव को बुक्स के माध्यम से लोगों के सामने रखने के लिए लेखक के रूप में भी कार्य किया।

जेम्स इरविन (James Irwin) – डेविड स्कॉट के साथ अपोलो 15 में जाने वाले दूसरे व्यक्ति जेम्स इरविन थे। इन्होंने चांद पर कदम रखने वाले आठवें व्यक्ति के रूप में नाम बनाया है। ये एस्ट्रोनॉट होने के साथ अमेरिकी वायु सेना के पायलट, परीक्षण पायलट, एस्ट्रोनॉटिकल इंजिनियर भी रहें हैं। नासा से रिटायरमेंट के बाद इन्होंने ईसाई धार्मिक आउटरीच संगठन हाई फ्लाइट फाउंडेशन की शुरुआत भी की थी। सन 1991 में इनकी हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई।

जॉन यंग (John Young) – 1972 में हुए अपोलो 16 मिशन के कमांडर के रूप में चांद पर जाने वाले नौंवे व्यक्ति जॉन यंग थे। इनका जन्म 24 सितंबर, 1930 को अमेरिका में हुआ था। इनके नाम अंतरिक्ष में 6 बार जाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इनकी ये यात्राएं 4 अलग अलग तरह के अंतरिक्ष विमानों में हुई। इनका अंतरिक्ष में समय 34 दिन, 19 घंटे और 39 मिनट रहा। इन्होंने नासा को 40 साल तक सेवा दी तथा फिर 2004 में रिटायर हो गए।

चार्ल्स ड्यूक (Charles Duke) – जॉन यंग के साथ अपोलो 16 मिशन में चांद पर जाने वाले दसवें व्यक्ति चार्ल्स ड्यूक थे। इसी के साथ वो चांद पर कदम रखने वाले सबसे कम उमर के व्यक्ति भी थे। इन्होंने 36 साल और 201 दिन की उमर में चांद पर अपना पहला कदम रखा था। अंतरिक्ष में यात्रा करने के साथ ये अमरीकी वायु सेना में भी कार्यरत रहे थे। इन्होंने नासा से 1975 में रिटायरमेंट लिया, जिसके बाद ये जेल मंत्रालय में भी कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वो एस्ट्रोनॉट स्कॉलरशिप फाउंडेशन बोर्ड के अध्यक्ष हैं।

यूजीन सेरनन (Eugene Cernan) – चांद की सतह पर कदम रखने वाले ग्याहरवें और अब तक के आखिरी इंसान यूजीन सेरनन थे। इन्होंने अपोलो 17 मिशन के तहत चांद पर कदम रखा था। इसलिए इन्हे “The last man on the Moon” भी कहा जाता है। ये एस्ट्रोनॉट के साथ नौसेना के एविएटर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर एयरोनॉटिकल इंजीनियर और लड़ाकू पायलट रहें है। इन्होंने 3 बार अंतरिक्ष की यात्रा की है। नासा से रिटायरमेंट लेने के बाद इन्होंने निजी क्षेत्र की कंपनी में कार्य किया है।

हैरिसन श्मिट (Harrison Schmitt) – यूजीन सेरनन के साथ अपोलो 17 मिशन में चांद पर उतरने वाले बारहंवे और आखिरी व्यक्ति हैरिसन श्मिट थे। इस मिशन के बाद इन्होंने 1975 में ही नासा से रिटायरमेंट ले लिया था। इन्होंने यू. एस. सीनेट के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा इन्होंने विश्विद्यालय में पढ़ाने के तौर पर भी कार्य किया है।

चांद पर कदम नहीं रख पाने वाले अंतरिक्ष यात्री (Mens who went to Moon but didn’t land)

चांद पर कदम रखने वाले 12 लोगों के अलावा भी चांद पर अभी तक 12 और लोग जा चुके हैं। जिनमें से 6 व्यक्ति तो चांद पर कदम रखने वाले लोगों के साथ वाले मिशन पर स्पेस शिप को चलाने के लिए ही चांद पर नहीं उतर पाए। 3 व्यक्तियों के दो मिशन अपोलो 8 और अपोलो 10 ने भी चांद की ऑर्बिट में अवसर पाया था, जिनका उद्देश्य केवल विमान की जांच करना था। आखिर में एक मिशन अपोलो 13 में भी 3 लोग चांद की ऑर्बिट तक पहुंच गए थे, परंतु किसी परेशानी के चलते चांद (Abhi tak chand par kitne log gaye hain) पर उतर नहीं सके। इसलिए अपोलो 13 के अंतरिक्ष यात्री जिम लॉवेल चांद पर दो बार जाकर भी कदम नहीं रखने वाले इकलौते व्यक्ति है।

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चांद पर कदम नहीं रख पाने वाले अंतरिक्ष यात्री

Sr. No.अंतरिक्ष यात्री का नाममिशन का नाममिशन का वर्ष
1फ्रैंक बर्मन (Frank Borman)Apollo 81968
2जेम्स लॉवेल (James A. Lovell)Apollo 8, Apollo 131968, 1970
3विलियम एंडर्स (William A. Anders)Apollo 81968
4थॉमस स्टेफर्ड (Thomas Stafford)Apollo 101969
5मिचेल कॉलिंस (Michael Collins)Apollo 111969
6रिचर्ड गॉर्डन (Richard F. Gordon)Apollo121969
7जैक स्विगर्ट (Jack Swigert)Apollo 131970
8फ्रेड हैसे (Fred W. Haise Jr.)Apollo 131970
9स्टुअर्ट रूजा (Stuart A. Roosa)Apollo 141971
10अल्फर्ड वॉर्डन (Alfred M. Worden)Apollo 151971
11थॉमस केन मैटिंगली (Thomas Ken Mattingly)Apollo 161972
12रोनाल्ड इवांस (Ronald E. Evans)Apollo 171972

चांद पर कौन कौन गया है- Related FAQs

प्रश्न: चांद पर अब तक कितने लोग उतरे हैं?

उत्तर: अभी तक चांद पर केवल 12 लोगों ने ही कदम रखा है।

प्रश्न: चांद पर जाने वाले भारतीय कौन है?

उत्तर: अभी तक किसी भी भारतीय ने चांद पर कदम नहीं रखा है, चाहे वो राकेश शर्मा जी हो या कल्पना चावला।

प्रश्न: चांद पर जाने वाली प्रथम महिला कौन है?

उत्तर: चांद पर अभी तक सिर्फ 12 अमेरिकी पुरुष ही गए हैं, कोई भी महिला चांद पर नहीं गई है।

प्रश्न: चांद पर अपने कदमों की छाप छोड़ने वाले आखिरी व्यक्ति कौन है?

उत्तर: अमेरिका के यूजीन सेरनन अभी तक के चांद पर कदम रखने वाले आखिरी इंसान है।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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