बीसीए कोर्स क्या है? | सिलेबस, फीस, जॉब व बीसीए फुल फॉर्म | BCA course kya hai

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BCA course details in Hindi :- कंप्यूटर के क्षेत्र में करियर बनाना आज के समय की मांग भी है और रुचि भी। एक समय पहले तक कोई इसके बारे में जानता तक नहीं था और फिर धीरे धीरे सब काम कंप्यूटर पर ही होने लगे। जिस कंप्यूटर को इस दुनिया में मनोरंजन के उद्देश्य से लाया गया था, वही इस दुनिया की जरुरत बन जाएगा और इतने सब काम इस पर होने लगेंगे, यह किसी ने सोचा तक नही (BCA course kya hota hai in Hindi) था। आप और हम इस पर हजारो वेबसाइट, सॉफ्टवेर, एप्लीकेशन इत्यादि टूल्स को देखते हैं और उनका इस्तेमाल करते हैं।

तो तकनीक की दुनिया में बहुत स्कोप है और करियर बनाने की संभावनाएं भी। तो अब यदि आप आईटी या कंप्यूटर कंपनियों में जाना चाहते हैं और आपको लग रहा हैं कि इसके लिए आपको कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग ही करनी होगी तो आप गलत (BCA course kya hai in Hindi) है। दरअसल कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के जैसी ही एक और डिग्री होती है जिसे करके आप आईटी कंपनियों में जा सकते हैं और वह है BCA की डिग्री।

तो आज के इस लेख में हम आपके साथ BCA कोर्स के बारे में ही बात करने वाले (BCA course kya h) हैं। यह BCA कोर्स आपको आईटी कंपनियों में काम करने, कोडिंग की भाषाएँ सीखने और अपना करियर सेट करने में बहुत ही काम आने वाला है। तो आइए जाने किस तरीके से आप BCA कोर्स कर सकते हैं और उसमे अपना करियर बना सकते हैं।

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BCA कोर्स क्या है? (BCA course kya hai)

BCA कंप्यूटर आधारित एक कोर्स होता है जिसे पूरा करने के बाद BCA की डिग्री मिलती है। अब यह सामान्य रूप से कंप्यूटर चलाने या कंप्यूटर ऑपरेटर बनने का कोर्स नही होता है और ना ही इसकी डिग्री को सामान्य डिग्री माना जाता है। यह एक तरह से कंप्यूटर में प्रोफेशनल डिग्री होती है जिसकी तुलना हम कंप्यूटर में इंजीनियरिंग की डिग्री के साथ कर सकते हैं लेकिन पूर्ण रूप से नही। कहने का मतलब यह हुआ कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और BCA कोर्स की तुलना करने पर इंजीनियरिंग की डिग्री ही उससे ऊपर आंकी जाएगी।

बीसीए कोर्स क्या है सिलेबस, फीस, जॉब व बीसीए फुल फॉर्म BCA course kya hai

किंतु इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि BCA की डिग्री उसमे किसी मामले से कम होगी। यदि आप किसी अच्छे कॉलेज या मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से BCA की डिग्री लेते हैं तो फिर इसकी महत्ता बढ़ (BCA ka course kya hota hai) जाएगी। हालाँकि बहुत से छात्र BCA कोर्स को करने के बाद उसमे अच्छी नौकरी लेने के लिए इसमें मास्टर डिग्री भी करते हैं। BCA के बाद होने वाली मास्टर डिग्री को MCA के नाम से जाना जाता है।

तो सामान्य शब्दों में कहे तो BCA कोर्स वह कोर्स होता है जिसमे कंप्यूटर के बारे में शिक्षा दी जाती है और तरह तरह की कंप्यूटर की भाषाओँ का ज्ञान दिया जाता है। यह एक तरह से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग का ही छोटा रूप कहा जा सकता है और इसे करने के बाद छात्र को कंप्यूटर कोडिंग करने की मान्यता मिल जाती है। तो वह अपनी BCA की डिग्री के आधार पर देश और विदेश की किसी भी सॉफ्टवेर कंपनी में नौकरी करने के लिए अधिकृत हो जाता है।

BCA की फुल फॉर्म क्या है? (BCA ki full form kya hai)

अब यदि हम BCA की फुल फॉर्म की बात करे तो वह भी कंप्यूटर से ही जुड़ी हुई होती है। यहाँ पर BCA एक शोर्ट फॉर्म है और इसकी फुल फॉर्म बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशनस (Bachelor in Computer Applications) होती है अर्थात कंप्यूटर एप्लीकेशन में बैचलर की डिग्री। अब यदि हम इसके हिंदी नाम की बात करे तो वह कंप्यूटर एप्लीकेशन में स्नातक की डिग्री कही जाएगी।

तो जो छात्र कंप्यूटर एप्लीकेशन में बैचलर की डिग्री लेना चाहता है या उसमे स्नातक होना चाहता है या उसमे ग्रेजुएशन करना चाहता है तो उसे BCA की डिग्री लेनी (BCA full form in Hindi) होगी। BCA की डिग्री लेने के बाद वह कंप्यूटर में स्नातक कहा जा सकता है।

BCA कोर्स कितने साल का होता है? (BCA course kitne saal ka hai)

BCA कोर्स में एडमिशन तो आप ले लेंगे लेकिन उसके बाद आपको कितना समय लग जाएगा इसकी डिग्री लेने में। तो यहाँ हम आपको बता दे कि किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से BCA कोर्स करने पर आपको 3 वर्ष का समय लगेगा। कहने का मतलब यह हुआ कि BCA कोर्स को करने की अवधि 3 वर्ष की होती है और आप ना तो उससे पहले या बाद में इसे पूरा कर सकते हैं। हालाँकि यदि आपकी इस दौरान बैक आ जाती है या आप किसी विषय में फेल हो जाते हैं तो फिर आपको एक से दो वर्ष का समय अधिक लग सकता है।

बीसीए कोर्स करने के लिए पात्रता (BCA course eligibility in Hindi)

बीसीए कोर्स करने के लिए जो एकमात्र पात्रता चाहिए होती है वह होती है आपका बारहवीं को नॉन मेडिकल से पास किया होना। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन्होंने अपनी बारहवीं आर्ट्स या कॉमर्स या किसी अन्य स्ट्रीम से पास की है, उन्हें आगे चल कर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वह इसलिए क्योंकि इन स्ट्रीम में अलग विषय पढ़ाये जाते हैं जिनका बीसीए कोर्स से कुछ भी लेना देना नहीं होता है जबकि नॉन मेडिकल में पढ़ाये जाने वाले फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स ही आगे चल कर इसकी नींव बनाने का काम करते हैं।

हालाँकि यदि आपने मेडिकल ली हुई है और एक्स्ट्रा विषय के तौर पर मैथ्स का चुनाव कर रखा है तो भी आप बीसीए कोर्स में प्रवेश पा सकते हैं लेकिन इस तरह के चुनाव करने का कोई तुक नही बनता है। इसलिए यदि आप आगे चल कर बीसीए कोर्स करना ही चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपनी 11 वीं और 12 वीं कक्षा की पढ़ाई को नॉन मेडिकल में करना चाहिए।

बीसीए कोर्स करने के लिए क्या स्किल्स चाहिए? (BCA course ability in Hindi)

अब यदि आप बीसीए कोर्स करने को इच्छुक है और उसमे प्रवेश लेना चाहते हैं तो आपके अंदर पहले से ही कुछ स्किल्स का होना जरुरी है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के समय में यह बहुत देखने को मिल रहा है कि छात्र जानकारी के अभाव में दूसरों के कहने पर इंजीनियरिंग या बीसीए में प्रवेश तो ले लेते हैं लेकिन बाद में उन्हें समझ में आता है कि वे इसे ना ही करते तो ज्यादा अच्छा रहता।

ऐसा कई कारणों से हो सकता है जैसे कि उनकी इसमें रुचि नहीं होना या उन्हें कोडिंग की भाषा समझ में नहीं आना या कुछ और। तो यदि आप सच में बीसीए कोर्स में प्रवेश लेने के लिए गंभीर है तो उससे पहले आप यह देख ले कि क्या आपके अंदर यह स्किल्स है भी या नहीं।

  • क्या आपने अपने स्कूल में एक्स्ट्रा विषय के तौर पर कंप्यूटर विषय का चुनाव किया था। यदि नही किया तो फिर अब आप उसी विषय में ही डिग्री क्यों लेना चाहते हैं। और यदि आपने स्कूल में ही एक्स्ट्रा विषय के तौर पर कंप्यूटर का चुनाव किया है तो आप इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
  • स्कूल में कंप्यूटर विषय का चुनाव कर लेना ही पर्याप्त नही होता है बल्कि उसमे आप यह भी देखे कि उसमे जो भी विषय आपको पढ़ाये जा रहे हैं, क्या आपकी उसमे रुचि बनती है या नही। उसमे मुख्य तौर पर आपको सी और सी++ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में पढ़ाया जाएगा। तो क्या आप उसमे इंटरेस्ट ले पाते हैं या नही।
  • इन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में इंटरेस्ट लेने के साथ साथ यह भी देखे कि क्या आपको यह अच्छे से समझ में आती हैं और आपके इसमें कितने नंबर बन जाते हैं। यदि आपको यह अच्छे से समझ में आ रही है और नंबर भी अच्छे बन रहे हैं तो फिर आपको आगे चल कर बीसीए कोर्स में एडमिशन ले लेना चाहिए।
  • कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के अलावा यह भी देखे कि क्या आपकी कंप्यूटर के अन्य काम में रुचि बनती है और आप उसे अच्छे से समझ पाते हैं या नही। यदि आपको कंप्यूटर के साथ काम करने में मजा आता है तो फिर आप बीसीए कोर्स के लिए ही बने हैं।
  • इस तरह के क्षेत्र में आपको जीवनभर प्राइवेट नौकरी ही करनी होगी क्योंकि इसमें सरकारी नौकरी करने या व्यापार करने की संभावना ना के बराबर होती है। तो यदि आप इसके लिए भी तैयार है तो बस बिना सोचे समझे बीसीए कोर्स में प्रवेश ले ले।

बीसीए कोर्स कैसे करे? (BCA course kaise kare in Hindi)

बीसीए कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए पहले आपको अपनी बारहवीं कक्षा को उत्तीर्ण करना होगा और वह भी अच्छे अंकों के साथ। हालाँकि आपका कम अंकों में भी बीसीए कोर्स में प्रवेश हो जाएगा लेकिन तब आपको अच्छा कॉलेज या यूनिवर्सिटी नहीं मिल पायेगी। तो यदि आप चाहते हैं कि आपका एक अच्छे कॉलेज और मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी में ही बीसीए कोर्स में प्रवेश हो तो आपको बारहवीं कक्षा में कम से कम 45 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने होंगे।

अब जब आप अच्छे अंकों के साथ बारहवीं को पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपको ऐसे कॉलेज या यूनिवर्सिटी की एक सूची निकालनी होगी जहाँ पर बीसीए कोर्स करवाने की सुविधा उपलब्ध है। अब यह कॉलेज तो आपको हर शहर में मिल जाएंगे लेकिन आपको ही यह निर्णय लेना होगा कि आप किस शहर के किस कॉलेज से बीसीए कोर्स करना चाहते हैं। यदि आपके बारहवीं में 70 प्रतिशत से अधिक अंक आये हैं तो आपका लगभग हर तरह के बीसीए कॉलेज में प्रवेश हो जाएगा।

कुछ कॉलेज में तो प्रतिशत के आधार पर प्रवेश मिलेगा तो किसी में छोटा मोटा टेस्ट लिया जाएगा तो किसी में डोनेशन के आधार पर। तो आपको जब बीसीए कोर्स में प्रवेश मिल जाए तो अगले 3 वर्ष आपको उस कॉलेज में बीसीए कोर्स के तहत अलग अलग विषयों को पढ़ना होगा और उसे उत्तीर्ण करना होगा। जब आप उन सभी विषयों को पास कर लेंगे तो अंतिम वर्ष में आपको बीसीए की डिग्री दे दी जाएगी। अब आप इस डिग्री को लेकर किसी भी आईटी कंपनी में नौकरी करने के लिए आवेदन दे सकते हैं।

बीसीए कोर्स का सिलेबस (BCA course syllabus in Hindi)

अब यदि हम बीसीए कोर्स में पढ़ाये जाने वाले सिलेबस के बारे में चर्चा करे तो यह हर कॉलेज के लिए और उसके पाठ्यक्रम के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकता है। कहने का मतलब यह हुआ कि बीसीए कोर्स में क्या कुछ पढ़ाया जाएगा, यह पूर्ण रूप से वहां की यूनिवर्सिटी, राज्य, कॉलेज, संस्थान इत्यादि पर निर्भर करता है। साथ ही कई लोग इसमें पढ़ाये जाने वाले विषयों के नाम भी अलग अलग रखते हैं और उनके लिए नियम व शर्ते भी।

किंतु कुछ विषय ऐसे होंगे जो आपको हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाये ही जाएंगे क्योंकि बीसीए कोर्स करवाने के लिए इनका पढ़ाया जाना निर्धारित होता है। तो ऐसे ही कुछ विषयों की सूची हैं:

  • C
  • C++
  • Java
  • HTML
  • PHP
  • Computer Fundamentals
  • Computer Basics
  • Digital Marketing
  • Physics
  • Maths
  • CSS इत्यादि।

बीसीए कोर्स में करियर स्कोप (BCA course career scope in Hindi)

बीसीए कोर्स को करने के बाद इसमें करियर बनाने की संभावनाएं बहुत ज्यादा होती है क्योंकि आज के समय में कंप्यूटर में कोडिंग करने वालो की बहुत ज्यादा मांग है। इसमें आपको कई तरह के करियर स्कोप देखने को मिल जाएंगे। कहने का मतलब यह हुआ कि बीसीए कोर्स करने के बाद आपके सामने करियर विकल्प के रूप में एक या दो नहीं बल्कि कई सारे विकल्प उपलब्ध होंगे।

साथ ही आप आगे मास्टर डिग्री करके और भी करियर विकल्प अपने लिए खोल सकते हैं या उनमे नौकरी पा सकते हैं। तो बीसीए कोर्स को करने के बाद आपके पास काम करने के जो जो विकल्प उपलब्ध होंगे, वे हैं:

  • एंड्राइड डेवलपर
  • वेब डिज़ाइनर
  • वेब डेवलपर
  • एंगुलर डेवलपर
  • सॉफ्टवेर इंजिनियर
  • सिस्टम इंजिनियर
  • टेस्टर
  • फ्रंट एंड डेवलपर
  • बैक एंड डेवलपर
  • डाटा साइंटिस्ट
  • डाटा एनालिस्ट
  • ऑटोमेशन हैंडलर इत्यादि।

इसी तरह के कई अन्य करियर विकल्प भी होंगे जिनमे आप अपना करियर बना सकते हैं और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। तो इस तरह से बीसीए कोर्स को करने के बाद आपके पास करियर बनाने के कई विकल्प उपलब्ध होंगे जो इसमें करियर स्कोप को बहुत ऊपर तक ले जाता है।

बीसीए कोर्स करने के बाद क्या करे? (BCA course ke baad kya kare)

बहुत से छात्र जो बीसीए कोर्स कर लेते हैं, उसके बाद वे नौकरी करने की बजाए मास्टर डिग्री करना पसंद करते हैं। कहने का मतलब यह हुआ कि केवल बीसीए कोर्स के बलबूते अच्छी नौकरी मिलना या अच्छी सैलरी पाना मुश्किल काम हो सकता है। यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग व बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन डिग्री की तुलना की जाए तो इसमें इंजीनियरिंग ही बाजी मार जाती हैं। ऐसा इसमें पढ़ाये जाने वाले विषयों, उनका स्तर, फीस व अवधि के कारण होता है।

तो यदि आप बीसीए कोर्स को करने के बाद उसमे मास्टर कोर्स अर्थात MCA कर लेते हैं तो फिर यह कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के समान मानी जाती है। इसके बाद आप वही नौकरी और वेतन पा सकते हैं जो एक कंप्यूटर इंजिनियर पा रहा है। तो आप बीसीए कोर्स को करने के बाद MCA कोर्स भी कर ले और फिर अपना करियर बनाए।

बीसीए कोर्स करने के बाद नौकरी लेना (BCA course job opportunities in Hindi)

बीसीए कोर्स को पूरा करने के बाद जब आपके पास बीसीए की डिग्री आ जाएगी तो उसके बलबूते आप उसमे नौकरी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। अब ऊपर हमने आपको यह तो बता ही दिया है कि आप बीसीए कोर्स के तहत किस किस क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं तो यहाँ आप यह भी जान ले कि इनके अलावा भी कंप्यूटर में कई ऐसे विकल्प होंगे जो आपके लिए खुले हुए होंगे। इसके बारे में आप अपने कॉलेज में ही पता कर सकते हैं और यदि आपका कॉलेज अच्छा और बड़ा है तो आपके कॉलेज में ही कंपनियां बीसीए कोर्स के तहत नौकरी देने के लिए आ जाया करेंगी।

आप अपने कॉलेज के अंतिम वर्ष में बीसीए कोर्स के तहत मिलने वाली नौकरियों के लिए आवेदन दे सकते हैं। इसके लिए आप अपने कॉलेज की कैंपस प्लेसमेंट में बैठिये, ऑनलाइन नौकरी के लिए आवेदन करे, जॉब पोर्टल्स पर अपनी आईडी बनाए, ऑफलाइन कैंपस प्लेसमेंट में बैठे इत्यादि। इसी तरह प्रयास करते रहने पर आपको जल्द से जल्द बीसीए कोर्स के तहत एक अच्छी नौकरी मिल जाएगी।

बीसीए कोर्स करने के फायदे (BCA course benefits in Hindi)

बीसीए कोर्स को करने के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे आपको देखने को मिलेंगे। वह इसलिए क्योंकि आगे का जमाना बीसीए कोर्स करने वालो का ही है। अब चाहे आप बीसीए कोर्स किये हुए हो या इंजीनियरिंग या ऐसी ही कोई अन्य डिग्री, पूछा तो आप जैसे लोगों को ही हर जगह जाएगा। अब हम अपने आसपास देखे तो हर काम कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन होने लगा है। तो सब कुछ ऑनलाइन हो रहा हैं तो उसकी कोडिंग करने के लिए लोग चाहिए होंगे।

तो वह कोडिंग करना कहां सिखाया जाता है? आपका उत्तर होगा बीसीए कोर्स या कंप्यूटर इंजीनियरिंग के कोर्स में। तो इस तरह से आपको अपने प्रश्न का खुद ही उत्तर मिल चुका होगा। इसके साथ ही एक बात और जान ले कि इनकी जितनी ज्यादा मांग बनी रहती है, उतना ही अधिक पैसा इन्हें मिलता है। कुछ कुछ लोग तो इसमें करोड़ो रुपए कमा रहे हैं। तो आपको भी बिना देरी किये बीसीए कोर्स में प्रवेश ले लेना चाहिए और इसमें डिग्री हासिल कर नौकरी करनी शुरू कर देनी चाहिए।

बीसीए कोर्स करने के बाद कितनी सैलरी मिलेगी? (BCA course salary in Hindi)

बीसीए कोर्स एक ऐसा कोर्स है जिसमे सैलरी के बारे में पूछा नहीं जाता है क्योंकि इसकी गणना करना असंभव है। वह इसलिए क्योंकि जो लोग अच्छे कॉलेज से और अच्छे से तैयारी करके बीसीए कोर्स को पूरा कर लेते हैं और उसके बाद एक सही कंपनी में नौकरी करने लग जाते हैं तो बहुत ही जल्द वे महीने का लाखों रूपया कमाने लग (BCA course starting salary in Hindi) जाते हैं। वही जो लोग इसे लेकर सीरियस नहीं होते हैं और काम चलाऊ पढ़ाई करते हैं तो फिर या तो उनको नौकरी ही नहीं मिलती और मिलती भी है तो महीने के 15 से 20 हज़ार रुपए के वेतन पर।

तो आप यह मान कर चले की बीसीए कोर्स को करने के बाद उसमे मिलने वाली सैलरी पूर्ण रूप से आपकी क्षमता और पढ़ाई के स्तर पर निर्भर करेगी। यदि आपने इसमें जम कर मेहनत कर ली और अच्छे अंक ले आये तो आपका वेतन भी उतना ही अच्छा (BCA course job salary in Hindi) होगा।

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बीसीए कोर्स क्या है – Related FAQs

प्रश्न: बीसीए करने के बाद क्या बन सकते हैं?

उत्तर: बीसीए करने के बाद कोडर, टेस्टर, डेवलपर, डिज़ाइनर बन सकते हैं।

प्रश्न: बीसीए करने से क्या फायदा होता है?

उत्तर: बीसीए करने का मुख्य फायदा यही है कि इन्हें इनकी मनचाही नौकरी और सैलरी मिलती है।

प्रश्न: बीसीए में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

उत्तर: बीसीए में कोडिंग से जुड़े सब्जेक्ट होते हैं।

प्रश्न: BCA कौन कर सकता है?

उत्तर: जिसने अपनी बारहवीं कक्षा को नॉन मेडिकल से और अच्छे अंकों के साथ पास किया हो वह BCA कर सकता है।

तो इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि बीसीए कोर्स क्या होता है, उसके लिए क्या पात्रता और स्किल्स चाहिए होती है, वह कैसे किया जा सकता है, उसमे क्या क्या पढ़ाया जाता है और उसको करने के बाद क्या करियर स्कोप होता है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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