आलस दूर कैसे करे? आलस दूर करने के 20 उपाय | Aalas dur kaise kare?

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शास्त्रों में यह बात प्रमुखता के साथ कही गयी है कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु क्रोध है तो दूसरा आलस। यह यूँ ही नहीं कहा गया हैं बल्कि इसके पीछे गूढ़ ज्ञान छिपा हुआ हैं। क्रोश मनुष्य के विवेक का नाश कर देता हैं और (Aalas dur karne ke upay) उसके सभी रिश्ते बिगाड़ देता हैं तो आलस मनुष्य के जीवन में आगे बढ़ते रहने में सबसे बड़ी बाधा बन कर सामने आता हैं। इसलिए यह मनुष्य के सबसे (Aalas dur karne ke tarike) बड़े शत्रु माने जाते हैं।

यदि आप भी आलस के मारे परेशान हैं तो आज हम आपको आलस दूर करने के या भगाने के कुछ अचूक उपाय बताएँगे। यदि आप इन (Aalas dur karne ke liye kya kare) उपायों को अपने जीवन में अपना लेंगे तो हमेशा उन्नति पाएंगे। इसलिए आइए जाने आलस दूर करने के लिए आप (Aalas door karne ke upay) अपने जीवन में किन किन उपायों को अपना सकते हैं और चुटकियों में आलस को दूर भगा सकते हैं।

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आलस दूर कैसे करे (Aalas dur kaise kare)

अब जब आप आलस को दूर करना ही चाहते हैं तो आपको सबसे पहले यह जानना चाहिए कि आखिरकार यह आलस होता क्या है और यह मनुष्य में क्यों आता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको आलस के बारे में ही सही से ज्ञान नही होगा तो फिर आप इसे दूर भगाने के उपाय भी कैसे ही कर पाएंगे। इसलिए सबसे पहले आलस के बारे में जाने और फिर इसके कारण भी जानिए। इसके बाद ही इसको दूर करने के उपाय किये जाये तो सबसे बेहतर होता हैं।

आलस दूर कैसे करे? आलस दूर करने के 20 उपाय | Aalas dur kaise kare?

आलस क्या होता है (Aalas kya hota hai)

यदि आप आलस का अर्थ केवल सोते रहने से लेते हैं तो आप गलत है। दरअसल बहुत से लोग केवल सोते रहने को ही आलस का नाम दे देते हैं जो कि सही नही हैं। आलस वह हर चीज़ होती हैं जो हमें किसी भी तरह का काम करने से रोकती हैं और शरीर को निष्क्रिय रहने को मजबूत करती हैं। अब सोया हुआ शरीर या यूँ ही (Aalas kya hai) किसी चीज़ पर पड़ा हुआ शरीर एक समान ही माना जाता है। इसलिए आलस उसे कहा जाता हैं जिसमें हम किसी भी चीज़ को नही करते हैं और यूँ ही पड़े रहते हैं।

आलस आने के कारण (Aalas aane ka karan)

अब जब आप आलस की परिभाषा के बारे में जान गए हैं तो आपको यह भी जानना चाहिये कि आखिरकार इस आलस की वजह क्या है। अर्थात आलस आने के क्या क्या कारण हो सकते हैं। यदि आपको आलस आने के सही कारण के बारे में ही नही पता होगा तो फिर आप इसे दूर करने के उपाय कैसे ही कर पाएंगे। इसलिए आइए जाने आलस आने के क्या क्या और कौन कौन से कारण हो सकते हैं जो हमारे शरीर को निष्क्रिय महसूस करवाते हैं।

  • आलस का सबसे मुख्य कारण होता कम सोना। आजकल की जीवनशैली कुछ इस तरह से व्यस्त हो चुकी हैं कि हर मनुष्य कम सोना पसंद करता हैं या कम सो पाता हैं। ऐसे में यदि आप भी कम सोने की आदत से परेशान हैं तो यह आलस का प्रमुख कारण हो सकता हैं।
  • अब आपने कम सोना तो जान लिया लेकिन यदि हम आपको कहे कि यदि आप आवश्यकता से अधिक सो रहे हैं तो भी यह आपके शरीर में आलस का प्रमुख कारण हो सकता हैं तो आपको कैसा लगेगा? जी हां, सही सुना आपने। आवश्यकता से अधिक सोना भी आलस का कारण हो सकता हैं।
  • यदि आप कोई शारीरिक गतिविधि नही करते हैं तो भी आपके शरीर में आलस का प्रभाव बना रहता हैं। सारा दिन एक ही जगह बैठे रहने से शरीर अपने आप निष्क्रिय होने लगता हैं। इसलिए केवल बैठे रहने से ही आलस भी आ जाता है।
  • मोबाइल की लत भी आलस को बढ़ावा देने में बहुत हद्द तक जिम्मेदार हो सकती हैं। आज के समय में मोबाइल का इस्तेमाल आवश्यकता से अधिक बढ़ गया हैं। इसने हमारे काम को तो अवश्य ही आसान बना दिया हैं लेकिन मनुष्य को आवश्यकता से अधिक आलसी भी बना दिया हैं।
  • आलस के बने रहने में हमारे संगति का भी बहुत असर देखने को मिल जाता है। हमारे दोस्त कैसे है, हम किनके साथ ज्यादा समय व्यतीत करते हैं, हम दिभर क्या करते हैं और क्या नही करते है, इत्यादि कई तरह की चीज़े आलस को बढ़ाने का ही काम करती हैं।
  • चीजों को कल में टालने की आदत भी आलस को बढ़ाने का ही काम करती हैं। अक्सर हम यह सोचते हैं कि किसी भी काम को इतनी जल्दी करने की क्या आवश्यकता हैं या फिर इसे तो बाद में भी किया जा सकता हैं इत्यादि। तो इस कारण भी आलस बना रहता हैं।
  • पैसों की अधिकता के कारण भी हम अपने शरीर में आलस को जगह दे देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हम अपने सभी काम दूसरों से करवाने में सक्षम हो चुके होते हैं। ऐसे में हमें लगता हैं कि हमें वह काम करने की क्या ही आवश्यकता। यह भी आलस की एक प्रमुख वजह हो सकता हैं।

आलस दूर करने के तरीके (Aalas dur karne ke tarike)

अब जब आप आलस आने के विभिन्न कारणों के बारे में विस्तार से जान चुके हैं तो आपको इसके उपायों के बारे में भी जानना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि किसी भी चीज़ के उपाय जानने से पहले उसके कारणों के बारे में आवश्यक रूप से जानना चाहिए अन्यथा उपाय भी (Aalas dur karne ke upay) बेकार हो जाते

हैं। चूँकि अब आप आलस आने के कारण के बारे में जान ही चुके हैं तो हम इसे दूर करने के विभिन्न उपायों को आपके साथ साँझा करेंगे।

यहाँ पर आप जितने भी उपाय पढ़ें, उनमे से कुछ को तो अवश्य ही आज से शुरू कर देंगे तो आपको इसका असर कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा। आलस दूर करने के कुछ ऐसे उपाय आज आपके साथ साझा किये जाएंगे जो आपकी जिंदगी को एक नयी दिशा देंगे और आपको पूरे जोश में भर देंगे।

#1. नींद पूरी करें

अब यदि आप आलस को दूर करना ही चाहते हैं तो कम नींद बिल्कुल ना ले। इससे आप पूरे दिन उबासी लेते ही रह जाएंगे और आलस बना रहेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको लगता होगा कि कम सोने से आप अपने दिन के घंटो का ज्यादा इस्तेमाल कर पा रहे हैं लेकिन होता इसके एक दम उल्टा है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप सो तो कम लिए लेकिन आपने आलस में उससे कही अधिक घंटे बर्बाद कर दिए।

इसलिए यदि आप व्यस्क है या 18 वर्ष से ऊपर के हैं तो आपको दिन में कम से कम 7 घंटे तो सोना ही चाहिए। यदि आप 7 घंटे से कम की नींद ले रहे हैं तो यह आपके अंदर आलस का प्रमुख कारण बन सकता हैं। इसलिए आगे से 7 घंटे की नींद लेने का नियम बना लेंगे तो बेहतर रहेगा और आपका समय भी बर्बाद नही होगा।

आलस दूर कैसे करे? आलस दूर करने के 20 उपाय | Aalas dur kaise kare?

#2. ज्यादा भी ना सोये

अब आप पहले वाला पॉइंट पढ़कर ज्यादा जोश में आ गए हैं या पहले से ही जोश में हैं और सोचते हैं कि आप तो 7 घंटे से बहुत ज्यादा सो लेते हैं फिर भी पता नही क्यों आलस है कि जाता ही नही है। तो आज हम आपको बता दे कि यदि आप आवश्यकता से अधिक सोयेंगे तो भी आपके शरीर से आलस जाने का नाम नही लेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे शरीर को सोते रहने में ही आनंद आने लगेगा और वह निष्क्रिय रहेगा।

इसलिए यदि आप व्यस्क हैं तो आप दिन में ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे ही सोये। यदि आप 8 घंटे से ज्यादा की नींद ले रहे हैं तो इसका अर्थ हुआ कि आप अपने शरीर की आवश्यकता से अधिक समय सोने में ही बिता रहे हैं। इससे आप अपना समय सोने के साथ साथ आलस में ही व्यर्थ कर रहे होंगे।

#3. सुबह जल्दी उठे

अब जब आप यह जान चुके हैं कि आपको दिन में 7 से 8 घंटे की ही नींद लेनी चाहिए और इतनी ही नींद एक व्यस्क मनुष्य के लिए बहुत होती हैं तो आपको यह भी जानना चाहिए की आपको सुबह के समय जल्दी उठाना चाहिए। यदि आप रात को देर से सोते हैं और सुबह भी देर से उठते हैं तो इससे ना केवल आपके दिन की व्यवस्था चरमरा जाएगी बल्कि पूरा दिन आलस में बीतेगा वो अलग।

इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपके शरीर से आलस भाग जाए और यह कभी वापस ना आये तो आप सुबह सूर्योदय के समय उठने का नियम बना लेंगे तो बेहतर रहेगा। इससे आप जान पाएंगे कि सुबह उठाना कितना बेहतर हो सकता हैं और आप कितने उर्जावन महसूस कर सकते हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा सूर्योदय होने के एक घंटे के अंदर अंदर उठ जाएंगे तो हमेशा जोश में रहेंगे।

#4. दही का सेवन करे

अब आपको दही के बारे में बताने की शायद ही आवश्यकता हो क्योंकि हर भारतीय घर में दही का सेवन प्रमुखता के साथ किया जाता है। खासकर दोपहर के भोजन में हमारी माताएं दही हमें खाने के साथ दे ही देती हैं। किंतु बहुत से युवा दही को खाने में आनाकानी करने लगते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें दही या दूध से बनी चीज़े कम पसंद आती हैं या फिर वे इसका सेवन करना सही नही समझते हैं।

तो आज हम आपको बता दे कि दही में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं तो आपके शरीर से आलस को भगाने का काम करते हैं। प्रतिदिन दही का सेवन करने से आपका शरीर एक दम तरोताजा महसूस करेगा और आप आलस को दूर भागा हुआ पाएंगे। इसलिए आगे से अपने दोपहर के भोजन में एक कटोरी दही का सेवन अवश्य करे।

#4. काम निर्धारित करे

अब यदि हम आलस को दूर करना चाहते हैं तो उसके लिए हमें अपने काम को निर्धारित करना सीखना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आलस को शरीर से दूर रखने के लिए अपने सभी कम को निर्धारित कर ले और इसे आगे के लिए ना टाले। अब यदि आप अपने काम ही निर्धारित कर लेंगे तो फिर उन्हें आगे के लिए टालने का सवाल ही नही उठता।

इसलिए आपको दिन में या सप्ताह में या महीने में जितने भी काम करने हैं उन्हें समय के अनुसार निर्धारित करके रखे। फिर उन्हें निश्चित समय पर ही पूरा करने का नियम बना ले। इसे आपके काम भी बन जाएंगे और आलस भी दूर हो जाएगा। यह आगे बढ़ते रहने के लिए बहुत ही आवश्यक हैं।

#5. सौंफ का पानी

अक्सर हम अपने घर में बड़ो को या अन्य को खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करते हुए पाते हैं। जब हम उनसे पूछते हैं तो उनका उत्तर होता हैं कि इससे खाया हुआ खाना अच्छे से पाच जाता है और पेट की बीमारियाँ भी नही होती है। आप भी इसी कारण सौंफ का सेवन कर लेते होंगे लेकिन वही सौंफ आगे से आपसे आलस को दूर भगाने का काम करे तो आपको कैसा लगेगा?

जी हां, सही सुना आपने। इसी सौंफ की सहायता से आप अपने शरीर में छाये आलस को दूर भगा सकते हैं। सबसे पहले तो एक मुट्ठी सौंफ ले और इसे एक गिलास पानी में उबाल ले। अब जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान ले और इसे ठंडा होने के लिए रख दे। इसे आप फ्रिज में रखने की बजाए यूँ ही खुले में रखे। जब यह ठंडा हो जाए तब इसे पी जाए। ऐसा प्रतिदिन करने से आपका आलस दूर हो जाएगा।

#6. चीजों को टालना छोड़े

अब जब आप चीजों को टालते रहने का ही नियम बना लेंगे तो फिर आलस कैसे ही दूर हो पाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप सोचेंगे कि अभी की चीज़ को शाम को कर लिया जाए या फिर आज की चीज़ को कल कर लिया जाए या बाद में कर लिया जाए तो आप हमेशा चीजों को टालते रहने का ही नियम बना लेंगे जो ना आपके लिए सही रहेगा और ना ही आपके आगे बढ़ते रहने के लिए।

इसलिए आगे से चीजों को समय पर करने का नियम बना ले। इससे आप उनका महत्व भी समझ पाएंगे और काम भी समय पर हो जाया करेगा। यदि आप समय पर काम करने का नियम बना लेंगे तो इससे आगे चलकर आपको ही लाभ मिलेगा। साथ ही आलस भी दूर भाग जाएगा। इसलिए आगे से चीजों को समय पर करने का नियम बनाए।

#7. संगति सही रखे

अब यदि आप आलस को दूर करना ही चाहते हैं तो आप किन लोगों के साथ ज्यादा समय व्यतीत करते हैं या किन लोगों की संगति में रहते हैं यह बहुत ही महत्वपूर्ण करक होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके मित्र कैसे है, वे क्या करते है, उनके साथ आपकी मुलाकात कब कब होती है, उस समय वे आपे क्या क्या बात करते है और क्या बात नही होती है, इत्यादि, सब बाते बहुत ही मायने रखती है।

यदि आपकी संगति ही गलत हुई या आपके दोस्त आपको सही सलाह नही देंगे तो फिर आप अपने आलस को दूर कैसे ही कर पाएंगे। एक सही व जोशीले व्यक्ति की संगति भी जोश से भरी हुई होनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपके आसपास आपके मित्र ही आलसी है तो उनका व्यव्हार भी आपको आलसी ही बनाएगा।

#8. सकारात्मक सोच रखे

कई बार हमें आलस इसलिए भी आता है कि हमें लगता हैं कि उस चीज़ को करके या किसी भी चीज़ को करके क्या ही हो जाएगा या फिर उनसे हमारे जीवन में क्या ही बदलाव आ जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि हम यूँ ही पड़े रहने के लिए चीजों को ना करने की ठान लेते है और उसके लिए मन को दिलासा देते रहते हैं। हम यह जानते हैं कि उनको करने से अवश्य ही एक सकारात्मक बदलाव आएगा लेकिन हम यह सोचना ही नही चाहते हैं।

ऐसे में आपको अपना व्यवहार बदलना होगा और चीजों को सकारात्मक दृष्टि से देखना होगा। यदि हम उसको करने के बाद के परिणामो को देखेंगे तो अवश्य ही उसे करने को लेकर उत्साहित होंगे। यह हमारी सोच को पूर्ण रूप से बदल देगा जो हमें उस काम को करने की शक्ति प्रदान करेगा। इसलिए आगे से चीजों को लेकर हमेशा सकारात्मक रवैया रखेंगे तो बेहतर रहेगा।

#9. पसंद का काम करे

यदि आपको अपना दिनभर का काम करने में या पढ़ने में या ऑफिस या दुकान का काम करने में आलस आता है तो आप बीच बीच में अपनी पसंद का काम भी करते रहे। इससे क्या होगा कि आलस भी नही रहा करेगा और आप इसी बहाने कुछ ना कुछ करते भी रहेंगे। इसी कारण आलस को दूर भी भगाया जा सकता हैं और आप भी जोश से भरे हुए रह सकते हैं।

कहने का अर्थ यह हुआ कि कुछ ना कुछ करबा ही बेहतर रहता हैं बजाए कि इसके आप निष्क्रिय बैठे रहे और कुछ ना करे। इसलिए यदि आपका दैनिक के कामो में इतना मन नही लगता हैं तो आप उनमे कुछ ऐसे काम भी शामिल कर ले जो आपके मन को अच्छे लगते हो और जिन्हें करके आपको आनंद की अनुभूति हो।

#10. मोबाइल से दूरी बनाए

अब यदि आप हर समय मोबाइल की दुनिया में ही घुसे रहेंगे तो अवश्य ही आलसी हो जाएंगे। कई बार या यूँ कहे कि बहुत बार हम काम को केवल इसलिए टाल देते हैं क्योंकि हम मोबाइल पर किसी से बात कर रहे होते हैं या उस पर कुछ देख रहे होते हैं। यह ना केवल आपके जीवन के लिए घातक सिद्ध होगा बल्कि आपको आगे बढ़ने से भी रोकेगा।

इसलिए आपको आज से ही यह आदत बदलने की आवश्यकता हैं। आप चाहे तो इसके लिए दिन में एक समय निर्धारित कर ले और उसी समय ही मोबाइल का इस्तेमाल करे। आप चाहे तो किसी ऐप को इनस्टॉल कर सकते हैं जो आपको यह बताएगी कि आपने दिन में कितने समय तक मोबाइल का इस्तेमाल किया है। यह आपके मोबाइल की लत को दूर करने में बहुत ज्यादा सहायक सिद्ध हो सकता है।

#11. खूब पानी पिए

यह उपाय आपको अवश्य ही सरल सा लगेगा लेकिन इसका असर बहुत ज्यादा होता है। दरअसल पानी हमारे शरीर में कई सारी जरूरतों को पूरा करने में सहयोगी होता है। ऐसे में यदि हमारे शरीर में ही पानी की कमी होने लग गयी तो उसके कई सारे दुष्प्रभाव देखने को मिल जाते है। उन्हीं में एक दुष्प्रभाव है हमारे शरीर में आलस का छा जाना। इसे हम देर से समझ पाते हैं और तब तक हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद कर चुके होते हैं।

इसलिए यदि आपको कम पानी पीने की आदत है तो आज से ही इस आदत को बदल डाले। आपको दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीने का नियम बना लेना चाहिए। तभी आप स्वस्थ रह पाएंगे और आपस को दूर भगा पाएंगे। इसलिए आगे से हर एक घंटे के अंदर एक गिलास पानी पी लिया करे।

#12. डार्क चोकलेट

बहुत लोगों को चेक्लेट पसंद होती है लेकिन इनमे से बहुत ही कम लोगों को डार्क चोकलेट पसंद आती है। वह इसलिए क्योंकि लोग चोकलेट को मीठे के स्वाद के तौर पर खाना पसंद करते है जबकि डार्क चोकलेट में मीठे के साथ साथ कड़वेपन का भी अनुभव आता है। ऐसे में लोग इसे खाना पसंद नही करते है और जितना हो सके इससे दूरी बनाकर रखते है।

यदि आप भी मीठे के लिए चोकलेट को खाना पसंद करते है तो आगे से इसके साथ साथ डार्क चोकलेट को खाने का भी नियम बना लेंगे तो यह ना केवल आपके स्वास्थ्य के लिए बल्कि आपके आलस को दूर भगाने के लिए भी बहुत फायदेमंद रहने वाला है। यदि आप नियमित रूप से डार्क चोकलेट का छोटा हिस्सा प्रतिदिन खायेंगे तो आपके शरीर में स्फूर्ति बनी रहेगी।

#13. प्रेरणादायक कहानियां पढ़े

यदि आप आलस को दूर करना ही चाहते हैं तो इसके लिए आपको ऐसे लोगों का भी अनुसरण करना होगा जिनसे आपको प्रेरणा मिले या जिनको आप अपना आदर्श माने। उदाहरण के तौर पर स्वामी विवेकानंद, आचार्य चाणक्य, महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी इत्यादि। आपको ऐसे लोगों की कहानियां पढ़ते रहनी चाहिए ताकि आपके अंदर प्रेरणा की कमी ना होने पाए।

यदि आप अपने मन में किसी भी व्यक्ति को आदर्श मान लेंगे तो उनसे आपको लगातार प्रेरणा मिलती रहेगी। यही आपको आगे बढ़ते रहने और हमेशा काम करते रहने की प्रेरणा दिया करेगी। इसलिए इन महापुरुषों की कहानियां पढ़े और इनके जीवन से प्रेरणा ले ताकि आप आगे बढ़ते रह सके और आलस से दूर रह सके।

#14. मन को मजबूत बनाए

जब तक हमारा मन मजबूत नही होगा तब तक शायद ही हम अपने आप को आलस से दूर रख पाए। कहने का अर्थ यह हुआ कि स्वयं को आगे बढ़ाते रहने के लिए यह बहुत ही आवश्यक हैं कि हम पहले अपने मन को मजबूत बनाए और आगे बढ़ते रहे। यदि हमारा मन ही विचलित है तो फिर हम कुछ भी करके आलस को दूर नही भगा सकते हैं।

इसे एक उदाहरण से समझिये। मान लीजिए कि आपने सुबह जल्दी उठने का सोचा है लेकिन आपका मन ही पक्का नही हैं तो आप जल्दी सोकर भी जल्दी नही उठ पाएंगे और ना जल्दी उठने के कई बहाने सोच लेंगे। इसलिए पहले अपने को किसी तरह से पक्का करें और तभी आलस को दूर भगाने का प्रयास करेंगे तो बेहतर रहेगा।

#15. ऐसा काम करे जिसमे रुचि हो

कई बार हम अपने जीवन ऐसा काम करने में बर्बाद कर देते हैं जिसमे हमारी रुचि ही नही होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपकी किसी अन्य क्षेत्र में रुचि है लेकिन आप अपनी रुचि के क्षेत्र में काम ना करके किसी अन्य क्षेत्र में काम कर रहे होते हैं। ऐसा में आपका ध्यान दूसरी ओर ही लगा रहता हैं और आप अपना अभी का काम करने से जी चुराते हैं जो कि अलास के रूप में बाहर आता है।

इसलिए उअदी आप अपने क्षेत्र में काम नही करना चाहते हैं तो ऐसा क्षेत्र चुने जिसमे आपकी रुचि हो। यदि आप अपनी रुचि के क्षेत्र में काम करेंगे तो जल्दी ही तरक्की भी करेंगे और हमेशा आगे भी बढ़ते रहेंगे। इससे आपके शरीर में छाया आलस अपने आप ही दूर हो जाएगा और आप तरोताजा महसूस करेंगे।

#16. आवश्यकता से कम खाए

हिंदू धर्म में उन्नत जीवन जीने की बहुत सी चीज़े बताई गयी हैं जिनका यदि हम मनुष्य सही से पालन कर लेंगे तो बहुत ही सही रहेगा। इनका पालन करने से हमें अपने जीवन में बहुत सुधार देखने को मिलेगा और हमारी लगभग हर समस्या का अंत हो जाएगा। इसी में बताया गया हैं कि हमें अपनी भूख से एक रोटी कम का सेवन करना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप तीन रोटी की भूख का भोजन करते हैं तो आप दो रोटी खाए और चार का करते हैं तो तीन रोटी खाए।

कित्नु आजकल हम करते क्या है। हम कम खाना त दूर बल्कि आवश्यकता से अधिक खा लेते है। यदि हमे तीन रोटी की भूख होती है तो हम चार रोटी खा जाएंगे और चार की भूख है तो पांच खा जाएंगे। इसके कारण ही हमारे शरीर पर आलस छा जाता है और हम ना चाहकर भी अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं। इसलिए आगे से हमेशा अपनी भूख से एक रोटी कम खाने का नियम बना ले।

#17. अपना कमरा सही रखे

बहुत से ऐसे लोग जो अपने घर से दूर रहते हैं या जिनका विवाह नही हुआ हैं वे अपने कमरे को अस्त व्यस्त करके रखते है। अब यदि हमारा कमरा ही अस्त व्यस्त है तो फिर हम खुद जोश से भरे हुए होंगे यह कैसे हो सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि अपने अस्त व्यस्त कमरे को देखकर हमारे अंदर स्वयं ही आलस आ जाएगा और वह ना चाहते हुए भी दूर नही होगा।

इसलिए यदि आप आलस को दूर करना चाहते हैं तो शुरुआत अपने कमरे से कीजिए। इसलिए लिए अपने कमरे को व्यवस्थित कीजिए और उसमे हर सामान को एक सही जगह पर रखने का प्रयास करे। सुबह आप जिस समय भी उठे, सबसे पहले अपने कमरे को जंचाये ताकि आपका मन भी जंचा रहे। यह आलस को दूर भगाने में आपकी बहुत ज्यादा सहायता करेगा।

#18. बड़े काम को छोटे छोटे टुकड़ो में बांटे

कई बार हम इसलिए भी आलस कर जाते हैं क्योंकि हमें सामने वाला काम बहुत बड़ा दिखाई देता है या उसे करने में बहुत समय लगता है या बहुत मेहनत करने की आवश्यकता होती है। यदि आप भी सामने वाले काम को देखकर घबरा गए हैं और इसे आगे में टालने का सोच रहे हैं तो यह आपके शरीर में आलस को जन्म देगा। इसका सबसे सरल उपाय है इस बड़े से दिखने वाले काम को छोटे छोटे टुकड़ो में बाँट दिया जाए।

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कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिए आपको एक किताब को पढ़कर उसमे से जरुरी बातो को एक पुस्तक में लिखना है। अब आप वह काम एक ही दिन में धड़ल्ले से करने की बजाए उसे एक सप्ताह में बाँट लीजिए। इससे आपका काम भी सरल हो जाएगा और आपको बोरियत का अहसास भी नही होगा। एक तरह से आपने अपने बड़े काम को छोटे छोटे टुकड़ो में बांटकर अपनी ही सहायता कर ली हैं।

#19. स्टिकी नोट्स की सहायता

कुछ पंक्तियाँ होती है जो हमर सहाद बढ़ाने का काम करती हैं या जिन्हें बार बार पढ़कर हमें बार बार काम करने की प्रेरणा मिलती हैं। इसलिए आप भी ऐसी ही कुछ पंक्तियाँ का सहारा ले सकते हैं। यदि आपका काम लैपटॉप या स्क्रीन पर ज्यादा होता हैं तो आप वहां वॉलपेपर के रूप में कुछ स्टिकी नोट्स लगाए और उस पर उन पंक्तियों को लिख दे। अब जब भी आप वह स्क्रीन खोलेंगे तो उन्हें पढ़कर उत्साहित महसूस करेंगे।

इसी के साथ आप उन्हें किसी कागज पर लिखकर अपने कमरे में भी चिपका सकते हैं। इन्हें प्रतिदिन देखकर आपको हौसला भी मिलेगा और काम करने की प्रेरणा भी। इससे धीरे धीरे ही सही लेकिन आपके शरीर पर छाया आलस दूर हो जाएगा। एक तरह से आप इस तकनीक की सहायता से आलस को दूर भगाने का ही काम करेंगे।

#20. मिलकर काम करे

अब यदि आप हमेशा अकेले ही काम करेंगे तो भी आपके अंदर आलस छाया रहेगा। इसलिए किसी के साथ मिलकर काम करने की आदत डाले। इससे आप दोनों ही एक दूसरे को उत्साहित करने का काम करेंगे और आगे बढ़ते रहेंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप किसी के साथ मिलकर काम करते हैं तो यह एक तरह स दोनों मनुष्यों के लिए ही लाभदायक सिद्ध होता है।

आपको लगता हैं कि आप किसी के साथ काम करके अपने काम को सरल बना रहे हैं और उसे भी वही लगता है। इससे दोनों का ही हौसला बना रहता हैं और काम भी जल्दी से बन जाता है। इसलिए आगे से किसी के साथ मिलकर काम करेंगे तो आलस भी नही आएगा और काम भी जल्दी बन जाएगा।

तो यह थे कुछ उपाय या तरीके जिनकी सहायता से आप अपने मन में छाये आलस को दूर भगा सकते हैं। इन उपायों को करते समय बस एक बात का प्रमुखता से ध्यान रखे और वह है आपका मन का पक्का होना। यदि आप किसी चीज़ को करने की ठान लेंगे तो अवश्य ही (Aalas ko kaise dur kare) उसे करके रहेंगे। अब यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप अपने मन को काम करने की दिशा में मोड़ते हैं या फिर आलस की दिशा में।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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