किसान विकास पत्र क्या है? KVP ब्याज दर, नियम | Kisan Vikas Patra In Hindi

भारत के नागरिकों के लिए चलाई जाने वाली लघु बचत योजनाओं में से Kisan Vikas Patra (KVP​) एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के अंतर्गत उच्च ब्याज दर का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए निवेश के क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण योजना मानी जाती हैं। किसान विकास पत्र (KVP​) की शुरुआत वर्ष 1998 में की गई थी। लेकिन कुछ कारणों वश 2011 में सरकार ने इस योजना पर रोक लगा दी थी। जिसके पश्चात इस योजना का लाभ सरकार द्वारा प्रदान नहीं किया जा रहा था। लेकिन कुछ वर्षों बाद 2014 में इसे फिर से पूर्ण रुप से लागू कर दिया गया है। जिसका लाभ कोई भी नागरिक प्राप्त कर सकता है।

यह योजना खासतौर पर देश के ग्रामीण और छोटे टाउन एरिया में रहने वाले लोगों के लिए लाभदायक है।  यदि आप भी Kisan Vikas Patra (KVP​) के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। किसान विकास पत्र  में निवेश करने की प्लानिंग कर रहे हैं। तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से किसान विकास पत्र के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। आपको यह जानकारी कहीं ना कहीं लाभ जरूर पहुंचाएगी।

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किसान विकास पत्र क्या है? What is Kisan Vikas Patra?

Kisan Vikas Patra (KVP​) के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले हमें यह जानना बेहद आवश्यक है। कि किसान विकास पत्र आखिर होता क्या है। साधारण भाषा में बात करें तो किसान विकास पत्र एक प्रकार का सरकारी बांड है। जो कि अन्य निवेश पत्रों की तरह ही होता है। आप  इन प्रमाणपत्रों  की कीमत अदा करके अपने पैसे गवर्नमेंट के पास जमा कर सकते हैं। आप जितना पैसा  इन प्रमाण पत्रों में के द्वारा सरकार के पास जमा करते हैं। उस से 2 गुना पैसा एक निर्धारित अवधि के बाद गवर्नमेंट आपको वापस कर देती है।

किसान विकास पत्र क्या है? KVP ब्याज दर, नियम | Kisan Vikas Patra In Hindi

Kisan Vikas Patra In Hindi –

इस समय सरकार द्वारा किसान विकास पत्र 1000 , 5000 , 10000 और ₹50000 की कीमत के उपलब्ध हैं। आप अपने निवेश की क्षमता और सुविधा के अनुसार किसी भी कीमत का किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत आप कम से कम ₹1000 का निवेश कर सकते हैं। और जैसे ही आप इस अवधि को पूरा करते हैं। आप की धनराशि दोगुना हो जाती है।

किसान विकास पत्र की सबसे बड़ी खासियत यह है। कि आप किसान विकास पत्र 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए भी खरीद सकते हैं। जिससे आप अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। सरकार की इस योजना के आधार पर देश के विभिन्न बैंक और डाक घरों से किसान विकास पत्र खरीदे जा सकते हैं। 1 अप्रैल 2016 से नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और किसान पत्र किसान विकास पत्र इलेक्ट्रॉनिक्स फार्म के रूप में भी खरीदे जा सकते हैं। इसके पहले आप सिर्फ छपे हुए प्रमाण पत्र के रूप में ही इसे खरीद सकते थे। हालांकि अभी तक बहुत से ऐसे बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस है। जो कोर बैंकिंग से जुड़े नहीं हैं। उन्हें अभी भी छपे हुए प्रमाण पत्र जारी करने की छूट दी गई है।

किसान विकास पत्र के प्रकार – Types of Kisan Vikas Patra

भारत सरकार द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए तीन प्रकार के Kisan Vikas Patra (KVP​) तैयार किए गए हैं। जो कि इस प्रकार हैं  –

एकल किसान विकासपत्र / Single Holder Type Certificate (KVP​) –

एकल किसान विकास पत्र किसी वयस्क व्यक्ति की ओर से अपने स्वयं के लिए खरीदा जा सकता है। अथवा वह व्यक्ति किसी अवयस्क व्यक्ति के लिए भी खरीद सकता है। मैच्योरिटी पर इसकी कीमत किसान विकास पत्र धारक को मिलती है। मैच्योरिटी के पहले यदि किसान विकास पत्र धारक की मृत्यु हो जाती है। तो कानूनी तौर पर उसके उत्तराधिकारी को इसका लाभ प्रदान किया जाता है।

ज्वाइंट-ए टाइप किसान विकासपत्र / Joint A Type Kisan Vikas Patra (KVP​) –

जॉइंट टाईप किसान विकास पत्र किसी दो वयस्क व्यक्तियों द्वारा संयुक्त रुप से खरीदा जा सकता है। मैच्योरिटी पर इसकी कीमत किसान विकास पत्र धारक दोनों व्यक्तियों को बराबर – बराबर प्रदान की जाती है। यदि किसी एक धारक की मृत्यु हो जाती है। तो उसके हिस्से की धनराशि को दूसरे जीवित धारक को ट्रांसफर कर दी जाती है।

ज्वाइंट-बी टाइप किसान विकासपत्र / Joint B Type Kisan Vikas Patra (KVP​)  –

ज्वाइंट-बी टाइप किसान विकास पत्र भी दो वयस्क व्यक्तियों द्वारा संयुक्त रुप से खरीदा जा सकता है। लेकिन इस विकास पत्र का लाभ मैच्योरिटी के बाद मुख्य किसान विकास पत्र धारक को ही प्रदान किया जाता है। मुख्य किसान विकास पत्र धारक कौन होगा। यह किसान विकास पत्र खरीदते समय ही तय कर दिया जाता है। मुख्य किसान विकास पत्र धारक के ना रहने की स्थिति दूसरे धारक को पैसा मिल सकता है।

किसान विकास पत्र के लिए आवश्यक योग्यता मापदंड – Essential eligibility criteria for Kisan Vikas Patra

Kisan Vikas Patra कितनी धनराशि में प्राप्त किया जा सकता है –

किसान विकास पत्र ₹1000 से लेकर ₹50000 तक के खरीदे जा सकते हैं। कोई भी लाभार्थी अपनी सुविधानुसार 1000 , 10000 , 5000 , ₹50000 तक के किसान विकास पत्र खरीद सकता है।

क्या किसान विकास पत्र से हम मूलधन निकाल सकते हैं  –

किसान विकास पत्र के अंतर्गत एक निर्धारित समय के पश्चात आप मूलधन निकाल सकते हैं। किसान विकास पत्र खरीदने की डेट से लेकर 2.30 वर्षों तक आप पैसे नहीं निकाल सकते हैं। 2.30 वर्षों के पश्चात आप अपना मूल धन का पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि मूल धन निकाल लेने के बाद आपके ब्याज दर में कमी जरूर आएगी।

KVP​ खरीदने के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents required to purchase Kisan Vikas Patra

किसान विकास पत्र खरीदने के लिए आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की भी जरूरत पड़ती है। जिनका उपयोग करके ही हम इसे खरीद सकते हैं।

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  • दो पासपोर्ट साइज फोटो
  • पहचान प्रमाण पत्र जैसे – राशन कार्ड , वोटर ID कार्ड , पासपोर्ट , ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
  • पते का प्रमाण पत्र जैसे  – बिजली बिल , टेलीफोन बिल , बैंक पासबुक , आधार कार्ड आदि।
  • यदि आप ₹50000 से अधिक निवेश करने की सोच रहे हैं। तो ऐसी स्थिति में आप को अनिवार्य रूप से पैनकार्ड प्रदान करना होगा।

KVP के लाभ – Benefits of Kisan Vikas Patra (KVP)

किसान विकास पत्र पत्र के लाभ कुछ इस प्रकार हैं  –

  • किसान विकास पत्र की वर्तमान ब्याज दर 8.70% है।
  • 100 महीने के पश्चात आपके किसान विकास पत्र में इन्वेस्ट की गई धनराशि दोगुनी हो जाएगी।
  • आप अपना किसान विकास पत्र किसी अन्य व्यक्ति को भी ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • किसान विकास पत्र आप 1000 , 5000 , 10000 और ₹50000 तक के खरीद सकते हैं।
  • KVP, एक सरकार द्वारा चलाई गई योजना है। इसलिए इस योजना में इन्वेस्ट की गई धनराशि आपकी एकदम सुरक्षित रहती है। और रिटर्न की पूरी गारंटी आप को मिलती है।
  • किसान विकास पत्र से आप अपना मूलधन निकाल सकते हैं।
  • KVP​ को एक शहर से दूसरे शहर एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस अथवा बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।

किसान विकास पत्र (KVP) के नियम – Kisan Vikas Patra (KVP) Rules

किसान विकास पत्र के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं। जिनके अनुसार ही आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

  • यदि आप किसान विकास पत्र में ₹50000 से अधिक का निवेश करने करना चाहते हैं। तो आपको सभी दस्तावेजों के साथ पैन कार्ड भी अनिवार्य रूप से जमा करना होगा।
  • इसके साथ ही यदि आप 10 लाख से ऊपर का इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको अपने समस्त स्रोतों से आय का प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा।

किसान विकास पत्र के मूल्य वर्ग को समझें  –

जैसा कि ऊपर आपको बताया गया है। कि आप 1000 , 5000 , 10000 और 50000 मूल्यवर्ग के किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। यहां पर इन मूल्य वर्ग के किसान विकास पत्र को आप सरल भाषा में नोट जैसा समझ सकते हैं। मान लीजिए आप एक लाख रूपय का किसान विकास पत्र / Kisan Vikas Patra (KVP​) खरीदना चाहते हैं। तो आप 1000  – 1000 के सभी किसान विकास पत्र / खरीद सकते हैं। आप चाहे तो 5000  –  5000 के 20 किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। और या फिर आप चाहे तो 50000 – ₹50000 के दो किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। इसके साथ ही आप मिश्रित रूप में भी 1000,5000,1000,50000 रुपए की किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं।

Kisan Vikas Patra (KVP​) में इन्वेस्टमेंट करने पर टैक्स छूट की सुविधा  –

किसान विकास पत्र में आप जितना भी निवेश करना करते हैं। उसमें आपको सेक्शन – 80सी के अंतर्गत टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता है। इसके साथ ही किसान विकास पत्र में जमा की जाने वाली पूरी धनराशि और उस पर मिलने वाला ब्याज भी कर योग्य आय है। इसलिए आपको ब्याज के रुप में मिलने वाली धनराशि को इनकम टैक्स रिटर्न में के अंतर्गत दर्ज करानी होगी। और इसका जितना भी ब्याज बनेगा। उस पर इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार ही टैक्स की गणना की जाएगी। यहां पर आपको एक सुविधा यह मिल जाती है। कि आपका TDS नहीं कटता है। बल्कि आपको ही कैलकुलेट करके अपना टैक्स भरना होता है।

किसान विकास पत्र खरीदते समय ध्यान रखें  –

यदि आप किसान विकास पत्र में निवेश में करना चाहते हैं। तो आप अलग-अलग मूल्यवर्ग के किसान विकास पत्र में इन्वेस्ट करना ज्यादा अच्छा रहेगा। मान लीजिए आप ₹100000 का इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं। और आपने 50000 – ₹50000 के 2 किसान विकास पत्र खरीद लेते हैं। और कभी आपको अचानक ₹30000 की आवश्यकता पड़ जाती है। तो आपको अपना एक ₹50000 का किसान विकास पत्र तुडवाना पड़ जाता है। लेकिन यदि आप ₹10000 -10000 किसान विकास पत्र लेते हैं। तो आप 3 किसान विकास पत्र को तुड़वाकर अपनी जरूरत को पूरा कर सकते हैं। इस तरह से आपको नुकसान कम होता है। और आप इन्वेस्टमेंट पर अच्छा ब्याज का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

दोस्तों यह थी सरकार द्वारा देश की छोटे टाउन एरिया एंव ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों में बचत को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही किसान विकास पत्र / Kisan Vikas Patra (KVP​) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। ताकि उन्हें भी इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। और वह इसका लाभ प्राप्त कर सकें। इसके साथ ही यदि आपका किसी भी प्रकार का सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें। हम जल्दी ही आपके सवालों का जवाब देंगे।। धन्यवाद।।

अनूप कुमार वैश्य
अनूप कुमार वैश्य
अनूप कुमार टेक यू हेल्प के संस्थापक हैं। वह मानव व्यवहार और समाज का अध्ययन करने के जुनून के साथ अत्यधिक प्रेरित व्यक्ति हैं। उन्होंने 2015 में कानपुर विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की है। पढ़ाई के दौरान, अनूप कुमार ने सामाजिक संरचनाओं और व्यक्तिगत अनुभवों को आकार देने के तरीकों की गहरी समझ विकसित की।
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